वीर्य आम तौर पर गाढ़ा एवं सफेद तरल पदार्थ होता है, लेकिन इसके कलर और थिकनेस अलग-अलग हो सकते हैं । वीर्य के बदले हुए रंग या फिर वीर्य का जरूरत से ज्यादा गाढ़ा होना या पतला होना शारीरिक परेशानियों की ओर इशारा करता है. हालांकि, ऐसा नहीं है कि वीर्य से जुड़ी समस्याओं को दूर नहीं किया जा सकता है. दरअसल ऐसी परेशानियों को नजरअंदाज करने की बजाए डॉक्टर से सलाह ली जाए, तो जल्द राहत मिल सकती है । आज इस लेख में आप विस्तार से जानेंगे कि पानी जैसे पतले वीर्य के कारण और प्रजनन क्षमता पर इसका असर क्या होता है और कैसे किया जाता है इसका इलाज -
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