कई महिलाओं के मन में प्रेगनेंसी के दौरान यात्रा करने को लेकर बहुत सारे सवाल उमड़ते हैं। वे इस समय यात्रा के दौरान होने वाली मुश्किलों को सोच कर ही चिंतित हो जाती हैं और यात्रा करने से डरने लगती हैं। हम इस लेख में प्रेगनेंसी में यात्रा करना कितना सुरक्षित है और सफर करते समय बरतने वाली सावधानियों के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं। जिससे आपको निसंदेह गर्भावस्था में यात्रा करने में होने वाली तकलीफों का सामना करने में मदद मिलेगी। गर्भावस्था का प्रत्येक मामला अलग प्रकार का होता है। इसलिए आपको ऑनलाइन सुझावों के अलावा यात्रा करने से पहले अपने डॉक्टर से भी परामर्श लेना चाहिए। 

(और पढ़ें - गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर से चेकअप)

  1. गर्भावस्था में सफर करना चाहिए या नहीं - Is it safe to travel during pregnancy in Hindi
  2. गर्भावस्था के दौरान कार या बस यात्रा - Travelling by car or Bus during pregnancy in Hindi
  3. गर्भावस्था के दौरान ट्रेन यात्रा - Travelling by train during pregnancy in Hindi
  4. गर्भावस्था के दौरान हवाई यात्रा - Air travelling during pregnancy in Hindi
  5. प्रेगनेंसी के सफर करने के लिए टिप्स - Tips for travelling while pregnant in Hindi

यह समझना जरुरी है कि प्रेगनेंसी में यात्रा करते समय बहुत सारे जोखिम हो सकते हैं, लेकिन ये जोखिम आपकी स्थिति पर निर्भर करते हैं। हर गर्भवती महिला की यात्रा जोखिमभरी नहीं होती। शायद लोग आपको हवाई यात्रा करने के लिए मना भी करेंगे लेकिन कभी कभी यात्रा करना ज़रूरी भी हो जाता है। ऐसे में आप यात्रा करने के अन्य सुरक्षित तरीकों को अपना सकती हैं। आमतौर पर यह आपकी और बच्चे की स्थिति पर निर्भर करता है अर्थात गर्भ में बच्चा किस स्थान पर है या आप कितने महीने की गर्भवती हैं। इस लेख में इन सभी बातों पर विस्तार से वर्णन किया गया है।

हालांकि जब तक आपकी प्रेगनेंसी में किसी प्रकार की जटिलता नहीं होती है, तब तक आपका गर्भावस्था के दौरान किसी भी समय यात्रा करना सुरक्षित होता है। गर्भावस्था के दौरान दूसरी तिमाही में यात्रा करना ज्यादा बेहतर माना जाता है क्योंकि ज्यादातर मामलों में, पहली तिमाही में महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस और तीसरी तिमाही में अत्यधिक थकान का अनुभव होता है। 

(और पढ़ें - गर्भावस्था में थकान)

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प्रेगनेंसी में कार से यात्रा करते समय, निम्नलिखित बातों को अपनाएं:

