बालों का झड़ना एक सामान्य प्रक्रिया है। बालों को धोते और कंघी करते समय हर किसी के बाल झड़ते ही हैं। बालों के बढ़ने और गिरने का क्रम निरंतर चलता रहता है।

गर्भावस्था में बालों के झड़ने से महिलाओं को चिंता होना स्वाभाविक है। यदि गर्भावस्था के समय आपके बाल लगातार कम हो रहें हैं, तो घबराएं नहीं। कई बार गर्भावस्था के बाद इस तरह की समस्या अपने आप ठीक हो जाती है। सामान्यत: वैसे तो गर्भावस्था में बाल झड़ने की समस्या महिलाओं में कम देखने को मिलती है। प्रेग्नेंसी के समय महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर अधिक होने से बालों का झड़ना कम होता है। जबकि डिलीवरी के बाद एस्ट्रोजन का स्तर सामान्य होने पर, गर्भावस्था के दौरान रुके हुए बाल गिरने लगते हैं। यह सभी महिलाओं के शरीर में होने वाले बदलावों के कारण होता है। वहीं आपको गर्भावस्था के समय ही बाल झड़ने की समस्या हो रही हो, तो यह कई अन्य कारणों पर भी निर्भर करती है।

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प्रेग्नेंसी में बालों का झड़ना, चिकित्सीय जगत में टेलोजेन एफ्लुवियम (Telogen effluvium) के नाम से भी जाना जाता है। इस लेख में हम आगे बताएंगे कि प्रेग्नेंसी में बाल क्यों गिरते हैं। इसके अलावा इस लेख में गर्भावस्था में बाल झड़ने के कारण, प्रेग्नेंसी में बालों को गिरने से बचाने के तरीके, घरेलू उपाय और टिप्स भी बताए जाएंगे।

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  1. क्या प्रेग्नेंसी में बालों का झड़ना सामान्य है? - Garbhavastha me balo ka jhadna normal hai kya?
  2. प्रेगनेंसी में बाल क्यों झड़ते हैं? - Garbhavastha me baal jhadne ke karan
  3. प्रेग्नेंसी में बाल झड़ने से कैसे रोकें? - Pregnancy me balo ko girne se bachane ke tarike
  4. प्रेग्नेंसी में बाल झड़ने के घरेलू उपाय - Pregnancy me baal jhadne ke gharelu upay
  5. प्रेग्नेंसी में बाल झड़ने से रोकने के टिप्स - Garbhavastha me baal jhadne se rokne ke tips
  6. सारांश

प्रारंभिक गर्भावस्था में बाल झड़ना एक सामान्य प्रक्रिया ही कहा जा सकता है, लेकिन प्रसव के बाद बाल झड़ने की समस्या के मुकाबले यह आम समस्या नहीं हैं। गर्भावस्था के समय आमतौर पर गर्भवती महिलाओं के बाल स्वस्थ और मजबूत हो जाते हैं। ऐसा बालों के बढ़ने और गिरने की प्रक्रिया में आए बदलाव के कारण होता है। इस समय बालों के गिरने की संख्या बेहद कम हो जाती है। जबकि उनके बढ़ने की प्रक्रिया में तेजी आ जाती है, लेकिन कुछ मामलों में महिला के स्वास्थ्य की स्थिति के आधार पर भी प्रेग्नेंसी के दौरान ही बाल झड़ना शुरू हो जाते हैं। इस समय बालों के झड़ने का मुख्य कारण महिला के शरीर में हार्मोन के स्तर में होने वाला उतार-चढ़ाव हो सकता है। इसमें गर्भवती महिला को सिर की किसी एक जगह से बालों का तेजी से गिरना, नहाते समय या कंघी करते समय बालों के गिरने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। यदि बालों के झड़ने की तीव्रता बनी रहती है, तो यह स्थिति महिला के शरीर में विटामिन की कमी को भी दर्शाती है। इस समस्या में आपको तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।

