हेमीपेल्वेक्टोमी किसे कहते हैं?
हेमीपेल्वेक्टोमी पेल्विस यानी श्रोणी या कुल्हे के लिए की जाने वाली एक जटिल सर्जरी है, जिसमें पेल्विस की एक तरफ के हिस्से की हड्डी को हटा दिया जाता है। कुछ दुर्लभ मामलों में हड्डी के साथ-साथ पेल्विस के हिस्से को भी हटाना पड़ सकता है। हेमीपेल्वेक्टोमी को दो अलग-अलग तकनीक की मदद से किया जा सकता है, जिन्हें एक्सटर्नल हेमीपेल्वेक्टोमी और इंटरनल हेमीपेल्वेक्टोमी के नाम से जाना जाता है।
एक्सटर्नल हेमीपेल्वेक्टोमी में आधी पेल्विक बोन के साथ-साथ उस तरफ की टांग को भी काटना पड़ता है। इंटरनल हेमीपेल्वेक्टोमी में या तो पूरी पेल्विस बोन को हटा दिया जाता है या फिर उसका कोई हिस्सा हटाना पड़ता है। हालांकि, इस प्रक्रिया में टांग को बचा लिया जाता है।
कूल्हे ही हड्डियां, त्रिकास्थि (Sacrum) और गुदास्थि (coccyx) से मिलकर पेल्विस की हड्डियों वाला भाग बनाती हैं। पेल्विक की हड्डियों के बीच में जननांग स्थित होता है। पुरुषों के पेल्विस में मूत्राशय, यूरेथ्रा, प्रोस्टेट ग्रंथि और स्पर्मेटिक कोर्ड पाए जाते हैं, जबकि महिलाओं में गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब, अंडाशय, योनि और सर्विक्स शामिल हैं। पुरुषों व महिलाओं दोनों के पेल्विस में जननांग के अलावा अन्य अंग भी होते हैं, जिनमें जठरांत्र पथ के कई अंग शामिल हैं और साथ ही काफी मात्रा में तंत्रिकाएं व रक्त वाहिकाएं भी। हेमीपेल्वेक्टोमी के दौरान पेल्विस के अंदर मौजूद सभी अंगों का पता लगाना और उन्हें सर्जरी वाली जगह से दूर कर देना बहुत जरूरी होता है।
हेमीपेल्वेक्टोमी सर्जरी आमतौर पर पेल्विस, कूल्हे या जांघों के आसपास विकसित हुए ट्यूमर को हटाने के लिए की जाती है। यह कैंसर या सेप्सिस जैसे घातक रोगों के लक्षणों को कम करने के लिए भी किया जा सकता है। यदि पेल्विस क्षेत्र में कोई गंभीर चोट लगी है, तो उस स्थिति के इलाज के रूप में भी हेमीपेल्वेक्टोमी की जा सकती है।
यदि सर्जरी से मरीज की एक टांग को हटा दिया जाता है, तो उसकी जगह पर कृत्रिम टांग लगाई जा सकती है। हालांकि, यह मरीज की उम्र पर भी निर्भर करता है, क्योंकि कुछ वृद्ध कृत्रिम अंग का इस्तेमाल करने में अक्षम हो जाते हैं।
हेमीपेल्वेक्टोमी एक जटिल सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसे बेहतर तरीके से करने के लिए अलग-अलग विशेषज्ञ डॉक्टर साथ मिलकर काम करते हैं, जैसे सर्जन, फीजियोथेरेपिस्ट, ऑक्यूपेश्नल और रिहैबिलिटेटिव थेरेपिस्ट आदि।
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