  1. आपकी कार में एयरबैग (Air bags) हो तब भी सीट बेल्ट ज़रूर पहनें। सीट बेल्ट का निचला हिस्सा पेट के नीचे से बांधिए, पेट के ऊपर नहीं। (और पढ़ें - प्रेग्नेंट होने के लिए क्या करें)
  2. यदि आपकी सीट, एयरबैग के सामने ही है तो एयरबैग से थोड़ी दूरी बना कर बैठें। (और पढ़ें - प्रेगनेंसी टेस्ट कितने दिन बाद करे)
  3. अपने पैरों में रक्त परिसंचरण को बढ़ाने और मूत्राशय पर पड़ने वाले दबाव को कम करने के लिए लम्बी यात्रा के दौरान कम से कम प्रत्येक 2 घंटो में बाथरूम या चाय नाश्ते के किये ज़रूर रुकें और थोड़ा टहलें।
  4. गर्भावस्था के दौरान कार या बस यात्रा के समय यदि दुर्घटना हो जाये तो गर्भवती महिला को तुरंत आस पास के किसी नज़दीकी अस्पताल ले जाएं या डॉक्टर को बुलाएं। घबराएं नहीं और यदि गर्भवती महिला को चोट नहीं भी आयी है तो भी उसे अस्पताल ज़रूर पहुचाएं क्योंकि ऐसे में जांच कराना बहुत ज़रूरी हो जाता है।
  5. आप सफर करने के दौरान अगर ये सोच रही हैं कि आप जितना कम खाएंगी या पियेंगी आपको बाथरूम की दिक्कत नहीं होगी तो आप बिलकुल गलत हैं। इस समय किसी भी स्थिति में अपने खान पान के साथ खिलवाड़ न करें। पर्याप्त मात्रा में पेय पदार्थों और भोजन का सेवन करें। रही बात बाथरूम की समस्या की तो उसके लिए कार आप किसी भी ऐसी जगह रुकवा सकती हैं जहां शौचालय की सुविधा हो और बसें भी जनसुविधाओं पर रूकती हैं जहां शौचालयों और खाने पीने की व्यवस्था होती है। (और पढ़ें - गर्भावस्था में क्या खाएं और क्या ना खाएं)
  6. जितना संभव हो ड्राइव करने की कोशिश न करें लेकिन यदि अगर आप ड्राइव कर रही हैं तो किसी दूसरे व्यक्ति को भी अपने साथ ले जाएं।
  7. आराम से बैठने के लिए कुशन या तकिया का उपयोग करें।
  8. महत्वपूर्ण फ़ोन नंबरों की सूची में पासवर्ड न लगाएं और बाहर निकलने से पहले फोन पूरी तरह से चार्ज कर लें।
  9. प्राथमिक चिकित्सा किट अपनी गाड़ी में रखें और अपनी दवाएं अपने साथ ले जाएं भले ही उनकी आवश्यकता न हो क्योंकि हो सकता है लौटने में आपको देर हो।
  10. यात्रा पर जाने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें और उन्हें अपने घूमने की पूरी योजना सही सही बताएं। फिर अगर डॉक्टर आपको जाने की अनुमति दें तभी यात्रा करें।
  11. धीमी गति से ड्राइव करें क्योंकि दुर्घटना से देर भली।
  12. बस में यात्रा करने का नुकसान ये है कि यदि आप लंबी दूरी की यात्रा कर रही हैं या ट्रैफिक जाम में फंसी हैं तो आप उठ नहीं सकतीं। इस कारण आपको रक्त के थक्कों और वेरीकोज नसों के त्वचा की ऊपरी सतह पर उभरने की समस्या हो सकती है।

गर्भावस्था के दौरान ट्रेन यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए आप निम्नलिखित उपाय अपना सकती हैं:

  1. यदि आप अकेले यात्रा करने जा रही हैं तो हल्का बैग पैक करें और पहियों वाला सूटकेस (Strolley) साथ ले जाएं जो उठाना नहीं पड़ता क्योंकि प्रेगनेंसी में भारी सामान आपको चोट पहुंचा सकते हैं।
  2. घर से निकलने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि ट्रेन समय पर है या नहीं। ऐसा करने से आप अनचाही भीड़ और अन्य असुविधाओं का सामना करने से बच सकती हैं।
  3. यदि आपको प्लेटफार्म तक पहुंचने के लिए सीढ़ियां चढ़नी उतरनी हैं या पुल (Bridge) पार करने की आवश्यकता है, तो एक कुली कर लें। आपको आराम रहेगा।
  4. अपने सामान की सुरक्षा के लिए एक ताला चाभी ले लें ताकि आपको रात में या शौचालय जाने पर इसकी चिंता न रहे।
  5. जब तक गाड़ी रुक न जाये स्टेशन पर उतरने की कोशिश न करें।
  6. चलती ट्रेन से उतरने की कोशिश तो, न सिर्फ गर्भवती महिलाओं, बल्कि किसी को भी नहीं करनी चाहिए।
  7. सर्दी या पेट संक्रमण जैसी आम समस्याओं के लिए कुछ दवाएं अपने साथ लेकर चलें। लेकिन ये दवाएं डॉक्टर से पूछ कर ही उपयोग करें। (और पढ़ें - सर्दी जुकाम के घरेलू उपाय)
  8. ट्रेन की एक बोगी या डिब्बे से दूसरे डिब्बे में जाने की कोशिश न करें खासकर तब जब ट्रेन चल रही हो।
  9. यात्रा के दौरान अपना मोबाइल पूरी तरह से चार्ज रखें और अच्छी कम्पनी का सिम उपयोग करें।
  10. डॉक्टर का फोन नंबर अपने फोन में सेव रखें।