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गर्भावस्था में एक से पांचवें महीने के दौरान बालों के झड़ने की समस्या हो सकती है। यह एक अस्थायी समस्या होती है, जो करीब 40 से 50 प्रतिशत महिलओं को होती है। इसके बाद बालों के झड़ने का चक्र डिलीवरी के 6 से 12 महीनों में सामान्य हो जाता है। हार्मोनल बदलाव और शारीरिक बदलावों के चलते ही गर्भावस्था में महिलाओं को इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। इस समस्या के कुछ संभावित कारणों को नीचे विस्तार से बताया जा रहा है।

  1. पोषण तत्वों में कमी –
    गर्भवती महिला के शरीर को अधिक पोषण की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में मतली या उल्टी होने से महिला के शरीर में पोषक तत्व कम हो जाते हैं। इसी के साथ पौष्टिक भोजन का सेवन न करने से इस समय महिलाओं के बाल झड़ने लगते हैं। शरीर में लोहा (आयरन), प्रोटीन, खनिज और विटामिन का अभाव भी इस समस्या को बढ़ा सकता है। इतना ही नहीं विटामिन का अधिक सेवन भी गर्भावस्था में बालों के झड़ने का कारण हो सकता है। 
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  2. किसी रोग का होना -
    कुछ मामलों में गर्भवती महिलाओं का गर्भवस्था के समय डायबिटीज और दाद (फंगल संक्रमण) होना, बालों के झड़ने का कारण बन सकता है। उच्च रक्तचाप या अवसाद का इलाज करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं भी बालों के झड़ने की संभावना बढ़ा देती है। यदि आपको बाल झड़ने की समस्या महसूस हो तो ऐसे में अपने डॉक्टर से परामर्श करें। 
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  3. हार्मोनल परिवर्तन –
    प्रेग्नेंसी के समय शरीर में होने वाले हार्मोन परिवर्तन बालों में होने वाले बदलावों के प्रमुख कारण होते हैं। हार्मोन में परिवर्तन से बालों के सामान्य चक्र में बाधा उत्पन्न होती है और बालों के चक्र में आने वाली यही बाधा बालों के झड़ने का कारण बनती है। इसी को "टेलोजेन एफ्लुवियम (Telogen effluvium)" भी कहा जाता है। यह एक अस्थायी समस्या होती है, जो डिलीवरी के कुछ महीनों के बाद अपने आप ठीक हो जाती है।  
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  4. आनुवांशिक –
    गर्भावस्था में बालों का झड़ना कई मामलों में आनुवंशिक आधार से संबंध रखता है। यदि गर्भवती महिला की मां को उनकी प्रेग्नेंसी के समय बाल झड़ने की समस्या होती है, तो मां से उनकी बेटी को भी प्रेग्नेंसी के समय इस समस्या से प्रभावित होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। 
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  5. थायराइड हार्मोन में कमी -
    हाइपोथायराइडिज्म की स्थिति में शरीर का थायराइड स्तर कम हो जाता है। यह हार्मोन मेटाबॉलिज्म, मानसिक स्वास्थ्य, पाचन तंत्र, बालों और नाखूनों के लिए जरूरी माना जाता है। परिणामस्वरूप, थायराइड की कमी प्रेग्नेंसी में आपके बालों के झड़ने का कारण हो सकती है।  
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  6. पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम (Polycystic ovary syndrome/ PCOS/ पीसीओएस) -
    पीसीओएस हार्मोनल असंतुलन के कारण होता है, जो पुरुष में पाए जाने वाले हार्मोन को महिलाओं के शरीर में बनाने का काम करता है। इससे गर्भवती महिलाओं के शरीर में या तो अत्यधिक बाल आने लगते हैं या उनके सिर से बाल तेजी से झड़ने लगते हैं। 
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  7. गर्भनिरोधक गोलियों का प्रभाव –
    गर्भनिरोधक गोलियां या अन्य जन्म नियंत्रण तरीको का प्रयोग बंद करने से भी प्रेग्नेंसी के समय महिलाओं के बाल झड़ने लगते हैं। इसके अलावा गर्भपात और प्रसव के समय बच्चे की मृत्यु की वजह से भी महिलाओं के बाल झड़ने की समस्या हो जाती है।
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  8. सिर की त्वचा में एलर्जी होना -
    कई महिलाओं के सिर में एलर्जी और अन्य समस्याएं हो जाती है। इनसे महिलाओं के सिर की त्वचा प्रभावित होती है और बालों की जड़े कमजोर हो जाती है। जिसकी वजह गर्भावस्था में बाल झड़ने लगते हैं।  
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प्रेग्नेंसी में बालों का झड़ना किसी बड़ी चिंता का विषय नहीं है, क्योंकि सामान्यतः प्रसव के बाद बालों का चक्र पहले की तरह नियमित हो जाता है। यदि कोई बीमारी या पोषण संबंधी कमी बालों के गिरने का कारण बनती है, तो इस स्थिति का जल्द ही इलाज करवाना चाहिए, क्योंकि यह स्थिति मां और बच्चे दोनों को नुकसान पहुंचा सकती है।

