योनि से आने वाली गंध के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं -
संक्रमण
योनि की गंध के लिए सबसे आम संक्रमण बैक्टीरियल वेजिनोसिस होता है। इससे संक्रमित होने पर मछली जैसी गंध, साथ ही साथ पतला और सफेद या भूरे रंग का डिस्चार्ज और पेशाब करने या संभोग के दौरान जलन होती है। यह संक्रमण यौन संचरित होता है और विशिष्ट एंटीबायोटिक दवाओं से इसका किया जाता है।
अन्य संभावित संक्रमण ट्राइकोमोनिएसिस है, यह यौन संचारित संक्रमण (sexually transmitted infection) है जो एककोशिकीय प्रोटोज़ोआ के कारण होता है। इस संक्रमण के आमतौर पर कोई लक्षण नहीं होते हैं, लेकिन अगर ऐसा होता है तो इसमें पीले या हरे रंग का, झागदार डिस्चार्ज होता है जो मछली जैसी गंध उत्पन्न कर सकता है। साथ ही पेशाब और संभोग के दौरान जलन होती है। इसका इलाह एंटीबायोटिक दवाओं की एक खुराक से किया जा सकता है।
योनि में यीस्ट संक्रमण अधिकतर जननांगों में होने वाला फंगल संक्रमण है। इसमें यीस्ट की ही तरह गंध आती है साथ ही एक होता और सफेद डिस्चार्ज के साथ खुजली, पीड़ा और पेशाब और संभोग के दौरान जलन होती है। यह तब होता है जब योनि में यीस्ट मौजूद होते हैं। यह अक्सर एंटीबायोटिक दवाइयां लेने के बाद होता है जो जीवाणुओं को मारते हैं। जो यीस्ट को बिना किसी दिक्कत के वृद्धि करने देती हैं। ये संक्रमण यौन संचारित नहीं होता है।
(और पढ़ें - योनि में यीस्ट संक्रमण)
हार्मोनल परिवर्तन
कुछ पुरानी रिसर्च के अनुसार, मासिक धर्म और ओवुलेशन के समय और अगले पीरियड के दौरान बाकी के समय से अधिक अप्रिय गंध आ सकती है। एक और संभावित हार्मोनल कारण रजोनिवृत्ति है, जिसके दौरान एस्ट्रोजन का कम स्तर योनि ऊतक को पतला बना देता है और कम अम्लीय होता है। रजोनिवृत्ति से गुजरने वाली कई महिलाएं एक बदबूदार, पानी जैसे डिस्चार्ज का अनुभव करती हैं। यदि आपको गंध के कारण अधिक परेशानी हो रही है, तो डॉक्टर संपर्क करें वे आपको एस्ट्रोजन दवा के रूप में लिख सकते हैं जिससे आमतौर पर कुछ हफ्तों में गंध नाश हो जाती है। लेकि इसका सेवन केवल डॉक्टर के कहने पर ही करें। (और पढ़ें - पीरियड के कितने दिन बाद बच्चा ठहरता है)
पसीना
जैसा कि आपने अक्सर देखा होगा कि पसीना आने पर जननांगों से बदबू आने लगती है ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपके बाह्य जननांगों में एक विशेष प्रकार की ग्रंथि होती है जिसे एप्रोक्राइन स्वेट ग्लैंड्स (Apocrine sweat glands) कहते हैं। ये बगलों, निपल्स, कान, पलकों और नाक में भी पायी जाती हैं। ये ग्रंथियां एक तेल का स्रावण करती हैं जो आपकी त्वचा पर बैक्टीरिया द्वारा मेटाबोलाइज की जाती हैं। टाइट कपड़ों को पहनने या अधिक वजन बढ़ने से ये समस्या को हो सकती है।
खान पान
आप जो कुछ भी खाती हैं उससे आपकी योनि की गंध प्रभावित होती है। साथ ही यह आपके शरीर के अन्य अंगों जैसे आपकी बगलों, सिर, मुंह और पैरों को भी प्रभावित कर सकती है। रिसर्च से पता चला है कि हरी मिर्च, काली मिर्च, लहसुन, प्याज, ब्लू चीज़, गोभी, मछली और ब्रोकली आदि तेज़ गंध वाले खाद्य पदार्थों का सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है।
टेम्पॉन भूलने की वजह से
अगर आप टेम्पॉन हटाना भूल गयी हैं, तो मासिक धर्म का एकत्रित ब्लड और बैक्टीरिया के निर्माण से जलन, खुजली और तेज़ अप्रिय महक वाला डिस्चार्ज हो सकता है। ऐसी स्थिति में स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास जाएं वह इसे सुरक्षित रूप से हटाकर संक्रमण का इलाज करेंगी।
कभी कभी असामान्य योनि गंध निम्न का भी परिणाम हो सकती है -
- रेक्टोवैजिनल फिस्टुला (Rectovaginal Fistula; मलाशय एवं योनि के बीच का असामान्य ओपनिंग)
- गर्भाशय ग्रीवा कैंसर
- योनि का कैंसर