न्यूकल ट्रांसकुलेंसी स्कैन क्या है?
न्यूकल ट्रांसकुलेंसी स्कैन को “एनटी स्कैन” भी कहा जाता है, जो एक स्क्रीनिंग (जांच करने वाला) टेस्ट होता है। इस टेस्ट को अक्सर गर्भावस्था के दौरान न्यूकल फोल्ड (Nuchal fold) की मोटाई व इसके अंदर कितना द्रव बना है आदि को देखने के लिए किया जाता है। गर्भ में पल रहे शिशु की गर्दन के पीछे की त्वचा को न्यूकल फोल्ड कहा जाता है। इस टेस्ट की मदद से भ्रूण में डाउन सिंड्रोम (Down syndrome) जैसे अनुवांशिक विकार होने के खतरे को निर्धारित किया जा सकता है। हालांकि एनटी स्कैन को शिशु की समस्याओं का पता लगाने वाली किसी निश्चित प्रक्रिया के रूप में उपयोग नहीं किया जाता है। आनुवंशिक समस्याओं का पता लगाने के लिए कुछ अन्य टेस्ट भी किए जा सकते हैं, जैसे एमनियोसेंटेसिस (Amniocentesis) और विलस सैंपलिंग (Villus sampling)। एमनियोसेंटेसिस, एम्नियोटिक द्रव पर किया जाने वाला टेस्ट होता है, जिसकी मदद से आनुवंशिक विकारों, गुणसूत्रों संबंधी असामान्यताएं और न्यूरल ट्यूब आदि संबंधित दोषों का पता लगाया जाता है। विलस सैंपलिंग टेस्ट के दौरान गर्भनाल की कोशिकाओं की जांच की जाती है, जिसकी मदद से आनुवंशिक स्थितियां और जन्म से ही होने वाली विकलांगता आदि का पता लगाया जाता है।
एनटी स्कैन के अन्य कई वैकल्पिक शब्द भी हैं, जैसे डाउन सिंड्रोम, न्यूकल ट्रांसकुलेंसी, न्यूकल फोल्ड टेस्ट, जेनेटिक स्क्रीनिंग और न्यूकल फोल्ड स्कैन आदि।