निम्न उपायों को अपनाकर आप अपनी यात्रा को और अधिक आरामदायक बना सकती हैं:

  1. छोटी यात्राओं के लिए, यात्रा की दिशा में मुँह करके बैठने से आपको अधिक आराम महसूस होगा।
  2. लंबी यात्रा के लिए, निचली बर्थ का रेज़र्वेशन कराएं। भारतीय रेलवे, गर्भवती महिलाओं को एसी 3, एसी 2 और स्लीपर कोच में 2 निचली बर्थ का कोटा प्रदान करता है। यदि न मिले तो सहयात्रियों से बात करें अन्यथा टीटी से बात करें। वो आपको इस अवस्था में निचली बर्थ अवश्य दिलवा देंगे।
  3. राजधनी, शताब्दी और इंटरसिटी ट्रेनों पर बुकिंग करने की कोशिश करें। उनके स्टॉप कम होते हैं, इसलिए वे अपने गंतव्य (Destination) तक तेजी से पहुंचती हैं।
  4. ट्रेन अन्य गाड़ियों या परिवहन की तुलना में अधिक सुविधाजनक होती है क्योंकि उसमें आप हर घंटे उठ कर टहल भी सकती हैं और अपने पैरों को फैला भी सकती हैं।
  5. आरामदायक और मजबूत चप्पलें पहनें जो चलती ट्रेन में आपको चलने में आराम दें।
  6. रात के सफर के लिए आम तौर पर चादर और तकिया ले कर चलें। हालांकि आजकल ट्रेन में यह सुविधा उपलब्ध रहती है बस थोड़े पैसे ज्यादा लगते हैं। इसलिए जितना हो सके कम सामान लेकर यात्रा करें।
  7. जब आप शौच के लिए जाएं तो अपना संतुलन बनाए रखें। स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए भारतीय सीट वाले शौचालय का उपयोग करना ही अच्छा होता है। बाद में अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लें।

ट्रेन में खान पान सम्बन्धी निम्न बातों का ध्यान रखें :

  1. पर्याप्त पानी अपने साथ लेकर चलें ताकि आप को पानी खरीदने के लिए ट्रेन से बाहर निकलने की आवश्यकता न पड़े। इसके अलावा, जो लोग ट्रेन पर पानी की बोतलें बेचते हैं वो स्वच्छ और स्वस्थ नहीं होता है।
  2. स्टेशन या प्लेटफार्म से कोई भी खाद्य पदार्थ न खरीदें क्योंकि वो भोजन भी अस्वच्छ हो सकता है। (और पढ़ें - फूड पाइज़निंग)
  3. यदि आप भोजन ले रही हैं, तो सुनिश्चित करें कि इसे ठीक से स्टोर किया गया है। सुबह तैयार किया गया भोजन और दिन के दौरान फ्रिज में न रखने से वो आसानी से खराब हो जाता है। तो उन चीज़ों को खरीदें जो लंबे समय तक खराब न हों।
  4. प्रेगनेंसी में थोड़ी थोड़ी देर में कुछ न कुछ खाना आपके लिए महत्वपूर्ण है इसलिए घर से नाश्ता और भोजन लेकर चलें। सूखे मेवे, केले, संतरे, सेब, नमकीन और प्रोटीन बिस्कुट आदि पैक कर लें। लंबी यात्रा के लिए अचार, पूड़ी और सूखी आलू की सब्जी जैसा भोजन आप पैक कर सकती हैं जो खराब नहीं होते। (और पढ़ें - गर्भावस्था में क्या खाएं और क्या ना खाएं)
  5. हाइड्रेटेड रहने के लिए अधिक से अधिक पानी पीयें। चाय, कॉफी और कैफीन युक्त पेय पदार्थों का सेवन कम करें, क्योंकि वे आपके शरीर में पानी की कमी करते हैं जिस कारण आपको शौचालय जाने की ज़रूरत अधिक पड़ सकती है।
  6. किसी भी पैक किए गए जूस और खाद्य पदार्थों का सेवन करने से पहले उनकी समाप्ति तिथि (Expiry date) जांच लें।

