डीएचईए टेस्ट क्या है?
डीएचईए या डीहाइड्रोएपीएंड्रोस्टेरॉन एक एण्ड्रोजन (मेल सेक्स हार्मोन) है, जो कि महिलाओं और पुरुषों दोनों में एड्रिनल ग्रंथि द्वारा बनाया जाता है। यह एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन जैसे अन्य हार्मोन में बदला जा सकता है। ये प्यूबर्टी में द्वितीय यौन लक्षणों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। महिलाओं में डीएचईए का स्तर सामान्य से अधिक होना एड्रिनल ग्रंथि के ओवरएक्टिव होने का संकेत देता है। आमतौर पर यह टेस्ट उन महिलाओं में किया जाता है जिनमें पुरुष संबंधी लक्षणों की अधिकता होती है। ये टेस्ट उन महिलाओं का भी किया जा सकता है जिनकी यौन संबंध बनाने की इच्छा कम होती है या जिन्हे यौन संबंधों से कम संतुष्टि होती है। इसके अलावा डीएचईए टेस्ट निम्न स्थितियों में भी करवाने को कहा जाता है:
- यदि महिला के चेहरे और शरीर पर अत्यधिक बाल हों, इस स्थिति को हिर्सुटिस्म कहते हैं।
- एमेनोरिया, एक स्थिति जिसमे महिला को पीरियड्स नहीं होते
- यदि किसी महिला को गर्भ धारण करने में परेशानी हो
- यदि किसी लड़के की आवाज़ भारी हो या छोटी उम्र में ही शरीर का अत्यधिक विकास हो गया हो। ऐसे बच्चे जो प्यूबर्टी से पहले ही प्रौढ़ (मेच्योर) दिखने लगे उन्हें भी यह टेस्ट करवाने को कहा जाता है।