इन्सुलिन टेस्ट खून में इन्सुलिन के स्तर को मापता है। इन्सुलिन (Insulin) एक प्रकार का हार्मोन होता है, जो अग्न्याशय (Pancreas) द्वारा जारी किया जाता है। ग्लूकोज़ (शुगर) का संचार करने के लिए इंसुलिन काफी महत्वपूर्ण होता है। ग्लूकोज़ कोशिकाओं के लिए ऊर्जा का मुख्य स्रोत होता है। जैसे ही शुगर का स्तर बढ़ता है, इन्सुलिन का उत्पादन भी बढ़ने लगता है। यह ग्लूकोज के उपयोग को नियंत्रित करता है, यह प्रोटीन संश्लेषण (Protein Synthesis) और ट्राइग्लिसराइड स्टोरेज (Triglyceride storage) में भी शामिल है।
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इंसुलिन का उत्पादन करने वाली अग्न्याशय कोशिकाएं नष्ट होने के कारण इंसुलिन की कमी हो जाती है और कमी के कारण टाइप 1 डायबिटीज (इंसुलिन पर निर्भर डायबिटीज) हो जाता है। टाइप 2 डायबिटीज (जो इन्सुलिन पर निर्भर नहीं होता) इन्सुलिन के काम में प्रतिरोध (Insulin Resistance) के कारण होता है। (और पढ़ें - शुगर का आयुर्वेदिक इलाज)
अग्नाशय के सेल ट्यूमर (Insulinoma) होने से भी रोगियों में इंसुलिन का स्तर बढ़ सकता है।
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