माइक्रोफ़ाइलेरिया पैरासाइट टेस्ट क्या है?
माइक्रोफाइलेरिया पैरासाइट टेस्ट का उपयोग “फिलारिसिस” नामक एक रोग का पता लगाने के लिए किया जाता है। यह रोग फिलारियल नाम के एक कीड़े के कारण होता है। जब यह कीड़ा अपने शुरुआती अवस्था (लार्वा) में होता है, तो ऊतकों में रहने वाला एक पैरासाइट इसे खून तक पहुंचा देता है।
ये फाइलेरियल कीड़े हाथीपाँव, रिवर ब्लाइंडनेस और लौ-लौ फाइलेरियासिस जैसी बिमारियों का कारण बन सकते हैं। तीन तरह के फाइलेरियल सूक्ष्म कीड़े होते हैं, जो कि शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित करते हैं।
लिम्फेटिक फाइलेरियासिस लसिका तंत्र को प्रभावित करता है, वहीं सबक्युटेनियस फाईलेरियल कीड़े त्वचा के निचले भाग को प्रभावित करते हैं। सिरॉस कैविटी फाईलेरियल कीड़े पेट की सिरॉस कैविटी (serous cavity) के अंदर रहते हैं।
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