राउंड लिगामेंट दर्द क्या है?
आमतौर पर राउंड लिगामेंट दर्द गर्भावस्था के दौरान होता है और गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में लगभग 10 से 30 फीसदी गर्भवती महिलाएं इस पीड़ा से गुज़रती हैं। ये एक प्रकार का पेट दर्द है। वैसे तो प्रेगनेंसी में ऐसा होना सामान्य बात है लेकिन अगर चलने, कुछ सामान उठाने या पोजीशन बदलने पर दर्द बढ़ जाए तो ये चिंता का विषय बन जाता है। राउंड लिगामेंट दर्द पेट के एक या दोनों तरफ और कूल्हों में हो सकता है तथा ग्रॉइन (जांघों एवं पेट के बीच का हिस्सा) में भी फैल सकता है।
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राउंड लिगामेंट दर्द के कारण
गर्भाशय के ऊपरी सिरे और प्यूबिक हिस्से को जोड़ने वाले फाइब्रो-मस्कुलर संयोजन को राउंड लिगामेंट कहते हैं। यह संयोजन चिकित्सकीय रूप से गर्भाशय के ऊपर से नीचे की ओर एक रोप के रूप में दिखाई देता है और इसकी लंबाई 10 से 12 से.मी तक होती है।
राउंड लिगामेंट का मुख्य कार्य प्रेगनेंसी के दौरान गर्भाशय की सही पोजीशन को बनाए रखना होता है। गर्भवती न होने पर महिलाओं में ये राउंड लिगामेंट लचीला और स्थिर होता है। हालांकि, गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय को सहारा प्रदान करने के लिए इसकी लंबाई और चौड़ाई दोनों बढ़ जाती हैं। प्रेगनेंसी में शिशु के वजन बढ़ने के कारण इस लिगामेंट में और खिंचाव एवं दर्द उत्पन्न होने लगता है।
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राउंड लिगामेंट दर्द किसी बीमारी का लक्षण नहीं है। निम्न कारणों की वजह से राउंड लिगामेंट दर्द हो सकता है:
लक्षण
- राउंड लिगामेंट दर्द में चुभने वाला दर्द होता है या फिर ग्रॉइन या पेट के निचले हिस्से में हल्का दर्द महसूस होता है। ये दर्द अपने आप ही ठीक हो जाता है।
- कुछ मामलों में गर्भवती महिला को दर्द लगातार महसूस हो सकता है। ऐसी स्थिति में दर्द के सही कारण का पता लगाने के लिए डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी है।
निदान
- स्पष्ट लक्षणों और मरीज़ को पूर्व में हुई किसी समस्या से राउंड लिगामेंट दर्द का पता चल सकता है। हालांकि, अगर दर्द किसी और वजह से हो रहा है तो उसका पता लगाने के लिए चिकित्सक शारीरिक परीक्षण या जांच करवा सकते हैं।
- अगर ये आपकी पहली प्रेगनेंसी है तो राउंड लिगामेंट दर्द के बारे में सही और पूरी जानकारी एवं इससे निपटने के सुझावों के लिए डॉक्टर से बात करें।
- कुछ मामलों में डोप्लर अल्ट्रा सोनोग्राफी की सलाह दी जा सकती है।
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इलाज
अधिकतर मामलों में राउंड लिगामेंट दर्द अपने आप ही चला जाता है लेकिन हर बार दर्द उठने पर मरीज़ को असहजता महसूस होती है।
राउंड लिगामेंट दर्द से स्थायी रूप से राहत पाने के लिए निम्न तरीकों को आज़मा सकते हैं:
- गर्म सिकाई:
दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए गर्म पानी या गर्म कपड़े से सिकाई कर सकते हैं। - पर्याप्त आराम:
राउंड लिगामेंट दर्द से राहत पाने के लिए सबसे बेहतर है आराम करना। इससे शरीर को अपने आप दर्द कम करने में मदद मिलती है। इसलिए पर्याप्त आराम करें और ज्यादा थका देने वाले काम करने से बचें। - नियमित स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज:
कुछ हल्की एक्सरसाइज जैसे कि स्ट्रेचिंग से दर्द और इसके कारण होने वाली असहजता को कम करने में बहुत मदद मिलती है। कूल्हों के जोड़ों को मोड़ने से भी इससे संबंधित लक्षणों से छुटकारा मिल सकता है। ज्यादा देर तक खड़े होने और कोई भारी सामान उठाने से बचें। इससे भी राउंड लिगामेंट दर्द से बचा जा सकता है। (और पढ़ें - स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करने के फायदे) - अचानक हिले-डुले नहीं:
पेट में अचानक झटका लगने से राउंड लिगामेंट दर्द होता है इसलिए गर्भावस्था के दौरान ज्यादा हिलने-डुलने से बचें। लिगामेंट में खिंचाव से बचने के लिए खांसी, जुकाम या हंसने के दौरान कूल्हों को मोड़ लें। - कारण को पहचानें:
हर महिला में राउंड लिगामेंट दर्द का कारण अलग हो सकता है। कारण का पता लगाकर दर्द से बचने में मदद मिलेगी।
डॉक्टर से बात कब करें
निम्न लक्षण नज़र आने पर डॉक्टर से बात करें:
- अगर पर्याप्त आराम करने के बावजूद दर्द हो
- दर्द ज्यादा देर तक रहे
- दर्द के बहुत ज्यादा बढ़ जाने पर
- यदि दर्द के साथ ब्लीडिंग, ऐंठन हो (और पढ़ें - गर्भावस्था में पैरों व टांगों में दर्द एवं ऐंठन के कारण)
- कम या ज्यादा डिस्चार्ज होने या अलग-अलग वजाईनल डिस्चार्ज होना (और पढ़ें - गर्भावस्था में योनि से सफेद पानी आना)
- दर्द के साथ बुखार, ठंड लगने, जी मितली या उल्टी होने पर