क्लिटोरिस एक छोटा, संवेदनशील ढांचा होता है जो कि महिला के जननांग के बाहरी हिस्से का भाग होता है। यौन क्रिया के दौरान यौन सुख में इसकी तुलना पुरुषों के लिंग से की जाती है। यह योनि के आंतरिक होटों के ऊपरी भाग में मौजूद होता है और योनि के बाहरी होटों से सुरक्षित होता है। क्लिटोरीडेक्टमी में पूरे क्लिटोरिस को निकाला जाता है। यह सर्जरी अधिकतर प्रजनन अंगों के कैंसर का इलाज करने के लिए की जाती है जो कि अधिक अंदर की तरफ होते हैं। इसके अलावा यदि क्लिटोरिस का आकार बढ़ जाता है या फिर नेक्रोसिस (ऊतक का मृत होना) हो जाता है तो यह सर्जरी की जाती है। इस सर्जरी में क्लिटोरिस को निकाला जाता है। क्लिटोरीडेक्टमी में दर्द, यौन इच्छा की कमी और चीरे के स्थान से रक्तस्राव व यूटीआई जैसी जटिलताएं हो सकती हैं।
विश्व के क्लिटोरीडेक्टमी फीमेल जेनिटल म्यूटिलेशन (एफजीएम) के अंतर्गत भी की जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन एफजीएम की किसी भी प्रकार की प्रक्रिया का समर्थन नहीं करता है।