जब गर्भावस्था के दौरान आपकी बढ़ती भूख को संतुष्ट करने की बात आती है, तो आपको अपने शरीर की बात सुननी चाहिए लेकिन आप कितना खा रही हैं इस पोर्शन को भी समझदारी से चुनें। याद रखें कि भले ही लोग आपसे कहें कि आपको दो लोगों के लिए खाना चाहिए लेकिन वह दूसरा प्राणी यानी आपका बच्चा बहुत छोटा है, इसलिए "एक मेरे लिए, एक बच्चे के लिए" का सिद्धांत यहां काम नहीं करेगा। प्रेगनेंसी में बढ़ती भूख को मैनेज करने के लिए इन सुझावों को अपनाएं:
1. शरीर में पानी की कमी न होने दें
कई बार हम इस बात को लेकर कन्फ्यूज हो जाते हैं कि हमें अभी भूख लगी है या प्यास। और चूंकि आपका शरीर बच्चे के निर्माण में व्यस्त है, लिहाजा आपके शरीर को पहले से अधिक तरल पदार्थों की आवश्यकता होगी। प्रतिदिन कम से कम 12 से 13 कप पानी जरूर पिएं और अगर बाहर का तापमान गर्म हो और आपको पसीना आ रहा हो तो ज्यादा पानी पिएं। पानी के साथ फ्रूट जूस, नारियल पानी आदि भी पी सकती हैं लेकिन सोडा या कोल्ड ड्रिंक से दूर रहें क्योंकि इसमें कोई पोषण नहीं होता और अतिरिक्त कैलोरी और चीनी होती है जो आपकी भूख को बढ़ाती है। (और पढ़ें - प्रेगनेंसी में सोडा या कोल्ड ड्रिंक पीना चाहिए या नहीं)
2. कैलोरीज का भी ध्यान रखना है जरूरी
आपको जानकर हैरानी होगी कि प्रेगनेंसी के पहली तिमाही में गर्भवती महिला को भोजन से मिल रही कैलोरीज में बढ़ोतरी करने की कोई जरूरत नहीं होती। लेकिन दूसरी तिमाही के दौरान प्रेगनेंसी के पहले की डाइट की तुलना में 300-350 अतिरिक्त कैलोरीज की जरूरत होती है और तीसरी तिमाही में यह बढ़कर 500 कैलोरीज हो जाती है। कैलोरीज की जरूरत का ध्यान रखें और उसके हिसाब से ही भोजन करें।
3. प्रेगनेंसी डाइट को हेल्दी बनाए
इस बात का ध्यान रखें कि आप जो खा रही हैं फिर चाहे वह स्नैक्स हो या मील- उससे सिर्फ आपका पेट न भरे बल्कि वह पोषण से भरपूर भी होना चाहिए। लिहाजा अपनी डाइट में 3 अहम न्यूट्रिएंट्स- प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी फैट को जरूर शामिल करें। आप चाहें तो प्रोटीन के लिए मछली, अंडा, बीन्स, सोया उत्पाद, चिकन आदि, फाइबर के लिए- साबुत अनाज, फल और सब्जियां और हेल्दी फैट के लिए- दही, नट्स, ऐवकाडो और जैतून के तेल का सेवन कर सकती हैं। प्रोसेस्ड और रिफाइंड उत्पादों की जगह फ्रेश भोजन का सेवन करें।
(और पढ़ें - गर्भावस्था के लिए डाइट चार्ट)
4. 3 की जगह 6 बार छोटी-छोटी मील खाएं
एक दिन में 3 बार भोजन करने की बजाए आप चाहें तो 5 से 6 बार में छोटी-छोटी मील हर 3-4 घंटे में ले सकती हैं। अगर गर्भवती महिलाएं एक बार में ही बहुत ज्यादा भोजन खाने की कोशिश करेंगी तो इससे उनका पेट फूलना, पेट में गैस, सीने में जलन जैसी समस्याएं बढ़ जाएंगी। अगर आप नियमित रूप से कुछ घंटों में लगातार थोड़ा थोड़ा खाएंगी तो आपको बहुत ज्यादा भूख भी नहीं लगेगी, पेट और मन दोनों भरा हुआ और संतुष्ट महसूस होगा और आप एक बार में बहुत ज्यादा भोजन भी नहीं खाएंगी।