थायराइड (Thyroid) रोग विभिन्न विकारों का एक समूह होता है, जो आपकी थायराइड ग्रंथि को प्रभावित करता है। थायराइड आपकी गर्दन के सामने वाले हिस्से पर एक छोटी सी तितली के आकार की ग्रंथि होती है जो थायराइड नामक हार्मोन को स्त्रावित करती है। थायराइड हार्मोन शरीर की ऊर्जा का नियंत्रण और इसके उपयोग को निर्धारित करता है। इसके अलावा यह आपके शरीर के संचालन के लिए जरूरी हर आवश्यक अंग को प्रभावित करता है।
थायराइड ग्रंथि में गड़बड़ी के कारण यह हार्मोन शरीर में कभी बहुत ज्यादा, तो कभी बहुत कम हो जाता है। थायराइड हार्मोन के बहुत ज्यादा होने की स्थिति को हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism) कहा जाता है। यह आपके शरीर के कई कार्यों में तेजी लाने का कारण बनता है। वहीं थायराइड हार्मोन के बहुत कम होने की स्थिति को हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) कहा जाता है। यह आपके शरीर के कई कार्यों को धीमा करने का कारण बनता है।
थायराइड की समस्या होने के बावजूद भी आप स्वस्थ रूप से गर्भाधारण कर सकती हैं। इसके लिए आपको थायराइड का नियमित परीक्षण करवाना होगा और डॉक्टर के द्वारा बताई जाने वाली दवाओं का नियमित सेवन करना होगा। आगे इस लेख में आपको गर्भावस्था के दौरान थायराइड होना, गर्भावस्था में थायराइड का महत्व, इसके अलावा हाइपरथायरायडिज्म और हाइपोथायरायडिज्म के आधार पर इसके लक्षण, कारण, बच्चे पर होने वाले इसके प्रभाव और इसके इलाज के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है।
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