एमआरआई स्कैन (MRI Scan) का पूरा नाम 'मैग्नेटिक रेज़ोनेंस इमेजिंग' (Magnetic Resonance Imaging) होता है। इस स्कैन के लिए शक्तिशाली चुंबकों, रेडीयो किरणों और कंप्यूटर का प्रयोग किया जाता है, जिसकी मदद से शरीर की जानकारी को विस्तृत तस्वीरों के माध्यम से प्राप्त किया जाता है।
डॉक्टर इस टेस्ट का इस्तेमाल मरीज के शारीरिक परीक्षण करने के लिए या यह देखने के लिए कर सकते हैं कि मरीज उपचार के प्रति किस तरह प्रतिक्रिया दे रहा है। एमआरआई स्कैन में एक्स-रे और सीटी स्कैन टेस्ट की तरह विकिरणों (Radiation) का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
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एमआरआई ने मेडिकल दुनियां में एक नई क्रांति ला दी है। इसकी खोज के बाद डॉक्टरों और खोजकर्ताओं ने इसके इस्तेमाल करने की तकनीकों में सुधार किया है, जिससे मेडिकल प्रक्रियाओं और संबधित खोजों में काफी मदद मिली है।
एमआरआई स्कैन का इस्तेमाल शरीर के लगभग हर हिस्से की जांच करने के लिए किया जा सकता है, जिसमें शामिल है:
- दिमाग और रीढ़ की हड्डी की जांच,
- हड्डियों और जोड़ों की जांच,
- स्तनों की जांच,
- ह्रदय और रक्तवाहिकाओं की जांच,
- अन्य अंदरुनी अंग जैसे लिवर, गर्भाशय और पौरुष ग्रंथि आदि की जांच।
एमआरआई स्कैन के परिणाम का इस्तेमाल मरीजों की स्थितियों के परीक्षण करने के लिए, उपचार की योजना तैयार करने के लिए और यह देखने के लिए किया जाता है कि पहले किया जा चुका उपचार कितना प्रभावित था।