आजकल पीठ दर्द की समस्या बहुत ही आम और बढ़ती जा रही है। यह समस्या किसी को भी किसी भी उम्र में हो सकती है। वास्तव में इसके पीछे का मुख्य कारण मांसपेशियों में तनाव और जोड़ों में खिंचाव होना है। इसके अतिरिक्त अधिक वजन बढ़ना, रॉंग सीटिंग पोस्चर और शरीर में कैल्शियम की कमी हो सकती है। कुछ लोगों को कमर दर्द केवल अस्थायी रूप से होता है जबकि कुछ लोगों को बहुत परेशान कर देता है। 

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कुछ गंभीर मामलों में, मेडिकल अटेंशन आवश्यक हो सकता है, लेकिन यदि आपका दर्द कम गंभीर है तो आप कुछ योगासन अपनाकर अपनी पीठ को मजबूत, स्ट्रेचिंग और रीढ़ और नसों के संचलन में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।

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तो आइये जानते है कुछ ऐसे ही योग पोस्चर्स के बारे में -

  1. कमर दर्द के लिए योगासन के फायदे

कमर दर्द के लिए योगासन के कई फायदे हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • दर्द में कमी
  • लचीलापन बढ़ाना
  • मांसपेशियों की मजबूती
  • संतुलन और स्थिरता
  • रक्त प्रवाह में सुधार
  • तनाव में कमी
  • सही मुद्रा
  • वजन प्रबंधन
  • आत्म-जागरूकता

योग के इन फायदों को ध्यान में रखते हुए, नियमित अभ्यास से कमर दर्द को कम किया जा सकता है और समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है।

कमर दर्द के लिए मार्जरी आसन के फायदे - Cat Cow Position for Back Pain in Hindi

मार्जरी आसन करने के लिए, अपने हाथों और घुटनों पर टेबलटॉप की स्थिति में आएं, अपनी पीठ को आर्च करते हुए और इसे गोलाकार करें, जैसे कि आप अपने हाथों और अपने पैरों के ऊपर से फर्श को नीचे धकेलते हैं। ये आसन रीढ़ की हड्डी को मालिश करने में मदद करता है, जबकि पीठ और धड़ को स्ट्रेच करता है। मार्जरी आसन कमर के लिए सबसे आसान और आरामदायक स्ट्रेच है।

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कमर दर्द के लिए अर्धमत्स्येन्द्रासन आसन के फायदे - Spinal Twist Yoga for Back Pain in Hindi

जब अर्धमत्स्येन्द्रासन की बात आती है तो आपके पास कई विकल्प होते हैं। यह एक बुनियादी और प्रभावशाली मरिचिआसन में से एक है। अपने बाएं पैर को सीधे रखें और अपना दाहिना पैर को मोड़ो ताकि आपका पैर सपाट रहें। सहायता के लिए अपने पीछे जमीन पर अपना दाहिना हाथ रखें और बाएँ हाथ की कोहनी को दाहिने घुटने पर रखें। अर्धमत्स्येन्द्रासन से हमारी रीढ़ की हड्डी मुड़ती है। आमतौर पर इस प्रकार का खिचाव हमें नहीं मिलता है। ये खिचाव रीड़ की हड्डी के लिए बेहद लाभदायक होता है।

कमर दर्द के लिए अधो मुख श्वानासन आसन के फायदे - Downward Dog Pose Benefits for Back Pain in Hindi

यही एक कारण है कि अधो मुख श्वानासन योग की सबसे प्रतिष्ठित मुद्राओं में से एक है। यह आपके पूरे शरीर को फिर से जीवंत कर सकता है। अपने हाथों और पैरों के बल आएं और शरीर को एक मेज़ की स्थिति में लाएं। साँस छोड़ते हुए कमर को ऊपर उठाएं। अपने घुटने और कोहनी को मजबूती देते हुए अपने शरीर से उल्टा वी (V) बनाएं। हाथ कंधो के जितनी दूरी पर होने चाहिए। पैर पीठ की दूरी के बराबर और एक दुसरे के समानांतर होने चाहिए। अपनी हथेलियों को जमीन पर दबाएँ और कंधो से मजबूती प्रदान करें। लंबी गहरी साँस लें अधोमुख श्वान की अवस्था में बने रहें। अपनी नज़र नाभि पर बनाये रखें। साँस छोड़ते हुए घुटनो को मोड़े और वापस मेज़ वाली स्थिति में आएँ। अधो मुख श्वानासन से पिड़लियों से लेकर गर्दन तक शरीर के पूरे पिछले हिस्से में खिचाव आता है। ये आसन कमर दर्दे के लिए बहुत फ़ायदेमंद है।

कमर दर्द के लिए पाश्चिमोतानासन आसन के फायदे - Seated Forward Fold for Back Ache in Hindi

पाश्चिमोतानासन करना आसान होता है जिससे आपको फायदा ही नहीं होगा बल्कि यह सही तरीके से लोअर बैक को खोल सकता है और कठोरता और दर्द से राहत प्रदान करता है। अपने पैरों को आगे की ओर फैलाकर बैठ जाएँ, धीरे धीरे कूल्हों पर से झुकते हुए अपने पैरों, टखनों को पकड़ें। अपनी पीठ को गोल करने के बजाय, अपने उरोस्थि (sternum) को आगे बढ़ाना जारी रखें और धड़ को लंबा करें। यदि इससे आपकी पीठ को दर्द होता है, तो अपने घुटनों को ज़रूरत के मुताबिक मोड़ो। पाश्चिमोतानासन पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियों को खोलता है और दर्द व एठन को भी कम करता है। इस आसन को वो लोग न करें जिनके कमर के निचले हिस्से में चोट या स्लिप डिस्क है।

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कमर दर्द के लिए बालासन आसन के फायदे - Child’s Pose for Lower Back Pain in Hindi

बालासन न केवल बच्चे के आराम करने का एक अद्धभुत तरीका है। यह आपकी पीठ और आपके कूल्हों को भी स्ट्रेच कर सकता है। आप इस आसान को कभी भी कर सकते हैं। बालासन करने के लिए जमीन पर वज्रासन में बैठ जाएँ। अब सांस लेते हुए दोनों हाथो को सैर के ऊपर उठा लें। आप सांस छोड़ते हुए नीचे की ओर आएं कूल्हों से झुकते हुएं। और तब तक झुके जब तक कि आपकी हथेलियां जमीन पर न लग जाएँ। अब एक गहरी लम्बी सांस अंदर ले और बाहर छोड़ें। इस मुद्रा में आप जितनी देर रह सकते हैं उतनी देर रहें । बालासन हमारे लिए एक आरामदायक आसन है। इस आसन से कमर के साथ-साथ पूरे शरीर को आराम मिलता है। 

कमर दर्द के लिए हलासन आसन के फायदे - Plow Pose for Back Pain in Hindi

हलासन करने के लिए पीठ के बल सीधे लेट जाएँ। बाजुओं को सीधा पीठ की बगल में जमीन पर टिकाएं। दोनों पैसरो को एक दूसरे से मिलाकर रखें। आँखें बंद करके शरीर को ढीला छोड़ दें। अब कोहनियों को जमीन पर टिकाएं हुए दोनों हाथों से पीठ को सहारा दें। इस मुद्रा में १-२ सांस अंदर और बाहर लें और सुनिश्चित करें कि आपका संतुलन सही बना हुआ है। अब दोनों टांगों को बिलकुल पीछे ले जाएँ। जितना संभव हो सकें उतनी देर इस मुद्रा में रहें। और फिर पैरो को धीरे धीरे वापिस ले आएं। हलासन से पीठ की ऊपरी भाग और गर्दन में खिचाव आता है।

कमर दर्द के लिए गरुड़ासन आसन के फायदे - Eagle Pose for Back Pain in Hindi

गरुड़ासन आपकी संपूर्ण पीठ को फैलाने और खोलने में मदद कर सकता है। ताड़ासन मुद्रा में खड़े हो जाएँ। अब घुटनों को थोड़ा सा मोड़ते हुए अपना दाहिना पैर उठाएं और अपनी बाईं ओर अपने दाएं जांघ पर रखें। अब फर्श पर अपने पैर की उंगलियों के साथ संतुलन करें,या अपने बाएं पिंडली के पीछे अपने दाहिने पैर को हुक दें। बाहों के लिए, बायीं तरफ दाहिनी बांह को ले जाएँ और कोहनी को झुकाने के साथ, अपने हथेलियों को एक साथ लाएं। आप अपने कोहनी को ऊपर खींचकर एक शक्तिशाली खिंचाव लें और अपने चेहरे से ऊपर हाथ निकाल लें। गरुड़ासन से पीठ के मध्य भाग में खिचाव आता है, जो कि पीठ की मांसपेशियों को खोलता है और उनमें एठन ख़त्म करता है। 

