अभी तक ब्लड शुगर की जांच के लिए खून की जांच की जाती है। इस टेस्ट के दौरान उंगुली में सुई की नोंक से छोटा सा पंक्चर (फिंगरपिक टेस्ट) किया जाता है, इसके बाद खून को टेस्ट ट्यूब में डालने के बाद ब्लड शुगर के स्तर की जांच की जाती है, लेकिन शोधकर्ताओं ने रिसर्च के जरिए शुगर लेवल की जांच का एक नया रास्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) खोज निकाला है, जिसके बाद अब इस समस्या से पीड़ित लोगों को फिंगरपिक टेस्ट से नहीं गुजरना होगा।

इस लेख में आप उस रिसर्च के बारे में जानेंगे, जिसमें शुगर टेस्ट प्रक्रिया को आसान बनाने का रास्ता बताया गया है -

यहां दिए लिंक पर क्लिक करके आप जान पाएंगे कि डायबिटीज का आयुर्वेदिक इलाज कैसे किया जाता है।

  1. क्या कहती है रिसर्च?
  2. क्या होता है लो ब्लड ग्लूकोज या शुगर?
  3. विशेषज्ञों की राय
  4. ब्लड शुगर जांचने पर मिलेंगे ये संकेत
  5. सारांश
शुगर टेस्ट के लिए अब नहीं झेलनी पड़ेगी सुई की चुभन, दर्दरहित है ये नई तकनीक के डॉक्टर

मेडिकल लाइफ साइंस में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन यानि इंग्लैंड की वारविक यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की एक टीम ने अध्ययन के जरिए इस नई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानि एआई तकनीक को विकसित किया है। इस तकनीक में बिना फिंगरपिक टेस्ट के ही वेयरेबल के जरिए ईसीजी यानि इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम के माध्यम से लो ग्लूकोज लेवल का पता चल सकेगा। यह उपकरण या डिवाइस नई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी से जुड़ा हुआ है, जो ईसीजी से मिलने वाले सिग्नलों से हाइपोग्लाइसीमिया (लो ब्लड शुगर) की समस्या का पता लगा सकेगा।

शोधकर्ताओं की यह तकनीक करीब 82 प्रतिशत विश्वसनीयता के साथ काम करती है और यह ब्लड शुगर को जांचने के उस तरीके की जगह ले सकती है, जिसमें अभी तक सुई उंगुली में चुभाकर खून निकाला जाता है। विशेषकर बच्चों के लिए यह तकनीक सही साबित होगी, जो सुई के जरिए होने वाले मौजूद टेस्ट (ब्लट ग्लूकोज टेस्ट) से थोड़े डरते हैं।

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Madhurodh Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को डायबिटीज के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Sugar Tablet
₹899  ₹999  10% छूट
खरीदें

जब खून में शुगर का स्तर कम हो जाता है, तो इस स्थिति को हाइपोग्लाइसीमिया या लो ब्लड शुगर कहते हैं। बता दें कि शुगर शरीर के लिए ऊर्जा का मुख्य स्रोत होता है। हाइपोग्लाइसीमिया का आमतौर पर सीधा संबंध डायबिटीज (शुगर) के उपचार से है, लेकिन कुछ दुर्लभ परिस्थितियों में डायबिटीज के बिना भी लोगों में लो ब्लड शुगर हो जाता है। जैसे- बुखार और हाइपोग्लाइसीमिया की स्थिति खुद एक बीमारी नहीं है, बल्कि यह किसी स्वास्थ्य संबंधी समस्या का संकेत देती है। इसलिए हाइपोग्लाइसीमिया की स्थिति में तुरंत उपचार जरूरी होता है।

(और पढ़ें - ब्लड शुगर लेवल कम होने पर क्या करें)

नेचुरल स्प्रिंगर जरनल साइंटिफिक रिपोर्ट्स में प्रकाशित स्कूल ऑफ इंजिनियरिंग के डॉक्टर लिएंडरो पेकचिया का कहना है, “हमारी यह नई रिसर्च एआई का उपयोग करते हुए ईसीजी बीट्स के जरिए अपने आप (ऑटोमेटिक) हाइपोग्लाइसीमिया यानि ब्लड शुगर का पता लगाने के लिए है। यह उचित माध्यम है, क्योंकि ईसीजी किसी भी परिस्थिति में ब्लड ग्लूकोज या शुगर के स्तर का पता लगा सकती है। चाहे व्यक्ति नींद में ही क्यों ना हो”।

डॉक्टर लिएंडरो पेकचिया कहते हैं कि मौजूद समय में शुगर का पता लगाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले फिंगरपिक कभी भी आरामदायक नहीं हो सकती और कुछ स्थिति में इसके जरिए काफी दर्द महसूस होता है। इतना ही नहीं, रात के समय में फिंगरपिक लेना काफी दर्द भरा होता है। विशेषकर उन बच्चों के लिए, जो ब्लड शुगर की समस्या से ग्रसित हैं।

(और पढ़ें - नॉर्मल ब्लड शुगर कितना होना चाहिए)

रिपोर्ट के माध्यम से शोधकर्ताओं ने बताया है कि उनकी यह तकनीक दो तरह से ब्लड शुगर के स्तर की जांच करेगी। इसके तहत अगर मशीन में हरी रेखा या लाइन दिखाई पड़ती है तो यह सामान्य ब्लड शुगर लेवल का संकेत होगा और अगर इसके बजाए लाल रेखा दिखाई देगी तो यह लाल संकेत आपके शरीर में लो ग्लूकोज लेवल को दर्शाएगा।

Karela Jamun Juice
₹499  ₹549  9% छूट
खरीदें

कुल मिलाकर देखें तो शोधकर्ताओं की यह नई तकनीक ब्लड शुगर की समस्या से परेशान लोगों के लिए सहायक साबित हो सकती है। इसके जरिए व्यक्ति को बिना किसी प्रकार के शारीरिक दर्द के अपने ब्लड शुगर के लेवल का पता चल सकेगा, जो कि सुई से खून निकालकर शुगर जांच करने के विकल्प के तौर पर सही साबित हो सकता है।

Dr.Jainaa Khedawala

Dr.Jainaa Khedawala

मधुमेह चिकित्सक
2 वर्षों का अनुभव

Dr. Surbhi Agrawal

Dr. Surbhi Agrawal

मधुमेह चिकित्सक
11 वर्षों का अनुभव

Dr. Sweta S

Dr. Sweta S

मधुमेह चिकित्सक
9 वर्षों का अनुभव

Dr. Khushali Vyas

Dr. Khushali Vyas

मधुमेह चिकित्सक
11 वर्षों का अनुभव

ऐप पर पढ़ें
cross
डॉक्टर से अपना सवाल पूछें और 10 मिनट में जवाब पाएँ