भारतीय पंरपरा में पुरातन काल से ही व्रत और उपवास का महत्व देखा गया है। व्रत, उपवास व पूजन से व्यक्ति खुद का धर्म के साथ जुड़ाव महसूस करता है। सावन का महीना आते ही देश के लोगों में विशेष उत्साह देखने को मिलता है। इस समय भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु सोमवार का व्रत रखते हैं। व्रत आपकी धार्मिक आस्था का प्रतीक चिन्ह होने के साथ ही आपकी सेहत के लिए भी काफी आवश्यक होता है। स्वास्थ्य के कई जानकार व्रत से मेटाबॉलिज्म और पाचन क्रिया के दुरूस्त होने की बात कहते हैं।

इसलिए इस लेख में आपको श्रावण सोमवार के व्रत के दौरान ध्यान देने वाली कुछ उपयोगी टिप्स के बारे में बताया जा रहा है। साथ ही आपको सावन के व्रत में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए व किन लोगों को सावन के व्रत नहीं रखने चाहिए आदि के बारे में भी विस्तार से बताया गया है।

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  1. सावन सोमवार के व्रत में क्या खाना चाहिए - Sawan somvar ke vrat me kya khana chahiye
  2. सावन के व्रत में क्या न खाएं - Sawan ke vrat me kya na khaye
  3. सावन व्रत किन लोगों को नहीं करना चाहिए - Sawan vrat kin logo ko nahi karna chahiye
सावन के व्रत में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं के डॉक्टर

सावन सोमवार का व्रत रखने के लिए आपको एक दिन पहले से ही तैयारी शुरू करना पड़ती है। विशेषज्ञ बताता हैं कि व्रत की पहली रात आपको ज्यादा खाना खाने से बचना चाहिए, क्योंकि ज्यादा खाना खाने से आपकी पाचन क्रिया पर प्रभाव पड़ता है। भोजन को न पचा पाने से आप व्रत के दिन अहज महसूस कर सकती है। इसके अलावा आपको सावन के व्रत में क्या खाना चाहिए इस बारे में नीचे विस्तार से बताया जा रहा है।

  • सावन का व्रत शुरु करने से पहले आप अखरोट या बादाम खा सकते हैं। इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहती है। (और पढ़ें - अखरोट तेल के फायदे)
     
  • व्रत के समय आपको रसीले फलों का सेवन करना चाहिए। खरबूज, तरबूज या कोई भी मौसमी फल खाने से आप व्रत के समय शरीर होने वाली पानी की कमी से बच सकते हैं।
     
  • कई लोग इस व्रत में आंवले के मुरब्बे को खाना भी पसंद करते हैं। आपको बता दें कि आंवले के मुरब्बे से व्रत के दौरान एसिडिटी या थकान नहीं होती है। (और पढ़ें - थकान दूर करने के घरेलू उपाय)
     
  • सावन के व्रत में आप गुड़ का सेवन भी कर सकती हैं। गुड़ में मौजूद आयरन आपकी एनर्जी के स्तर को बनाए रखने का काम करता है। 
     
  • इसके साथ ही आप व्रत के दौरान नारियल पानी भी पी सकती हैं। (और पढ़ें - नारियल के फायदे)
     
  • श्रावण के सोमवार में आप दूध और लौकी से बनी खीर का सेवन कर सकती हैं। इससे आपको अपना पेट ज्यादा भरा हुआ नहीं लगता है। 
     
  • शाम को व्रत पूरा होने पर आप पूरे दिन का खाना एक ही समय खाने से बचें। इससे भी आपको रात में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। जितना संभव हो कम खाएं और हल्का आहार लेने की कोशिश करें।

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सावन के महीने में कुछ खाद्य पदार्थों को खाना उचित नहीं माना जाता है। इस समय आपको इन चीजों को खाने से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आयुर्वेद भी सावन के महीने में इन चीजों को ना खाने की सलाह देता है। बताया जाता है कि इन चीजों को खाने से व्यक्ति के शरीर में वात दोष बढ़ने लगता है, जिससे कई तरह की परेशानी उत्पन्न होने लगती हैं।

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आप सभी ने अपनी नानी, दादी या अपने घर के किसी बुजुर्ग से इन चीजों को न खाने की बात को कहते सुना ही होगा। आगे जानते हैं वो कौन सी चीजें हैं जिनको सावन के महीने में नहीं खाना चाहिए।

  1. सावन के व्रत में हरी पत्तेदार सब्जियां न खाएं –
    सावन के महीने में बारिश की वजह से हरी पत्तेदार सब्जियां खूब होती हैं, लेकिन इस समय हरी पत्तेदार सब्जियों को खाना अच्छा नहीं माना जाता है। सावन के महीने में हरी पत्तेदार सब्जियों में बैक्टीरिया उत्पन्न होते हैं। इस वजह से हरी पत्तेदार सब्जियों को खाने से पेट संबंधी कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। (और पढ़ें - बैक्टीरियल संक्रमण का इलाज)
     
  2. सावन व्रत में न खाएं डेयरी उत्पाद –
    सावन के महीने में दूध और दूध से बनी चीजों को खाने के लिए मना किया जाता है। आयुर्वेद के जानकारों के मुताबिक इस मौसम में दूध, पनीर और दही आदि से वात दोष की समस्या होने लगती है। दूध या दूध से बनी चीजों को आप भगवान को तो चढ़ा सकते हैं, लेकिन इनको खाने से दूर ही रहना चाहिए। (और पढ़ें - रात को दही खाना चाहिए या नही)
     
  3. सावन के व्रत में बैंगन न खाएं –
    आपको बता दें कि हरी पत्तेदार सब्जियों और डेयरी उत्पादों के साथ ही बुजुर्ग इस समय बैंगन खाने को भी मना करते हैं। इस मौसम में बैंगन को न खाने की सलाह इसलिए दी जाती हैं क्योंकि बारिश के कारण बैंगन में कीड़े लग जाते हैं। यदि आप कीड़े लगे बैंगन को खाते हैं तो इससे आपको कई अन्य तरह की समस्याएं हो सकती हैं।
     
  4. सावन में मांसाहार से दूर रहें –
    इस महीने को शिव का माह कहा जाता है, इसलिए इस दौरान किसी भी तरह के मांसाहार को खाने से अधिकतर हिंदू परहेज करते हैं। धार्मिक कारणों के साथ ही विज्ञान भी इस समय मांसाहार ना खाना उचित बताता है। बारिश की वजह से पर्यावरण में कई तरह के कीटाणु उत्पन्न हो जाते हैं और जब पशुओं के आहार में मिलकर यह कीटाणु उनसे होते हुए आपके अंदर पहुंचते हैं, तो इससे आपको कई तरह की बीमारियों की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। 
    इसके आलावा कई वैज्ञानिक सावन को पशु, पक्षियों और मछलियों के गर्भधारण का समय भी मानते हैं। ऐसे में किसी भी गर्भधारण किए जीव को खाने से लोगों में हार्मोन संबंधी समस्याएं होने की संभावनाएं अधिक होती हैं।

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व्रत के साथ लोगों की आस्था जुड़ी होती है, लेकिन पहले से ही स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित व्यक्ति को उपवास या व्रत रखने से बचना चाहिए। कई विशेषज्ञ नीचे बताए गई समस्याओं से ग्रसित लोगों को सावन व्रत को करने की सलाह नहीं देते हैं:

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