मासिक चक्र नियमित रूप से प्राकृतिक परिवर्तन होता है जो महिला प्रजनन प्रणाली (विशेष रूप से गर्भाशय और अंडाशय) में होता है जो प्रेगनेंसी को संभव बनाता है। यह चक्र गर्भावस्था के लिए गर्भाशय (Uterus) की तैयारी और अंडाशय (ovaries) में अण्डों (ovocytes) को बनाने का काम करता है। पीरियड्स इस चक्र का हिस्सा होते हैं।
किशोरावस्था से हम लोग पीरियड्स से जुड़े कई मिथकों को सुनकर बड़े हुए हैं और सही जानकारी न होने के कारण उनका पालन भी कर रहे हैं। सर्वप्रथम मिथक यह है की मासिक धर्म को आमतौर से बीमारी माना जाता है, लेकिन मासिक धर्म कोई बीमारी या समस्या नहीं है। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जैसे पसीना आना, टॉयलेट आना इत्यादि।
हाँ, लेकिन यह ज़रूर सच है कि मासिक धर्म से संबंधित कुछ परेशानियाँ ज़रूर होती हैं, जिन पर ध्यान देना बहुत ही आवश्यक है। उदाहरण के लिए, इसका न होना ज़रूर बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न कर सकता है। (और पढ़ें - मासिक धर्म या माहवारी सम्बन्धी समस्याएं और उपचार)
माहवारी से जुड़े ऐसे ही अन्य मिथक कुछ इस प्रकार हैं: