अरंडी का तेल यानी कैस्टर ऑयल में एंटी वायरल और एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं. इस वजह से यह स्किन के साथ-साथ बालों के इंफेक्शन को भी दूर करने में मददगार है. यह स्कैल्प को मॉइश्चराइज भी करता है और डैंड्रफ को दूर करता है. साथ ही और बालों को मुलायम और चमकदार भी बनाता है. इन वजहों से बालों के विकास के लिए अरंडी के तेल को फायदेमंद माना जा सकता है. वहीं, कुछ लोगों को अरंडी का तेल लगाने से रैश या खुजली की समस्या हो सकती है.

आज इस लेख में आप बालों के विकास के लिए अरंडी के तेल के फायदे, नुकसान व उपयोग के बारे में विस्तार से जानेंगे -

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  1. बालों के विकास के लिए अरंडी के तेल के फायदे
  2. बालों के लिए अरंडी के तेल के नुकसान
  3. बालों के विकास के लिए अरंडी के तेल का उपयोग
  4. सारांश
बालों के विकास के लिए अरंडी तेल के फायदे, नुकसान व उपयोग के डॉक्टर

बालों के विकास के लिए अरंडी के तेल का इस्तेमाल कितना फायदेमंद है, इस बारे में कम ही वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध हैं. फिर भी यह एक सुरक्षित और आसान तरीका जरूर है. अरंडी के तेल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण फ्री रेडिकल्स को शरीर के हेल्दी सेल्स को डैमेज करने से रोकते हैं. इसके फायदों में बालों का झड़ना रुकना और बालों का विकास भी शामिल है. अरंडी का तेल इस्तेमाल करने से स्कैल्प में ब्लड फ्लो बढ़ता है और स्कैल्प में नमी बरकरार रहती है. आइए, बालों के विकास के लिए अरंडी तेल के फायदों के बारे में विस्तार से जानते हैं -

बढ़ता है ब्लड सर्कुलेशन

जब अरंडी के तेल से स्कैल्प और बालों में मालिश की जाती है, तो इससे स्कैल्प का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है. यह बढ़ा हुआ ब्लड सर्कुलेशन बालों के विकास में अहम भूमिका निभाता है.

(और पढ़ें - बालों में तेल लगाने के फायदे)

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स्कैल्प को रखे मॉइश्चराइज

अगर स्कैल्प में रूखापन रहता है, तो इससे बालों के झड़ने की आशंका बढ़ जाती है. ऐसे में कैस्टर ऑयल के इस्तेमाल से स्कैल्प का रूखापन कम हो सकता है और स्कैल्प पर नमी आ सकती है. स्कैल्प पर नमी रहने से बालों के झड़ने की आशंका कम ही रहती है और साथ ही यह बालों के विकास के लिए भी जरूरी है.

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डैंड्रफ करे कम

अरंडी के तेल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो डैंड्रफ को कम करने में मददगार हैं. इसे बालों में लगाने से अन्य किसी भी तरह के इंफेक्शन को दूर किया जा सकता है और बाल हेल्दी बनते हैं.

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रोमछिद्रों में सूजन करे कम

अरंडी के तेल में ओमेगा 6 फैटी एसिड पाया जाता है, जो बालों के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं. साथ ही इसके इस्तेमाल से बालों के रोमछिद्रों में सूजन भी कम होती है, जो बालों के विकास के लिए जरूरी है.

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आईब्रो व आईलैश को करे घना

अरंडी के तेल को आईब्रो और आईलैश पर भी लगाया जा सकता है. इससे इन्हें घना बनाया जा सकता है.

(और पढ़ें - बालों के लिए बादाम का तेल)

बालों के विकास के लिए अरंडी के तेल के फायदों के बारे में तो बात की जाती है, लेकिन साथ ही साथ इसके कुछ नुकसान भी हैं. आइए, बालों के विकास के लिए अरंडी के तेल के नुकसान के बारे में विस्तार से जानते हैं -

चिपचिपे बाल

बालों में जरूरत से ज्यादा अरंडी का तेल लगाने से बाल चिपचिपे हो सकते हैं. इसलिए यह सलाह दी जाती है अरंडी के तेल को नारियल तेल या जोजोबा ऑयल में मिलाकर लगाना चाहिए.

