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Capro Epderm Cream मुख्यतः चर्म रोग, मुंहासे, एलर्जी के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। Capro Epderm Cream के मुख्य घटक हैं देवदार, नीम, वाचा, विडंग जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Capro Epderm Cream की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है।
देवदार |
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नीम |
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वाचा |
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विडंग |
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Capro Epderm Cream 30gm इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
चिकित्सा साहित्य में Capro Epderm Cream के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Capro Epderm Cream का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।
क्या Capro Epderm Cream 30gm का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
Capro Epderm Cream के सुरक्षा व हानि पहुंचाने वाले प्रभावों के विषय में किसी तरह की कोई रिसर्च नहीं हुई है। इसलिए इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है, आप इस दवा के सेवन से पूर्व अपने डॉक्टर से सलाह लें।
क्या Capro Epderm Cream 30gm का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर Capro Epderm Cream के अच्छे या बुरे प्रभावों के बारे में कोई रिसर्च नहीं की गई है, इसलिए इस बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है। अतः आप डॉक्टर की सलाह पर ही इसको लें।
Capro Epderm Cream 30gm का पेट पर क्या असर होता है?
पेट के लिए Capro Epderm Cream हानिकारक नहीं है।
क्या Capro Epderm Cream 30gm का उपयोग बच्चों के लिए ठीक है?
बच्चों पर Capro Epderm Cream का क्या असर होगा इस बारे में जानकारी मौजूद नहीं है, क्योंकि इस विषय में अब तक कोई रिसर्च नहीं हुई है।
क्या Capro Epderm Cream 30gm का उपयोग शराब का सेवन करने वालों के लिए सही है
रिसर्च न होने के कारण Capro Epderm Cream के नुकसान के विषय में पूर्ण जानकारी मौजूद नहीं है। अतः डॉक्टर की सलाह पर ही इसको लें।
क्या Capro Epderm Cream 30gm शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?
Capro Epderm Cream लेने के बाद आपको नींद नहीं आएगी। इसलिए आप गाड़ी चलाने या दूसरे कामों को आसानी से कर सकते हैं।
क्या Capro Epderm Cream 30gm का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?
Capro Epderm Cream की लत नहीं लगती, लेकिन फिर भी आपको इसे लेने से पहले सर्तकता बरतनी बेहद जरूरी है और इस विषय पर डॉक्टरी सलाह अवश्य लें।
इस जानकारी के लेखक है -
BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
10 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume- IV. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 27-28
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 2. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No - 131 - 135
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 2. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No 177 - 179
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No163 - 165