मस्तिष्क की कोशिकाएं विद्युत आवेगों (Electrical impulses) के माध्यम से एक दूसरे के साथ संपर्क करती हैं। ईईजी प्रक्रिया का इस्तेमाल इन गतिविधियों से जुड़ी समस्याओं का पता लगाने के लिए किया जाता है। मस्तिष्क कोशिकाओं के ये सिग्नल मशीन द्वारा रिकॉर्ड किए जाते हैं और बाद में डॉक्टर इनको देखते हैं कि कहीं ये असाधारण तो नहीं।
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ईईजी द्वारा मस्तिष्क की तरंगों के पैटर्न पर नजर रखी जाती है और उनको रिकॉर्ड किया जाता है। धातु से बनी कुछ छोटी सपाट डिस्क (Disc) होती हैं जो एक तार से जुड़ी होती हैं, इन्हें इलेक्ट्रोड्स (Electrodes) कहा जाता है, जिसे खोपड़ी पर चिपकाया जाता है। इलेक्ट्रोड्स मस्तिष्क में विद्युत आवेगों का विश्लेषण करता है और उनको सिग्नल के रूप में कंप्यूटर तक भेजता, कंप्यूटर द्वारा इन सिग्नल्स को रिकॉर्ड किया जाता है।
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