आपको कब्ज के लिए ओवर-द-काउंटर दवाइयों का इस्तेमाल करने की आवश्यकता भी पड़ सकती है, लेकिन ध्यान रखें कि वे उच्च स्तर के एस्पॉर्टेम (Aspartame - कम कैलोरी वाला स्वीटनर, जो कि शक्कर से बहुत अधिक मीठा होता है) होते हैं, जो गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकती हैं।
गर्भावस्था में कब्ज से रहात पाने के लिए इन बातों का ध्यान रखें -
- "सफ़ेद अनाज" या उससे बनी चीज़ें न खाएं जैसे ब्रेड, सफ़ेद चावल, पास्ता आदि।
- दिन में 12 से 13 गिलास पानी या अन्य तरल पदार्थ पीएं। इससे आपके आंत के अंदर मल नरम हो जाएगा और ज़्यादा आसानी से शरीर से बाहर निकल जाएगा। गरम पानी में नीम्बू डाल कर पीना ख़ास तौर से फायदेमंद होता है।
- एक बार में ज़्यादा न खाएं। दिन में 3 बड़े भोजन की जगह 6 छोटे भोजन खाने की कोशिश करें। ऐसा करने से आपको गैस और पेट फूलने के समस्या भी कम होगी। (और पढ़ें - गर्भावस्था में गैस)
- प्रोबिओटिक्स (probiotics) ज़रूर लें। ये आपको दही खाने से प्राप्त होंगे (इसके सप्लीमेंट भी आते हैं)। प्रोबिओटिक्स आपके आंत के अंदर के बैक्टीरिया, जो खाने को पचाने में मदद करते हैं, को उत्तेजित करते हैं।
- गर्भावस्था में व्यायाम बहुत जरूरी होता है। अगर आप नियमित रूप से व्यायाम करती रहेंगी, तो कब्ज की समस्या होने की सम्भावना कम होगी। या अगर आपको ये समस्या है, तो वो जल्दी ठीक होगी। (और पढ़ें - गर्भावस्था में योग)
- लैक्सेटिव (जुलाभ) का प्रयोग डॉक्टर से पूछे बिना न करें। सभी लैक्सेटिव गर्भावस्था में लेने सुरक्षित नहीं होते।
गर्भावस्था के दौरान कब्ज के उपचार के लिए आप घरेलू उपाय अपना सकती हैं जो निम्नलिखित हैं -
एक गिलास गर्म पानी में नींबू, पाचन तंत्र के लिए एक अच्छे उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है, और विषाक्त पदार्थों और अन्य न पचने वाले भोजन को बड़ी आंत से बाहर निकालता है। आप नींबू के रस में थोड़ा पानी भी मिला सकते हैं। हालांकि, थोड़ा सा पानी मिलाने से नींबू का स्वाद कम हो जायेगा। गर्म पानी और नींबू, आंतों में होने वाली क्रमाकुंचन (Peristalsis) क्रियाओं और मलत्याग में मदद करते हैं।
(और पढ़ें - नींबू के फायदे)
किसी भी चीज़ को नरम करने का सबसे अच्छा तरीका है उसमें पानी मिलाना और जब बात कठोर मल की हो तो ऐसा करना काफी असरदार होता है। एक दिन में 8-10 गिलास पानी पीने से आपके सिस्टम को पर्याप्त मात्रा में पानी मिलता है, और कब्ज को दूर करने में काफी मदद मिलती है। तरल पदार्थों की सही मात्रा पीने से कठोर मल को नरम न किया जा सकता है।
(और पढ़ें - पानी पीने का सही समय)
संतरों में, फाइबर और विटामिन सी समृद्ध मात्रा में पाया जाता है। कब्ज के मुख्य कारणों में से एक है भोजन में फाइबर की कमी। इस प्रकार, संतरे कब्ज के लिए सबसे अच्छे घरेलू उपचारों में से एक हैं। प्रति दिन फाइबर का सेवन थोड़ा अधिक मात्रा में करें, जो रोज़ाना 25-30 ग्राम होनी चाहिए। आप अन्य खट्टे फल (Citrus fruits) जैसे चकोतरा आदि भी खा सकती हैं।
(और पढ़ें - संतरे के फायदे और नुकसान)
अलसी के बीज गर्भावस्था के दौरान होने वाली कब्ज के लिए लोकप्रिय उपाय हैं। इनमें फाइबर प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है और इसमें ओमेगा-3 भी काफी मात्रा में पाया जाता है। हालांकि अन्य उपचारों के साथ, आपको एक चम्मच अलसी के बीज खाने पर कम से कम 8-10 गिलास पानी पूरे दिन में ज़रूर पीना चाहिए। वैकल्पिक रूप से, आप अलसी के तेल का उपयोग भी कर सकती हैं।
(और पढ़ें - अलसी के फायदे और नुकसान)
गर्भावस्था के शुरुआती हफ़्तों में, कब्ज होना सामान्य है और महिलाएं इसे अक्सर अनदेखा करती हैं। हालांकि, यह जल्द ही गंभीर समस्या का रूप ले सकता है इसलिए इसकी जांच करानी चाहिए। प्रारंभिक गर्भावस्था के दौरान कब्ज के लिए एक प्रभावी उपाय, पेट की मालिश करना है। अपने पेट पर उंगलियों को घड़ी की दिशा में (Clockwise direction) मालिश करते हुए घुमाएं। यदि आपको समय से पहले प्रसव होने का जोखिम है तो इस उपाय को न करें।
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