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Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः यूरिन इन्फेक्शन के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati का उपयोग कुछ दूसरी समस्याओं के लिए भी किया जा सकता है। इनके बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गयी है। Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati के मुख्य घटक हैं दारुहल्दी, गिलोय, हल्दी, पिप्पली, तेज पत्ता, अतीस जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।
दारुहल्दी |
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गिलोय |
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हल्दी |
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पिप्पली |
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तेज पत्ता |
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अतीस |
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Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati (14) इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati (14) की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati (14) की खुराक अलग हो सकती है।
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क |
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चिकित्सा साहित्य में Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।
क्या Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati (14) का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
रिसर्च कार्य न हो पाने के कारण Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati के लेने या न लेने के दुष्प्रभावों के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।
क्या Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati (14) का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
कुछ समय से स्तनपान कराने वाली महिला को Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati से किस तरह के प्रभाव होंगे, इस विषय पर किसी भी विशेषज्ञ का कोई मत नहीं हैं। इसलिए डॉक्टर से परार्मश के बाद ही इसका सेवन करें।
Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati (14) का पेट पर क्या असर होता है?
बिना किसी डर के आप Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati ले सकते हैं। यह पेट के लिए सुरक्षित है।
क्या Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati (14) का उपयोग बच्चों के लिए ठीक है?
बच्चों पर Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati का क्या असर होगा इस बारे में जानकारी मौजूद नहीं है, क्योंकि इस विषय में अब तक कोई रिसर्च नहीं हुई है।
क्या Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati (14) का उपयोग शराब का सेवन करने वालों के लिए सही है
Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati के बुरे प्रभावों के बारे में जानकारी मौजूद नहीं है। क्योंकि इस विषय पर अभी रिसर्च नहीं हो पाई है। अतः डॉक्टर के परामर्श के बाद ही इस दवा को लें।
क्या Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati (14) शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?
Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati लेने के बाद ड्राइव करना या दूसरे कामों को करना सुरक्षित है, क्योंकि आपको झपकी नहीं आएगी।
क्या Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati (14) का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?
नहीं, लेकिन फिर भी आप Chandigarh Ayurved Centre Chandraprabha Vati को लेने से पहले डॉक्टर से जरूर पूछें।
इस जानकारी के लेखक है -
BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
10 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume- II. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No 34-36
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 53-55
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 60-61
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 4. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2004: Page No - 105 - 106
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 27-28