टोंड दूध के क्या फायदे हैं?
टोंड दूध में फैट कम मात्रा में और कैल्शियम व अन्य पोषक तत्व उच्च मात्रा में होने के कारण यह स्वास्थ्यवर्धक आहार माना जाता है। टोंड दूध से मिलने वाले लाभ में निम्न शामिल हो सकते हैं:
शरीर का वजन कम होना:
यदि आप वजन बढ़ने के डर से आप फुल क्रीम दूध का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं। ऐसे में टोंड दूध आपके लिए एक बेहतर वैकल्पिक हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि फुल क्रीम के मुकाबले टोंड में लगभग आधा फैट होता है और यह आपके भोजन में कैलोरी की मात्रा को अधिक नहीं बढ़ाता है। इसलिए आप अपनी कमर का आकार बढ़ने से डरे बिना एक उचित मात्रा अपने भोजन में मिला सकते हैं।
इसके अलावा टोंड मिल्क में पर्याप्त मात्रा में व्हे प्रोटीन होता है। व्हे प्रोटीन दूध से पाया जाने वाले एक विशेष प्रोटीन होता है, जो मेटाबॉलिक कार्यों पर काफी सकारात्मक प्रभाव डालता है। इतना ही नहीं यह प्रोटीन आंतों संबंधी कई ऐसे हार्मोन को कंट्रोल रखता है, जो अधिक भोजन खाने से रोकते हैं और कम भोजन में ही भूख मिटाने में मदद करते हैं।
कहने का मतलब है कि टोंड दूध भूख को कम कर देता है और परिणामस्वरूप आप कम भोजन खा पाते हैं। व्हे प्रोटीन मांसपेशियों की सघनता को बढ़ाने के लिए भी जाना जाता है। आखिर किस को पतला शरीर नहीं चाहिए?
- आसानी से पच जाना: ज्यादातर लोग यही मानते हैं कि टोंड दूध, फुल क्रीम के मुकाबले जल्दी पच जाता है।
लेकिन कभी आपने ऐसा सोचा है, कि ऐसा क्यों होता है?
शोध किए गए अध्ययनों से पता चला है कि टोंड दूध में मौजूद उच्च मात्रा में व्हे सामग्री, दूध के पचने की प्रक्रिया को आसान बना देती है। व्हे प्रोटीन पानी में घुलनशील होता है और पेट में एक तरल के रूप में रहता है। यह पाचन प्रणाली (नली आदि) के अंदर तीव्रता से गुजरने में भी सक्षम होता है। तो इसलिए यदि आपकी पाचन प्रणाली सामान्य से कमजोर है, संभावित रूप से आप टोंड दूध को बिना अपच व पेट फूलना आदि समस्या महसूस किए पचा सकते हैं।
- ब्लड प्रेशर को कम करना: टोंड दूध पीने से ब्लड प्रेशर कम हो जाता है और उच्च रक्तचाप होने का खतरा भी कम हो जाता है। यह काम मुख्य रूप से दूध में मौजूद व्हे प्रोटीन का होता है, जो एंजियोटेन्सिन कनवर्टिंग एंजाइम (ACE) के कार्यों को रोकने में मदद करता है। एसीई एक शक्तिशाली वेसोकॉन्स्ट्रिक्टर होता है, जो रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर देता है। जिन लोगों में हाई कोलेस्ट्रॉल होने के कारण बार-बार ब्लड प्रेशर का स्तर बढ़ जाता है, उनके लिए कम फैट होने के कारण टोंड मिल्क काफी फायदेमंद रहता है। क्योंकि टोंड मिल्क की मदद से वे अपने पसंदीदा डेयरी पदार्थ खाने के बावजूद भी वे अधिक फैट लेने से बचाव रख सकते हैं।
कुछ वैज्ञानिकी अध्ययनों से पता चला है कि कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे मिनरल पदार्थ भी हाई ब्लड प्रेशर से बचाव करने में मदद करते हैं, क्योंकि ये रक्त वाहिकाओं को खोल (चौड़ा करना) देते हैं। खैर टोंड दूध में इन मिनरल्स के गुणों पर अभी तक अध्ययन नहीं किया गया है, लेकिन इसमें ये सभी खनिज पाए जाते हैं इसलिए यह फायदेमंद हो सकता है।
- ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव करना:
जैसा की टोंड दूध में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम व विटामिन डी पाया जाता है, इसलिए यह ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव करने में काफी फायदेमंद हो सकता है। ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी स्थिति है, जिसमें हड्डियां काफी कमजोर पड़ जाती हैं और फ्रैक्चर होने (हड्डी टूटने) आदि का खतरा बढ़ जाता है। ज्यादातर यह वृद्ध लोगों या छोटे बच्चे में देखा जाता है, हालांकि यह किसी भी उम्र में हो सकता है। रजोनिवृत्ति के बाद (पोस्टमेनोपॉज़ल) महिलाओं में भी ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा अत्यधिक बढ़ जाता है, क्योंकि एस्ट्रोजन हार्मोन हड्डियों को क्षतिग्रस्त करने लगता है।
रोजाना पर्याप्त मात्रा में टोंड दूध पीने से आपकी हड्डियों को पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम और विटामिन डी मिल जाती है, जिससे दिनभर में होने वाली हड्डियों की क्षति की भरपाई हो जाती है। टोंड दूध सिर्फ हड्डियों में फ्रैक्चर होने के खतरे को ही कम नहीं करता, बल्कि हड्डियों को शक्तिशाली भी बनाता है।
- दांतों के स्वास्थ्य में सुधार करना:
टोंड दूध में मौजूद कैल्शियम दांतों के स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभदायक है, खासतौर पर छोटे बच्चों के लिए। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कैल्शियम दांतों की परत (एनेमल) में मौजूद हाइड्रोक्सिपेटाइट और फॉस्फेट सॉल्ट के रिमिनरलाइजेशन (Remineralization) को बढ़ा देता है और डिमिनरलाइजेशन (Demineralisation) को कम कर देता है। आसान शब्दों में, यह आपके दांतों को मजबूत बनाता है और उनकी सफेद चमक को बनाए रखने में मदद करता है। टोंड दूध में खूब मात्रा में विटामिन डी होता है, जो कैल्शियों को अवशोषित होने में मदद करता है और इस प्रक्रिया को नियमित रूप से चलाने में मदद करता है।
- एंटी ऑक्सिडेंट गुण: टोंड मिल्क में मौजूद एक ऐसा अमीनो एसिड होता है, जिसमें सल्फर पाया जाता है। यह दूध को कई एंटी-ऑक्सिडेंट गुण प्रदान करता है और उसे सबसे अधिक स्वास्थ्यकर आहार में से एक बनाता है। ये एंटीऑक्सिडेंट, फ्री रेडिकल्स से शरीर में होने वाली क्षति से लड़ते हैं और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस (oxidative stress) को कम करते हैं। इसके अलावा ये जीवनशैली संबंधी रोगों के कुछ आम कारणों को कम करने में भी मदद करते हैं, जैसे मोटापा व हृदय संबंधी समस्याएं। इतना तो शायद आप भी जानते नहीं होगें कि रोजाना एक गिलास टोंड दूध आपके लिए इतना फायदेमंद हो सकता है।
वास्तव में, टोंड दूध के एंटीऑक्सिडेंट गुणों को बढ़ाने के लिए अब इसमें कृत्रिम रूप से विटामिन A और विटामिन B जैसे प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट्स को भी मिला दिया जाने लगता है। इतना ही नहीं अतिरिक्त विटामिन मिला देने से यह रोजाना की विटामिन जरूरत को भी पूरा करने में मदद करता है।