एचआईवी टेस्ट का उपयोग ह्यूमन इम्यूनो डेफिशियेंसी वायरस (Human Immunodeficiency Virus) का पता लगाने के लिए किया जाता है।
यह वायरस सीरम, लार या मूत्र में एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशियन्सी सिंड्रोम (Acquired Immunodeficiency Syndrome) का कारण बनता है। एचआईवी किसी भी व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है, जो यौन संबंध रखते हैं, इनमें हेट्रोसेक्सुअल, बायसेक्सुअल, होमोसेक्सुअल या यौन संबंध के अन्य प्रकार भी शामिल हैं। इसलिए एक एचआईवी टेस्ट हर किसी के लिए फायदेमंद हो सकता है।
जितना जल्दी कोई व्यक्ति यह जान लेता है कि उसको एचआईवी एड्स है, उतना ही जल्दी वे उपचार करवाने में समर्थ हो सकते हैं और एक सामान्य जिंदगी जी सकते हैं। इस जानकारी को ना लेना स्वास्थ्य के साथ-साथ जीवन को भी कम कर सकता है और अन्य लोगों को भी खतरे में डाल सकता है। एचआईवी टेस्ट नियमित रूप से करवाना चाहिए।