एग फ्रीजिंग, को मेडिकल शब्दों में परिपक्व औसाइट क्रायोप्रिजर्वेशन कहा जाता है, यह महिलाओं में प्रजनन क्षमता को संरक्षित करने के लिए उपयोग की जाने वाली एक विधि है।
एग फ्रीजिंग में आपके अंडाशय से परिपक्व अंडे निकाले जाते हैं, इनको फ्रीज़ करके भविष्य में उपयोग के लिए रख दिया जाता है। इस प्रकार जमे हुए अंडो को जरुरत पड़ने पर प्रयोगशाला में शुक्राणु के साथ मिलाया जा सकता है और इसके बाद निषेचित अंडे को महिला के गर्भाशय (इन विट्रो निषेचन यानी आईवीएफ प्रक्रिया से) में रखा जा सकता है।
(और पढ़ें - टेस्ट ट्यूब बेबी)
महिलाओं की उम्र जैसे-जैसे बढ़ती है, गुणसूत्र असामान्यताओं (क्रोमोसोमल अब्नोर्मलिटी) की संभावना बढ़ती है और इसके साथ मिसकैरेज, जन्म दोष या ऐसे विकारों का खतरा बढ़ता है जो गर्भधारण अधिक कठिन बनाते हैं।
कुछ लोगों द्वारा एग फ्रीजिंग को जैविक घड़ी को रोकने, प्रजनन विकल्पों का विस्तार करने तथा जवान और स्वस्थ अंडों को संरक्षित करने के तरीके के रूप में देखा जाता है।
कई महिलाओं के लिए जो अपनी बच्चे पैदा करने की क्षमता का विस्तार करना चाहती हैं, यह तेजी से एक आकर्षक विकल्प बन गया है।
इस लेख में विस्तार से बताया गया है कि एग फ्रीजिंग क्या है, एग फ्रीजिंग कैसे की जाती है और एग फ्रीजिंग करवाने में कितना खर्चा होता है इसके साथ ही यह भी बताया गया है कि एग फ्रीजिंग के क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं तथा इसकी सफलता दर कितनी है।
(और पढ़े - प्रजनन क्षमता बढ़ाने के घरेलू उपाय)