D Bose M डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली दवा है, जो टैबलेट के रूप में उपलब्ध है।
D Bose M की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। इसकी सही मात्रा इस पर भी निर्भर करती है, कि मरीज की मुख्य समस्या क्या है और उसे किस तरीके से दवा दी जा रही है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।
D Bose M के इस तरह के साइड इफेक्ट सामान्यतः लंबे समय तक नहीं रहते और एक बार इलाज पूरा होने जाने के बाद अपने आप खत्म हो जाते हैं। हालांकि अगर ये समस्याएं लंबे समय तक बनी रहती हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
D Bose M से जुड़ी चेतावनी कि इसका लिवर, हार्ट और किडनी पर क्या असर होता है, इसके बारे में नीचे बताया गया है।
इन उपरोक्त परिस्थितियों के अलावा D Bose M कुछ अन्य दवाओं के साथ लिए जाने पर गंभीर प्रतिक्रिया कर सकती है। पूरी जानकारी के लिए नीचे दी गई जानकारी देखें।
D Bose M इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली D Bose M की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर D Bose M की खुराक अलग हो सकती है।
दवाई की खुराक बीमारी और उम्र के हिसाब से जानें
आयु वर्ग | खुराक |
किशोरावस्था(13 से 18 वर्ष) |
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व्यस्क |
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बुजुर्ग |
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रिसर्च के आधार पे D Bose M के निम्न साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं -
गंभीर
मध्यम
सामान्य
क्या D Bose M का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
जो महिलाएं गर्भवती हैं, उनको D Bose M लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करती हैं तो आपके शरीर पर इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
क्या D Bose M का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
स्तनपान कराने वाली जो महिलाएं D Bose M का सेवन करती हैं, उनको डॉक्टर से पूछने के बाद ही इसको खाना चाहिए, नहीं तो इसके कई घातक परिणाम भी हो सकते हैं।
D Bose M का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?
"D Bose M को लेने के बाद दुष्प्रभाव महसूस हो सकते हैं। आपको भी दवा से कोई दुष्प्रभाव महसूस हो तो दवा न लें और इस बारे में डॉक्टर से पूछें। "
D Bose M का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?
D Bose M का बुरा प्रभाव आप आपने लीवर पर अनुभव कर सकते हैं, ऐसा होने पर दवा को तुरंत बंद कर दें और चिकित्सक से परामर्श के बाद ही दोबारा शुरू करें।
क्या ह्रदय पर D Bose M का प्रभाव पड़ता है?
दिल पर D Bose M के हानिकारक प्रभाव काफी कम देखे गए हैं।
D Bose M को इन दवाइयों के साथ लेने से गंभीर दुष्प्रभाव या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं -
गंभीर
मध्यम
अगर आपको इनमें से कोई भी रोग है तो, D Bose M को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद D Bose M ले सकते हैं -
D Bose M खाने से भूख और भोजन की मात्रा में कमी आती है जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है। शरीर को ज्यादा क्रियाशील बनाने के लिए D Bose M इंसुलिन सेंसिटिविटी को भी बढ़ाने का काम करती है। इससे ग्लूकोज़ बनना कम हो जाता है और शरीर में जमा फैट का इस्तेमाल होने लगता है, इस तरह D Bose M वजन घटाने में मदद करती है। हालांकि, वजन घटाने की दवा के रूप में D Bose M को स्वीकृति नहीं मिली है।
डायबिटीज़ के इलाज में मरीज़ को संतुलित आहार और व्यायाम के साथ D Bose M दी जाती है। हाई ब्लड शुगर को घटाने के लिए D Bose M अन्य दवाओं के साथ इस्तेमाल की जाती है। D Bose M का इस्तेमाल टाइप 2 डायबिटीज़ के मरीजों में किया जाता है। इसके अलावा पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) और कैंसर के इलाज में भी D Bose M का प्रयोग किया जाता है।
D Bose M और स्टैटिन एक साथ लेने के कोई दुष्प्रभाव नहीं पाए गए हैं इसलिए D Bose M के साथ स्टैटिन ले सकते हैं। कुछ शोध में ये बात कही गई है कि स्टैटिन लेने की वजह से ब्लड शुगर लेवल बढ़ने की संभावना हो सकती है जिससे टाइप 2 डायबिटीज़ का खतरा रहता है। भले ही स्टैटिन से टाइप 2 डायबिटीज़ का खतरा काफी कम हो लेकिन अमेरिका के एफडीए ने भी स्टैटिन से ब्लड ग्लूकोज़ और डायबिटीज़ पर असर पड़ने की बात कही है जिसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता है।
D Bose M और ग्लिक्लाजाइड एक साथ लेने के कोई दुष्प्रभाव नहीं पाए गए हैं इसलिए D Bose M के साथ ग्लिक्लाजाइड ले सकते हैं। हालांकि, ऐसा नहीं है कि इन दो दवाओं को एक साथ लेने के बिलकुल भी हानिकारक प्रभाव नहीं होते हैं। इसलिए ग्लिक्लाजाइड और D Bose M को साथ लेने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
D Bose M के साथ बीटा-ब्लॉकर दवाएं ले सकते हैं। डायबिटीज़ के मरीजों को कम उम्र में ही सामान्य लोगों की तुलना में ह्रदय रोग और स्ट्रोक का खतरा ज्यादा रहता है। हाई ग्लूकोज़ लेवल की वजह से हाई ब्लडप्रेशर का खतरा काफी बढ़ जाता है और इसलिए भी D Bose M के साथ बीटा-ब्लॉकर दवाएं ली जाती हैं। इन दोनों दवाओं को एक साथ लेने पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। हालांकि, हाल ही में हुई एक स्टडी में ये बात कही गई है कि बीटा-ब्लाकर दवाएं D Bose M के प्लाज़मा लेवल को कम कर सकती हैं। अगर लंबे समय तक D Bose M और बीटा ब्लॉकर दवाओं का एक साथ इस्तेमाल किया जाए तो इसकी वजह से खून में लैक्टिक और यूरिक एसिड बढ़ सकता है।
इस जानकारी के लेखक है -
B.Pharma, फार्मेसी
5 वर्षों का अनुभव