गर्भावस्था के दौरान गैस की समस्या अक्सर हो जाती है अर्थात गर्भावस्था के दौरान गैस बनना एक आम चिंता का विषय है। कुछ के लिए, गैस बनने का मतलब पेट फूलना होता है जिसे "अपच" भी कहा जाता है। हालांकि, अधिकांश के लिए यह सिर्फ गैस पास करना होता है। गैस का नाम सुनने से सीधा ध्यान "फार्ट" की ओर जाता है, लेकिन व्यावसायिक (Professionally) रूप में इसे पेट फूलना कहते हैं। शरीर से गैस, कभी-कभी पेट फूलकर, जबकि कभी यह डकार के रूप में निकलती है।
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इसके लक्षण, गर्भावस्था के 11वें हफ्ते के आसपास शुरु होते हैं और पूरी गर्भावस्था के दौरान अर्थात प्रसव तक इसके होने की संभावना होती है।
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प्रेग्नेंसी के दौरान बढ़ता प्रोजेस्टेरोन का स्तर, पाचन तंत्र सहित शरीर की सभी मांसपेशियों को आराम देता है। जिस कारण पाचन क्रिया धीमी हो जाती है और पेट में गैस बनने लगती है, जिसके कारण डकार, फार्ट (Fart) और पेट फूलने की समस्या होती है। अधिक भोजन कर लेने के बाद आंत में असहजता भी महसूस होती है।
बढ़ते गर्भाशय और हार्मोनल स्तर में वृद्धि के कारण गर्भावस्था के अंतिम दिनों में भी पेट फूलने की समस्या हो सकती है। हार्मोनों में वृद्धि के अलावा, गर्भावस्था के दौरान पेट में बनने वाली गैस के अन्य कारण भी हो सकते हैं जो इस प्रकार हैं।
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