साइनोवेक्टोमी एक सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें शरीर के जोड़ों से साइनोवियम को निकाला जाता है। साइनोवियम एक कोमल परत होती है, जो साइनोवियल जॉइंट के अंदरूनी हिस्से में मौजूद होती हैं। साइनोवियल जॉइंट आमतौर पर कंधे, कोहनी, कुल्हे और घुटने आदि में पाए जाते हैं। कई बार जोड़ का असाधारण रूप से इस्तेमाल करना, कोई चोट लगना या फिर किसी रोग के कारण इस परत (साइनोवियम) में सूजन आने लगती है और इस कारण से साइनोवियल द्रव अधिक मात्रा में बनने लगता है। जोड़ों में अधिक मात्रा में साइनोवियल द्रव बनने की स्थिति को साइनोवाइटिस कहा जाता है।
साइनोवाइटिस से ग्रस्त जोड़ों में दर्द व अकड़न हो जाती है और वे ठीक से अपना काम नहीं कर पाते हैं, जैसे संबंधित अंग को हिलाना-ढुलाना आदि। साइनोवेक्टोमी अधिकतर मामलों में उन लोगों में देखी जाती है, जिनको रूमेटाइड आर्थराइटिस या जोड़ों में सूजन संबंधी कोई अन्य रोग है। साइनोवेक्टोमी की मदद से इन समस्याओं से होने वाली परेशानियों को ठीक किया जा सकता है। इस सर्जरी को ओपन और आरथ्रोस्कोपिक प्रक्रियाओं से किया जाता है। हालांकि, जिन वयस्कों या बच्चों को हेमोफीलिया है, उनके लिए रेडिएशन साइनोवेक्टोमी प्रक्रिया पर विचार किया जाता है।
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