महिलाओं को सामान्यत: 45-50 वर्ष तक मासिक धर्म होता है, लेकिन कुछ महिलाओं को इससे पहले ही महावारी बंद हो जाती है, जिसे अर्ली मेनोपॉज कहते हैं। रजोनिवृत्ति यानि मेनोपॉज होने पर नींद में कमी आना, मूड स्विंग्स, हॉट फ्लैशेज, मोटापा बढ़ना, योनि में सूखापन, दर्द रहना, घबराहट होना, कब्ज की शिकायत, मानसिक तनाव और शरीर पर झुर्रियां पड़ने जैसे लक्षण महसूस होने लगते हैं।
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लेकिन अर्ली मेनोपॉज का कारण क्या है?- इस प्रश्न का जवाब है हार्मोन्स... इस उम्र में महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन एवं प्रोजेस्टेरोन का उत्पादन कम हो जाता है। जो कि प्रजनन के लिए महत्वपूर्ण हार्मोन्स होते हैं। एस्ट्रोजन का स्तर कम होते ही आपको माहवारी सम्बंधित बदलाव दिखना शुरू हो जाते हैं। जैसे कि अनियमित माहवारी, कम या ज्यादा रक्त स्राव होना आदि।
अच्छी बात ये है कि उतार-चढ़ाव वाले हार्मोन्स को संतुलित करने और इन सभी लक्षणों से बचने के लिए कुछ जरूरी खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं।
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