जी हां, 4th जेनरेशन टेक्नोलॉजी से एचआईवी टेस्ट का रिजल्ट बिलकुल सही आता है लेकिन आपको बता दें कि अगर आप एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति से यौन संबंध बनाते हैं तो उसके 2 से 4 हफ्ते के बाद ही ब्लड टेस्ट में एचआईवी से संक्रमित होने का पता चलता है। इससे कम समय में टेस्ट करवाने से रिपोर्ट में संक्रमण की डिटेल नहीं आता है।
जी हां, आपको एचआईवी है और आपने अनप्रोटेक्टेड सेक्स किया है तो यह आपकी पत्नी को भी हो सकता है। संभोग के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करें। अनप्रोटेक्टेड सेक्स करने के 2 से 4 हफ्तों के बाद अपनी पत्नी का एचआईवी टेस्ट जरूर करवाएं।
जी हां, कंडोम के बिना सेक्स करने पर भी एक साथी का एचआईवी पॉजिटिव और दूसरे का एचआईवी का रिजल्ट नेगेटिव आ सकता है। भले ही एक पार्टनर को एचआईवी हो लेकिन अगर संक्रमित व्यक्ति अपने पार्टनर से असुरक्षित यौन संबंध बनाता है तो उसके पार्टनर को भी एचआईवी हो सकता है।
जी हां, एचआईवी पॉजिटिव लोग भी बेबी कर सकते हैं लेकिन इसके लिए उन्हें डॉक्टर की सलाह से एंटी-रेट्रोवायरल ट्रीटमेंट और कुछ सप्लीमेंट लेने की जरूरत होती है ताकि बच्चे में एचआईवी का खतरा बहुत कम रहे।
नॉर्मली एचआईवी किसी को ब्लड डोनेट करने से या किसी के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाने से फैलता है। आप चिंता न करें एचआईवी किसी और तरह जैसे हवा के जरिये या एचआईवी पेशेंट को छूने से नहीं फैलता है।
एचआईवी के संपर्क में आने के कम से कम 12 सप्ताह (3 महीने) के बाद एचआईवी टेस्ट करवाना चाहिए। कुछ दुर्लभ मामलों में, संक्रमण के 6 महीने बाद एचआईवी टेस्ट का सही रिजल्ट आता है।
आप myupchar लैब से भी एचआईवी टेस्ट करवा सकते हैं। इसमें ब्लड सैंपल सीधा आपके घर से लेने की भी सुविधा है।
आप चिंता न करें क्योंकि आपने सेक्स प्रोटेक्शन के साथ किया था इसलिए आपको एचआईवी होने की बहुत कम संभावना है। एचआईवी के संपर्क में आने के कम से कम 12 सप्ताह (3 महीने) के बाद एचआईवी टेस्ट करवाना चाहिए। कुछ दुर्लभ मामलों में, संक्रमण के 6 महीने बाद एचआईवी टेस्ट का सही रिजल्ट आता है। आप अपने नजदीकी सरकारी अस्पताल में इसकी जांच करवा सकते हैं या आप myupchar लैब से भी एचआईवी टेस्ट करवा सकते हैं।
एचआईवी टेस्ट की रिपोर्ट 15 से 60 मिनट में या उसी दिन मिल जाती है। अगर टेस्ट के लिए दिए गए सैंपल किसी अन्य लैब में भेजे जाते हैं तो इसमें अधिक समय लग सकता है।
जी हां एचआईवी में कभी कभी फ्लू जैसे लक्षण दिख सकते हैं जिनमे से एक सूखी खांसी भी है। आप जल्दी से अपना एचआईवी टेस्ट करवाएं। वैसे हर व्यक्ति में एचआईवी के लक्षण अलग होते हैं।
आमतौर पर यदि आपको एचआईवी होता है तो यह 3 महीने के बाद ही ब्लड टेस्ट में दिखाई देता है। आप अपने साथी का भी एचआईवी टेस्ट जरूर करवाएं। अगर 3 महीने के बाद यह ब्लड टेस्ट में दिखाई नहीं देता है तो इसका मतलब है कि आपको एचआईवी नहीं है और चिंता करने की आवश्यकता नहीं है और न ही आपको फिर से टेस्ट करवाने की जरूरत है। लेकिन एहतियात बरतनी जरूरी है।
सभी गर्भवती महिलाओं को एचआईवी टेस्ट करवाना चाहिए ताकिएचआईवी पॉजिटिव होने पर जल्दी इसका इलाज शुरू किया जा सके। अगर गर्भावस्था के शुरू में एचआईवी के लिए इलाज दिया जाता है, तो उसके बच्चे पर एचआईवी संक्रमित होने का जोखिम बहुत कम हो सकता है। एचआईवी संक्रमण के लिए गर्भवती महिलाओं का एचआईवी टेस्ट करवाने, इलाज और प्रसव के बाद बच्चों का एंटी-रेट्रोवाइरल थेरेपी (एआरटी) देने से बच्चे में एचआईवी का खतरा बहुत कम हो सकता है।
13 से 64 वर्ष के बीच के सभी लोगों को कम से कम एक बार एचआईवी की जांच करवानी चाहिए। अगर आपके एक से ज्यादा सेक्स पार्टनर हैं तो आपको एचआईवी टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। एक बार टेस्ट करवाने के बाद अगर आप दोबारा एक से ज्यादा सेक्स पार्टनर बनाते हैं तो आपको ये टेस्ट करवाना होगा। अनसेफ सेक्स के 4 हफ्तों के अंदर टेस्ट करवाना सही रहता है।
नहीं, एचआईवी पॉजिटिव होने का मतलब यह नहीं है कि आपको एड्स है। एड्स एचआईवी बीमारी का सबसे एडवांस स्टेज है। अगर एचआईवी वाले किसी व्यक्ति को इलाज नहीं मिल पाता है या उसकी सेहत का ख्याल नहीं रखा जाता है तो एचआईवी 'एड्स' बन सकता है।