निम्न तरह के बचाव के तरीकों को अपनाकर महिलाएं प्रेग्नेंसी में बालों के झड़ने की समस्या को कम कर सकती हैं।

  • बालों की जड़ों में तेल मालिश – नियमित रूप से बालों की जड़ों में तेल मालिश करें। इससे बालों की जड़े मजबूत होती है और बालों का गिरना कम हो जाता है।
  • बालों पर किसी उपकरण का प्रयोग न करें – गर्भावस्था में बालों को स्टाइलिश करने के लिए किसी भी तरह के बिजली के उपकरणों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इससे बाल कमजोर हो जाते हैं। (और पढ़ें - बाल झड़ने से रोकने के शैम्पू)
  • पौष्टिक आहार का सेवन – प्रेग्नेंसी में महिलाओं को शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। इससे बालों को भी पोषक तत्व मिलते हैं। (और पढ़ें - संतुलित आहार के फायदे)
  • तनाव को दूर करें – प्रेग्नेंसी के समय महिलाएं अकसर तनाव में आ जाती है। इस समय तनाव लेने से महिलाओं के बाल तेजी से झड़ने लगते हैं। इस समय महिलाओं को अपना तनाव को दूर करने के लिए योग करना चाहिए और डॉक्टर की सलाह से तनाव को दूर करने वाली दवाओं का सेवन करना चाहिए। 

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प्रेग्नेंसी में बाल झड़ने की समस्या को दूर करने के लिए महिलाएं घरेलू उपाय को आजमा सकती हैं। यह उपाय गर्भावस्था में बालों के गिरने की समस्या को काफी हद तक कम कर देते हैं। तो आइये जानते हैं, इन उपायों के बारे में – (और पढ़ें - )

  • गर्म तेल से बालों की मालिश करना – हल्के गुनगुने तेल से बालों की जड़ों में मसाज करने से बालों को पोषण मिलता है। इसके लिए आपको नारियल का तेल, जोजोबा तेल या सरसों के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। बालों की जड़ों पर तेल लगाते समय हल्के हाथों से मसाज करें। तेज रगड़ने से बाल टूट भी सकते हैं।

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  • एलोवेरा जैल - त्वचा के किसी भी तरह के विकारों के उपचार के लिए एलोवेरा जैल का उपयोग सदियों से किया जाता रहा है। सिर की त्वचा को सूखने से बचाने और संक्रमण मुक्त रखने के लिए आप रोजाना बालों पर एलोवेरा जैल को लगा सकती हैं। इससे बालों की कई तरह की समस्याएं ठीक हो जाती है।
  • जीवाणुरोधी नीम का इस्तेमाल - नीम एक ऐसी औषधीय जड़ीबूटी है, जो त्वचा के संक्रमण के कारण बाल गिरने की समस्या को दूर करने में प्रभावी साबित होती है। इसमें बैक्टीरिया की वृद्धि को रोकने वाले गुण मौजूद होते हैं। इसके इस्तेमाल के लिए आपको सप्ताह में दो बार नीम के पत्तों का पेस्ट तैयार करके बालों पर लगाना चाहिए।

