लेप्रोस्कोपी के बाद क्या किया जाता है?
प्रक्रिया पूरी होने के बाद शरीर से उपकरण को निकाल लिया जाता है। उसके बाद दिए गए चीरे को टांकों या सर्जिकल टेप के साथ बंद कर दिया जाता है। उसके बाद में चीरे के ऊपर बैंडेज भी लगाई जा सकती है।
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सर्जरी खत्म होने के बाद आपको कुछ घंटे डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाता है, उसके बाद घर भेजा जाता है। आपके कुछ महत्वपूर्ण संकेतों जैसे, सांस लेना या दिल की धड़कनें आदि की बहुत ही ध्यान से जांच की जाती है। डॉक्टर आपमें बेहोशी की दवा या लेप्रोस्कोपी का कोई विपरित प्रभाव या दिए गए चीरे में से अधिक समय तक खून निकलने जैसी समस्या की भी जांच करते हैं।
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लेप्रोस्कोपी होने के बाद छुट्टी मिलने में लगने वाला समय निम्न स्थितियों पर निर्भर करता है:
- आपके संपूर्ण शारीरिक स्वास्थ्य की स्थिति।
- आपको किस प्रकार की बेहोशी की दवा दी गई है।
- सर्जरी के प्रति आपके शरीर का रिएक्शन।
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कुछ मामलों में आपको रातभर अस्पताल में रूकने की जरूरत पड़ सकती है।
अगर आपको सामान्य बेहोशी की दवा दी गई है तो आपको घर तक जाने के लिए एक सहायक की आवश्यकता पड़ सकती है। सामान्य बेहोशी की दवा का असर पूरी तरह से उतरने में कई घंटे का समय लेता है, इसलिए लेप्रोस्कोपी की प्रक्रिया होने के तुरंत बाद गाड़ी आदि चलाना असुरक्षित हो सकता है।
लेप्रोस्कोपी होने के कुछ दिन बाद तक आपको उस जगह पर मध्यम दर्द महसूस हो सकता है। यह दर्द व तकलीफ सामान्य रूप से कुछ दिनों में ठीक हो जाती है। दर्द से आराम दिलाने के लिए डॉक्टर आपके लिए कुछ दवाएं भी लिख सकते हैं।
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