सिटजिल सिरप में मंजीत (रुबिया कॉर्डिफ़ोलिया), रक्ता चंदन (पटरोकार्पस सॅन्टालिनस), गोरख मुंडी (स्पैरेनथस इंडिकस), नागर्मोथा (साइपरस रोटुंडस), दारू हल्दी (बरबेरीस अरिस्ताटा), सेना (कैसिया एंगुस्टिफ़ोलिया), त्रिफला (एम्ब्लिका ऑफिसिनलिस, टर्मिनलिया चेबुला, अर्का नीम चैलेंट (अजादिराछा इंडिका), अर्क चिरैता (सतितिया चिराता), अर्क इंद्रेयन (सिट्रुल्लस कोटोसिन्मिस), अर्क कलमेघ (एंड्रोग्राफिस पानिकुलाटा), अर्क कुत्की (पिकरहाइज़ा कुरोकिया) ), और अरक रीवाड चिनी (रुम इमोडी)
मुख्य सामग्रियों की भूमिका:
मंजीत, रक्ता चंदन, गोरख मुंडी, दारू हल्दी, सरसपिरिला, अर्क चिरैता, अर्क कल्मेग, अर्क कुत्की, अर्क रीवाड चिनी रक्त प्यूरीफियर हैं।
नागर्मोथा में प्रतिरक्षित गुण है जो शरीर से अधिक पित्त को निकालता है। सेना, त्रिफला, अर्क इंद्रेयान रेचक हैं जो मल में पानी रखता है, मल को नरम करता है और आंत्र आंदोलनों को बढ़ाता है।
अर्क नीम चैल एक जीवाणुरोधी एजेंट के रूप में कार्य करता है।
Citazil सिरप एक रक्त शोधक के रूप में कार्य करता है। यह घावों में मवाद और सेप्सिस के गठन को रोकता है। इसका उपयोग त्वचा के संक्रमण, मुँहासे और अन्य संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। यह भी मुँहासे और मुँहासे के लिए प्रयोग किया जाता है
उपयोग की दिशा:
1 से 2 चम्मच एक दिन या चिकित्सक द्वारा निर्देशित तीन बार
चिकित्सा पर्यवेक्षण के अंतर्गत उपयोग करें