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  • आंवला – बालों की किसी भी परेशानी में महिलाएं आंवले का प्रयोग कर सकती हैं। घर के पास किसी भी दुकान में आपको आसानी से आंवला मिल जाएगा। बालों के लिए आप आंवले के चूर्ण का सेवन कर सकती हैं। इसके अलावा इसको तेल में मिलाकर भी बालों की जड़ों में लगा सकती हैं। इससे बालों को मजबूती मिलती है।

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  • नारियल का दूध – आधा कप नारियल के दूध से बालों की मसाज करने से प्रेग्नेंसी के दौरान बालों के झड़ने की समस्या दूर हो जाती है। नारियल के दूध को सिर की जड़ों पर लगाकर, आप इसको करीब आधा घंटा सूखने दें। इस तरह से यह बालों पर अच्छी तरह से अवशोषित हो जाएगा। इसके बाद आप किसी हर्बल शैंपू से अपने बालों को धो लें। 

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  • नींबू का रस - नींबू के रस को एक अंडे में मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। इसके बाद इस मिश्रण को अपने सिर पर लगाएं। लगभग 30 मिनट के बाद आप बालों को धो लें। इस उपाय से आपके बाल मजबूत होंगे और झड़ेंगे भी नहीं। (और पढ़ें - नींबू पानी के फायदे)
  • मेथी दाना - मेथी दाने को रातभर पानी में भिगोकर रख दें। अगली सुबह इसका पेस्ट तैयार करें और इस पेस्ट को अपने बालों लगाएं। करीब 3 से 4 घंटे के बाद साफ पानी से बालों को धो लें। इससे आपके कमजोर बालों को बढ़ने में मदद मिलेगी। (और पढ़ें - मेथी दाने के फायदे)
  • अंडा, दही और जैतून के तेल का मिश्रण - अंडे, दही और जैतून के तेल का मिश्रण आपके बालों को मजबूती प्रदान करता है। इन 3 चीजों को मिलाकर मिश्रण तैयार करें और सप्ताह में कम से कम एक बार इसको अपने सिर पर लगाएं। 

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गर्भावस्था के समय बाल झड़ने की समस्या किसी भी महिला को हो सकती है। इस समस्या के लिए अनावश्यक तनाव करने से बेहतर होगा कि आप इस समस्या से निपटने के लिए पहले से ही सजग हो जाएं। निम्न तरह के टिप्स को अपनाकर आप गर्भावस्था में बालों के झड़ने की समस्या को आसानी से कम कर सकती हैं। 

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प्रेग्नेंसी के दौरान बाल झड़ना एक सामान्य समस्या है, जिसे टेलोजेन एफ्लुवियम कहा जाता है। गर्भावस्था के दौरान और बाद में हार्मोनल बदलाव के कारण बालों का विकास चक्र प्रभावित होता है। गर्भावस्था में एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ने से बालों का विकास चरण लंबा हो जाता है, जिससे बाल कम झड़ते हैं। हालांकि, प्रसव के बाद एस्ट्रोजन का स्तर अचानक कम हो जाता है, जिससे बाल तेजी से झड़ने लगते हैं। इसके अलावा, गर्भावस्था के दौरान पोषण की कमी, तनाव, और थायरॉइड संबंधित समस्याएं भी बाल झड़ने का कारण बन सकती हैं। इस समस्या से निपटने के लिए संतुलित आहार, उचित देखभाल, और यदि आवश्यक हो तो डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

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