हमारे घरों में प्रतिदिन कई प्रकार के मसालों को उपयोग किया जाता है। मसाले कई स्वास्थ्य संबंधी विशेषताओं से भरपूर होते हैं। मसालों को प्रकृति के वरदान के रूप में जाना जाता है। कोरोना जैसे महामारी के समय में प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने के लिए कई मसालों के सेवन पर जोर दिया जा रहा है।
घर की रसोई में मौजूद दालचीनी, तेजपत्ता, लौंग, काली मिर्च हो या हल्दी सभी के अपने विशेष गुण हैं। ऐसे ही तमाम स्वास्थ्य-बर्धक गुणों को समेटे हुए एक मसाला है- पैपरिका। इसे लाल शिमला मिर्च के पाउडर के रूप में भी जाना जाता है। यह सूखी लाल शिमला मिर्च से बनाया जाता है। दुनियाभर में पैपरिका का उपयोग किया जाता है, विशेषकर चावल के डिशों को बेहतर स्वाद देने में यह काफी पसंदीदा मसालों में से एक है। दुनिया के तमाम देशों में पैपरिका को तैयार किया जाता है। हंगरी वर्तमान में उच्चतम गुणवत्ता वाले पैपरिका के रूप में जाना जाता है। हंगरी के प्रसिद्ध गौलेश सूप का स्वाद बढ़ाने वाले मसालों में पैपरिका को सबसे महत्वपूर्ण माना है।
पैपरिका के गुणों की बात करें तो यह न केवल एंटीऑक्सिडेंट में समृद्ध है, साथ ही इसमें विटामिन और खनिज भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसकी छोटी सी मात्रा से विटामिन ए प्राप्त किया जा सकता है।
इस लेख में हम आपको इस गुणकारी मसाले से होने वाले फायदों के बारे में बताएंगे।