(और पढ़ें - बालों के लिए जोजोबा ऑयल के फायदे)

खुजली की समस्या

कुछ लोगों को अरंडी का तेल इस्तेमाल करने से खुजली की समस्या हो सकती है, फिर चाहे अरंडी के तेल को बालों में ही क्यों न लगाया जाए. इससे स्कैल्प पर खुजली होने की आशंका रहती है.

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कपड़ों पर दाग

अगर अरंडी का तेल कपड़ों पर लग जाए, तो इसका दाग निकलता नहीं है. इसलिए, अरंडी का तेल लगाने के बाद सिर पर कोई कपड़ा लपेटने की सलाह दी जाती है, ताकि यह कहीं और न लग जाए.

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बालों के विकास के लिए अरंडी के तेल का उपयोग सावधानी से किया जाना चाहिए, वरना यह नुकसान कर सकता है. यह जरूरी है कि अरंडी के तेल में नारियल तेल या जोजोबा ऑयल को मिला लेना चाहिए. आइए स्टेप बाय स्टेप जानते हैं कि बालों के विकास के लिए अरंडी के तेल का उपयोग किस तरह से किया जाना चाहिए -

  • अरंडी का तेल बहुत चिपचिपा और भारी होता है, इसलिए सबसे पहले तो अरंडी के तेल में नारियल तेल या जोजोब ऑयल को मिला लें. यदि एक हिस्सा अरंडी का तेल ले रहे हैं, तो दो हिस्सा अन्य कैरियर ऑयल लेना है. इससे इसकी गंध भी कम होती है, जो कुछ लोगों को पसंद नहीं आ सकती है.
  • साथ ही इसे बालों में लगाते समय पुराने कपड़े पहनें ताकि कपड़े पर दाग भी लगे, तो कोई दिक्कत न हो.
  • फिर बालों को अलग-अलग हिस्सों में बांट लेना है.
  • रबर के दास्ताने पहनकर एप्लिकेटर ब्रश की मदद से अरंडी के तेल को पूरे स्कैल्प पर लगाना है.
  • इसके बाद कंघी की मदद से पूरे बालों में अरंडी के तेल को ठीक से फैला लें.
  • इसके बाद रबर दास्ताने लगे हाथों से स्कैल्प और बालों की हल्की मालिश कर लेनी चाहिए.
  • अब शावर कैप पहन लेना है, सुनिश्चित करें कि सारे बाल कैप के अंदर ही हों.
  • अगर तेल शावर कैप से बाहर निकले, तो तौलिये से उसे पोंछ लें.
  • दो घंटे तक शावर कैप सिर पर रहने दें, ताकि तेल अच्छी तरह से स्कैल्प के अंदर, बालों के रोमछिद्रों और बालों पर लग जाए.
  • दो घंटे बाद शैंपू और कंडीशनर की मदद से बाल धो लें.

(और पढ़ें - बाल कैसे बढ़ाएं)

अरंडी के तेल में एंटीमाइक्रोबियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जिसके बारे में कहा जाता है कि ये बालों के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं. माना जाता है कि अरंडी का तेल स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाकर बालों के विकास में योगदान देता है. अरंडी के तेल के इस्तेमाल से रैश और खुजली होने जैसे नुकसान भी हो सकते हैं, इसलिए सलाह दी जाती है कि इसका पैच टेस्ट पहले ही कर लेना चाहिए. बालों के विकास के लिए अरंडी के तेल को लगाते हुए इसमें नारियल तेल या जोजोब ऑयल को मिलाने की सलाह दी जाती है, ताकि यह सही तरह से बालों पर लग जाए.

(और पढ़ें - बालों को घना करने के घरेलू उपाय)

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