लिपोट्रॉप सिरप में आयुर्वेदिक सामग्री शामिल है (टेफ्रोसिया पुरपुरेरा - 30 मिलीग्राम, सिकोरियम इंटीबस - 30 मिलीग्राम, एक्लिटा अल्बा - 16 मिलीग्राम, सोलनम नीग्रम - 16 मिलीग्राम, फिलाएंथस निरूरी - 12 मिलीग्राम, टियांपोरा कोर्डिफोलिया - 12 मिलीग्राम, टर्मिनलिया चेबुला - 12 मिलीग्राम, पिकरहाइज़ा कुर्रो - 4 मिलीग्राम, फ्यूमरिया ऑफिसनलिस - 4 मिलीग्राम, और एंड्रोग्राफिस पैनिकुलटा - 4 मिलीग्राम)।
मुख्य सामग्रियों की भूमिका:
आयुर्वेदिक अवयव यकृत के उचित कार्य को बनाए रखने में मदद करते हैं और चयापचय गतिविधियों में सुधार करते हैं। उनके पास एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-विल्मेटरी गुण हैं उनके पास मूत्रवर्धक गुण होते हैं और मूत्र के उचित निर्वहन में मदद करते हैं।
लिपोट्रॉप सिरप जिगर और तिल्ली कोशिकाओं की मरम्मत और पुनर्जीवित करने में मदद करता है, जिगर को उत्तेजित करके, जिगर की रक्षा, शराब, एंटीबायोटिक और प्रदूषण के प्रभाव से, और पित्त के प्रवाह में सुधार करके चयापचय गतिविधियों को बढ़ाता है।
उपयोग की दिशा:
मौखिक रूप से लिपोट्रॉप सिरप लें
चिकित्सा पर्यवेक्षण के अंतर्गत उपयोग करें