यदि आपको यौन अंगों के आसपास बदबू आ रही है, यहां सफेद कुछ जम रहा है, तो यह आपके साफ-सफाई न रखने का संकेत है। पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखकर लक्षणों का कम करने और इस जमाव को कम करने में मदद मिल सकती है। आगे जानिए कि किस तरह यौन अंगों को साफ करना चाहिए।
पेनिस को साफ रखें
नेशनल हेल्थ सर्विस के अनुसार रोज गुनगुने पानी से पेनिस को धोने से स्मेग्मा से संबंधित इंफेक्शन से बच जाते हैं एवं कोई और संक्रमण से भी बचाव मिलता है।
जिन लोगों का खतना नहीं हुआ होता है, उनकी पेनिस की ऊपरी स्किन को हटाना चाहिए और गुनगुने पानी से पेनिस के छोर को साफ करना चाहिए। आप माइल्ड साबुन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन इसमें ज्यादा केमिकल नहीं होने चाहिए। यदि स्मेग्मा है, तो आप गुनगुने पानी के नीचे इसे धीरे-धीरे साफ कर सकते हैं।
जबरदस्ती पेनिस की ऊपरी स्किन को हटाने की कोशिश न करें। गुनगुने पानी से साफ करने के बाद तौलिए से उस हिस्से को सुखाएं। ज्यादा उत्पादों के इस्तेमाल से पेनिस ड्राई हो सकती है, यह भी इंफेक्शन का कारण हो सकता है।
खतना करवाने वाले पुरुषों को भी अपने लिंग की सफाई इसी तरह से करनी चाहिए लेकिन यौन अंगों में ज्यादा साबुन इस्तेमाल न करें।
अंडकोषों और प्यूबिक हिस्से की भी सफाई करें और इसे रोज साबुन से साफ करें। इस हिस्से में पसीना जमने की वजह से बैक्टीरिया पनपने का खतरा ज्यादा होता है। पेनिस को साफ करने से आप और आपकी पाटर्नर दोनों खुश रहते हैं।
योनि की सफाई
पेनिस की तरह योनि को भी संक्रमण से बचाने के लिए रोज साफ करना चाहिए। नैचुरल डिस्चार्ज योनि को स्वस्थ रखता है लेकिन फ्लूइड जमने से बचने के लिए सफाई के बाद इस हिस्से को ड्राई करना भी जरूरी है।
इसके अलावा परफ्यूम वाले साुबन, जैल और एंटीसेप्टिक न लगाएं क्योंकि इससे जलन हो सकती है। योनि के फ्लूइड्स हानिकारक माइक्रोबियल ग्रोथ को बनने से रोकते हैं, ये केमिकल पीएच लेवल को प्रभावित कर हेल्दी माइक्रोब्स को संतुलित करनेमें मदद कर सकते हैं।
वल्वा और पेनियम के आसपास के हिस्से को दिन में एक बार माइल्ड साबुन से साफ करें। आप नहाते समय भी इन हिस्सों की सफाई कर सकते हैं।
पीरियड्स में निजी अंगों की कई बार सफाई करने की जरूरत हो सकती है। सफाई रखने से हानिकारक डेड स्किन और ऑयल नहीं जमता है और साबुन नहीं भी लगाएंगी तो भी बेहतर होगा।