कमर दर्द के लिए धनुरासन आसन के फायदे - - Bow Pose for Back Pain in Hindi

धनुरासन करने के लिए पेट के बल लेट जाएँ। दोनों पैरो के घुटनो को मोड़ कर एड़ियों को कूल्हों पर टिकाएं। अब हाथो से अपने टखनों को पकड़ें। जितना हो सके उतना अपनी जांघों और छाती को ऊपर उठायें। कुछ देर इसी मुद्रा में रहे और वापिस पहले वाली पोजीशन में आ जाएँ। धनुरासन एक कठिन आसन है, जो हमारी हड्डियों में लचीलापन लाता है और उन्हें मज़बूत भी बनाता है।

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कमर दर्द के लिए त्रिकोणासन आसन के फायदे - Triangle Pose for Back Pain in Hindi

त्रिकोणासन करने के लिए सीधे खड़े हो जाएँ। अपने पैरों के बीच उचित दूरी बना लें। अपने दाहिने पंजे को 10 डिग्री और बाएँ पंजे को 15 डिग्री तक घुमाएँ। सुनिश्चित करें की आपके पंजे जमीन को दबा रहे हैं और शरीर का भार दोनों पैरों पर समान रूप से हैं। एक गहरी लम्बी साँस अन्दर की ओर लें और साँस बाहर की ओर छोड़ते हुए अपने शरीर को दाहिने तरफ मोड़ें। अब कूल्हों से नीचे की तरफ जाएँ और अपनी कमर को सीधा रखते हुए अपने बाएँ हाथ को ऊपर हवा में उठाएँ और दाहिने हाथ को नीचे जमीन की तरफ ले जाएँ त्रिकोणासन कमर के साइड की मांसपेशियों में खिचाव लाता है और साथ ही दर्द, कमज़ोरी और एठन को भी ख़त्म करता है।

कमर दर्द के लिए शलभासन आसन के फायदे - Locust Pose for Lower Back Pain in Hindi

अपनी पीठ और नितंबों को मजबूत करने के लिए शलभासन एक शानदार तरीका है। अपने पेट के बल लेट जाएँ और बगल में अपने हाथ टिकाएं। ठोड़ी को थोड़ा आगे लाएं और जमीन पर रख लें। आँखें बंद करके शरीर को ढीला छोड़ दें। अब धीरे धीरे जितना हो सके अपने टांगों को उतना ऊपर उठायें। टांगों को उठाते समय दोनों एक साथ रहनी चाहिए और अपने हाथो से जमीन पर दबाव बनायें। उसके बाद 30 सेकंड से एक मिनट तक ऐसे ही रहे और धीरे धीरे टांगों को निचे ले आएं। शलभासन से पीठ का निचला हिस्सा मज़बूत होता है। इस आसन को अपने शारीरिक क्षमता के अनुसार करें, जितना हो सके उतना ही टांगों को ऊपर उठाएं।

सारांश

कमर दर्द के लिए योगा करना एक प्रभावी और प्राकृतिक उपचार हो सकता है। योगासन न केवल दर्द को कम करने में मदद करते हैं, बल्कि रीढ़ की हड्डी को मजबूत भी बनाते हैं। कुछ प्रमुख योगासन जैसे भुजंगासन (कोबरा पोज), बालासन (चाइल्ड पोज), मार्जारीआसन (कैट-काउ पोज), और अधो मुख श्वानासन (डाउनवर्ड-फेसिंग डॉग पोज) कमर दर्द से राहत दिलाने में सहायक होते हैं। ये आसन पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियों को खींचते हैं, रक्त प्रवाह को बढ़ाते हैं और मांसपेशियों को आराम देते हैं। नियमित योग करने से न केवल दर्द कम होता है बल्कि भविष्य में कमर दर्द की संभावनाओं को भी कम करता है। 

 

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