सी रिएक्टिव प्रोटीन (सीआरपी) परीक्षण के परिणाम और नार्मल रेंज
सी रिएक्टिव प्रोटीन को प्रति लीटर खून में मिलीग्राम (mg/L) सीआरपी के माप से मापा जाता है। सामान्य रूप से सीआरपी का स्तर अधिक होने की तुलना में कम होना बेहतर रहता है, क्योंकि यह शरीर में कम इन्फ्लमेशन का संकेत देता है।
सामान्य परिणाम
स्वस्थ व्यक्तियों में सीआरपी की मात्रा कम या न के बराबर होती है। सीरम में सीआरपी का सामान्य स्तर 0-6 मिलीग्राम प्रति लीटर है। यह मात्रा संकेत है कि व्यक्ति को किसी प्रकार के गंभीर संक्रमण या इन्फ्लमेशन की समस्या नहीं है। हालांकि, एचएस-सीआरपी परीक्षण में 3 मिलीग्राम प्रति लीटर की मात्रा को भी हृदय रोग का संकेत माना जाता है।
असामान्य परिणाम
सीआरपी की उच्च सांद्रता (हाई कॉन्संट्रेशन) 4 मि.ग्रा. प्रति लीटर से लेकर 100 मि.ग्राम. प्रतिलीटर की मात्रा कई प्रकार की स्थितियों जैसे एसएलई, आरए, वायरल संक्रमण, ट्यूमर और मायलोमा आदि का संकेत हो सकता है।
- 100 से 200 मिलीग्राम के बीच की मॉडरेट कॉन्संट्रेशन, सक्रिय आरए, पोलिमायलजिया, लिम्फोमा और बैक्टीरियल संक्रमण का संकेत हो सकता है।
- सीआरपी की 200 मिलीग्राम से अधिक की हाई कॉन्संट्रेशन की मात्रा बैक्टीरियल सेप्सिस और एक्यूट वैस्कुलाइटिस का संकेत हो सकता है।
- 400 एमजी/लीटर से अधिक कॉन्संट्रेशन का मतलब उत्तकों के अंदर फोड़ा होने का संकेत है और ऐसे में मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है।
एचएस-सीआरपी हृदय रोगों का एक इंडिपेंडेंट मार्कर है। एचएस-सीआरपी मार्कर के लिए, रोगियों को उनके एचएस-सीआरपी स्तर के आधार पर विभिन्न समूहों में बांटा जाता है।
- कम-जोखिम वाला समूह : 1 मिलीग्राम प्रति लीटर से कम की मात्रा
- मॉडरेट जोखिम वाला समूह : 1 से 3 मिलीग्राम प्रति लीटर
- उच्च जोखिम वाला समूह : 3 मिलीग्राम प्रति लीटर से अधिक की मात्रा वाले
सीआरपी कॉन्संट्रेशन न केवल कुछ बीमारियों के संकेतक हैं, बल्कि इनका उपयोग कुछ लक्षणों के बीच अंतर करने के लिए भी किया जाता सकता है। सीआरपी स्तर का निर्धारण निम्नलिखित स्थितियों का पता लगाने में भी मदद कर सकता है -
- क्रोनिक और सिम्टमेटिक इंफ्लामेशन का पता लगाने में
- बैक्टीरियल संक्रमण के लिए एंटीबायोटिक उपचार की निगरानी में
- एसएलई या अल्सरेटिव कोलाइटिस के कारण होने वाले संक्रमणों का पता लगाने में
- रूमेटिक स्थितियों का आकलन करने और इंफ्लामेटरी स्थितियों के लिए उपचार के तौर-तरीकों के निर्धारण के लिए
- संक्रमण जैसी बाद की जटिलताओं का पता लगाने में
- एचएस-सीआरपी के माध्यम से हृदय रोगों के जोखिम का पता लगाने में
- ट्यूमर का अनुमान लगाने में
10 मिलीग्राम प्रति लीटर के स्तर को विशेष रूप से उच्च माना जाता है, जो निम्न स्थितियों के संकेत दे सकता है:
सीआरपी का स्तर निम्न कारणों से गिरता है -
यह नोट कर लें कि अगर आप गर्भनिरोधक गोलियां लेती हैं, तो सीआरपी का स्तर बढ़ सकता है। गर्भावस्था में सीआरपी का स्तर बढ़ना एक जटिलता का संकेत दे सकता है, लेकिन सीआरपी और गर्भावस्था की भूमिका को पूरी तरह से समझने के लिए अधिक अध्ययन आवश्यक है।
यदि आप गर्भवती हैं या आपको कोई अन्य दीर्घकालिक जलन व इन्फ्लमेशन संबंधी समस्या है, तो सीआरपी टेस्ट द्वारा आपके लिए ह्रदय रोग के जोखिम का सटीक रूप से आकलन कर पाने की संभावना कम होती है। अगर आप किसी भी प्रकार की दवा लेते हैं, तो सीआरपी टेस्ट से पहले उनके बारे में डॉक्टर से बात करें, क्योंकि कुछ प्रकार की दवाएं सीआरपी टेस्ट के रिजल्ट को प्रभावित कर सकती हैं। कुछ ऐसे परीक्षण भी हैं, जो सीआरपी की जगह पर किए जा सकते हैं। इसलिए आप सीआरपी ब्लड टेस्ट को पूरी तरह से छोड़ भी सकते हैं।
यह याद रखें कि यह टेस्ट हृदय संबंधी रोगों के जोखिमों की पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं करवा पाता। यह निर्धारित करते समय कि कौन-सा अनुवर्ती परीक्षण आपके लिए सर्वोत्तम है, डॉक्टर आपकी जीवनशैली, पारिवारिक स्वास्थ्य की पिछली जानकारी व अन्य मेडिकल स्थितियों पर विचार करते हैं। डॉक्टर निम्न टेस्टों में से भी किसी का ऑर्डर दे सकते हैं -