कॉल्पोरैफी एक सर्जिकल प्रोसीजर है, जिसे पेल्विक ऑर्गन प्रोलैप्स से ग्रस्त महिलाओं में किया जाता है। पेल्विक ऑर्गन प्रोलैप्स ऐसी स्थिति होती है, जिसमें पेल्विक ऑर्गन (गर्भाशय व मूत्राशय आदि) कमजोर पड़ जाते हैं। पर्याप्त सहारा न मिलने के कारण ये अंग लटकने लगते हैं और नीचे योनि की सतह पर दबाव डालते हैं। दबाव के कारण योनि की सतह बाहर की तरफ निकलने लगती है, जिससे दर्द व अन्य परेशानी होती है और साथ ही यौन जीवन भी प्रभावित हो जाता है।
कॉल्पोरैफी सर्जरी में योनि और पेल्विक अंगों के बीच के ऊतकों को टांके लगाकर मजबूत व स्थिर बना दिया जाता है। इस सर्जरी की मदद से पेल्विक के अंग अपनी जगह पर स्थिर रहते हैं और परिणामस्वरूप पेल्विक ऑर्गन प्रोलैप्स के कारण होने वाली समस्याएं ठीक हो जाती हैं। कॉल्पोरैफी सर्जरी को पूरा होने में कम से कम 90 मिनट का समय लगता है और सर्जरी के बाद आपको लगभग दो दिन तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ सकता है। सर्जरी होने के दो से तीन हफ्तों बाद डॉक्टर आपको जांच करवाने के लिए फिर से बुला सकते हैं, ताकि सर्जरी की स्थिति का पता लगाया जा सके।
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