गर्भावस्था में हवाईजहाज से यात्रा करना महिलाओं के लिए सुरक्षित माना जाता है। हालांकि, निम्नलिखित बातें आपकी यात्रा को अधिक सुरक्षित और आरामदायक बना सकती हैं:

  1. अधिकांश एयरलाइंस गर्भवती महिलाओं को केवल आठवें महीने तक ही यात्रा करने की अनुमति देती हैं। नौवें महीने में यात्रा करने की अनुमति केवल तब दी जाती है जब आपके पास डॉक्टर की अनुमति हो।
  2. अधिकांश एयरलाइंस में पतले रस्ते और छोटे बाथरूम होते हैं इसलिए टॉयलेट का उपयोग करते समय चलना और अधिक असुविधाजनक हो जाता है।
  3. 7,000 फीट से ऊपर की ऊंचाई पर न जाएं। इस दौरान इस प्रकार की यात्रा न करें।
  4. द रॉयल कॉलेज ऑफ ऑब्स्टेट्रीशियन एंड गायनकोलॉजिस्ट्स और इंटरनेशनल एयर ट्रैवल एसोसिएशन के अनुसार गर्भावस्था के 37वें सप्ताह से जब तक डिलीवरी न हो तब तक गर्भवती महिलाओं को यात्रा नहीं करनी चाहिए।
  5. जिन महिलाओं को समय से पहले प्रसव होने (जो एक से अधिक बच्चों को जन्म देने वाली होती हैं) का जोखिम होता है उनको 32वें हफ्ते से यात्रा करने से बचना चाहिए या नहीं करनी चाहिए।

निम्न बीमारियों से पीड़ित महिलाओं में यात्रा के दौरान जोखिम होने की संभावना होती है:

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Prajnas Fertility Booster बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख पुरुष और महिला बांझपन की समस्या में सुझाया है, जिससे उनको अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं।
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  1. प्रेगनेंसी में हवाई यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय दूसरी तिमाही का होता है। इस समय मिसकैरेज का खतरा भी कम होता है और मॉर्निंग सिकनेस भी इस तिमाही में बंद हो जाती है। इस तिमाही में पहली और तीसरी तिमाही से ज्यादा ऊर्जा होती है। लेकिन यदि आपका इसके पहले या बाद में सफर करने की योजना है तो परेशान न हों। दूसरी तिमाही में ही यात्रा करना कोई नियम नहीं है। आप कुछ बातों का ध्यान रख कर कभी भी सफर कर सकती हैं।
  2. इस दौरान बिना डॉक्टर से अनुमति लिए सफर न करें।
  3. आप जहाँ भी जा रही हैं उस जगह के और रास्ते में पड़ने वाले अस्पतालों की एक बार सरसरी निगाह से जानकारी ले लें जिससे आवश्यकता पड़ने पर किसी प्रकार की असुविधा न हो। अपना यात्रा बीमा (Travel insurance) करा लें। इससे आप जहाँ भी जाएँगी वहां के अस्पताल का खर्चा बीमा कंपनी उठाएगी।
  4. यात्रा के दौरान अपनी आरामदायक सीट चुनें क्योंकि यदि आपको बैठने में परेशानी होगी तो आप यात्रा ठीक प्रकार से नहीं कर पाएंगी साथ ही आपकी प्रेगनेंसी में भी दिक्कत आ सकती है।
  5. अपने साथ फाइबर युक्त, ऊर्जा प्रदान करने वाले और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ ले कर चलें। (और पढ़ें - प्रेगनेंसी डाइट चार्ट)
  6. आरामदायक कपड़े पहनें। जिन कपड़ों में आपको सफर के दौरान परेशानी न हो।
  7. अपना ध्यान स्वयं रखें। कार में सफर करने से पहले एयर बैग्स की जांच कर लें। सीट बेल्ट पहनें और सही स्थिति में बैठें। आवश्यकतानुसार पैर फ़ैलाने के लिए अपनी सीट आगे पीछे कर लें।
  8. इस दौरान सामूहिक टॉयलेट (Public toilet) का उपयोग करने से बचें।
  9. यदि आप कार से यात्रा कर रही हैं तो सीट बेल्ट ऊपर चित्र में दिखाए गए तरीके से पहनें।
  10. मोबाइल फोन हमेशा चार्ज करके घर से निकलें और फोन में पासवर्ड न लगाएं।
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