Baidyanath Sariwadi Bati (80)

 8636 लोगों ने इसको हाल ही में खरीदा
एक बोतल में 80 बटी (गोलियां)
₹ 297 ₹352 15% छूट बचत: ₹55
80 बटी (गोलियां) 1 बोतल ₹ 297 ₹352 15% छूट बचत: ₹55
myUpchar रेकमेंडेड - 97% ज्यादा बचत
Eno Powder Orange 5gm
Eno Powder Orange 5gm ₹8.55 ₹911% छूट  खरीदें

  • विक्रेता: EAGLE EXIM INC
    • मुफ्त शिपिंग उपलब्ध
       
    • मूल का देश: India

    Baidyanath Sariwadi Bati (80)

    एक बोतल में 80 बटी (गोलियां)
    ₹ 297 ₹352 15% छूट बचत: ₹55
    80 बटी (गोलियां) | 1 बोतल
    ₹ 297 ₹352 15% छूट बचत: ₹55
    8636 लोगों ने इसको हाल ही में खरीदा
    myUpchar रेकमेंडेड - 97% ज्यादा बचत
    Eno Powder Orange 5gm
    Eno Powder Orange 5gm ₹8.55 ₹911% छूट  खरीदें
  • विक्रेता: EAGLE EXIM INC
    • मुफ्त शिपिंग उपलब्ध
       
    • मूल का देश: India
    myUpchar रेकमेंडेड - Baidyanath Sariwadi Bati (80) से 97% अधिक बचत
    Eno Powder Orange 5gm
    Eno Powder Orange 5gm ₹8.55 ₹911% छूट  खरीदें

    इसके साथ लेने पर ज्यादा असरदार

    इसके साथ लेने पर ज्यादा असरदार



    Baidyanath Sariwadi Bati (80) की जानकारी

    Baidyanath Sarivadi Vati बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः कान के रोग के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा Baidyanath Sarivadi Vati का उपयोग कुछ दूसरी समस्याओं के लिए भी किया जा सकता है। इनके बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गयी है। Baidyanath Sarivadi Vati के मुख्य घटक हैं अनंतमूल, नगकेसरा, दालचीनी, कुमुद, इलायची, त्रिफला, अभ्रक भस्म, लौह भस्म, मकोई, प्रियांगू जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Baidyanath Sarivadi Vati की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।  

    Baidyanath Sariwadi Bati (80) की सामग्री - Baidyanath Sariwadi Bati (80) Active Ingredients in Hindi

    अनंतमूल
    • दवाएं जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करके डायबिटीज का इलाज करती हैं।
    • वह दवा या तत्व जो बुखार में शरीर के तापमान को कम करने के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं।
    • ऐसे घटक जो हीमोग्लोबिन और लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाते हैं और एनीमिया का इलाज करते हैं।
    कुश्ता
    नागकेसर
    • ये दवाएं रोगी की जागृत अवस्था को प्रभावित किए बिना दर्द को कम कर सकती हैं।
    • ये दवाएं अस्थमा के लक्षणों से राहत प्रदान करने में मदद करती हैं।
    • ये दवाएं ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करती हैं।
    • ये दवाएं चोट के कारण होने वाली सूजन को कम करती हैं।
    • वे दवाएं जो बुखार के दौरान शरीर के तापमान को कम करने में मदद करती हैं।
    • बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने और उन्हें मारने वाली दवाएं।
    दालचीनी
    • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • ये एजेंट मुक्त कणों को साफ करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
    • सूक्ष्मजीवों को बढ़ने से रोकने या खत्म करने वाले पदार्थ।
    • ये तत्व यौन इच्छा को बढ़ाते हैं।
    • ये एजेंट सूक्ष्मजीवों के विकास और कार्यों के खिलाफ सहायक होते हैं।
    महुआ
    • दर्द को कम करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं या एजेंट।
    • ब्‍लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए इस्‍तेमाल होने वाली दवाएं।
    • एजेंट या तत्‍व जो सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
    • वह दवा या तत्व जो बुखार में शरीर के तापमान को कम करने के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं।
    • वे घटक जिनका इस्‍तेमाल फ्री रेडिकल्‍स की सक्रियता को कम करने और ऑक्‍सीडेटिव स्‍ट्रेस (मुक्त कणों के बनने और उनके शरीर के प्रति हानिकरक प्रभाव को न रोक पाने के बीच का असंतुलन) को रोकने के लिए किया जाता है।
    • ये दवाएं लिवर के कार्य में सुधार करते हैं और इसे संक्रमण से बचाते हैं।
    कुमुद
    • दवाएं जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करके डायबिटीज का इलाज करती हैं।
    • ये दवाएं चोट के कारण होने वाली सूजन को कम करती हैं।
    • शरीर में मौजूद ऑक्सीजन के मुक्त कणों को निकालने के लिए उपयोग होने वाले पदार्थ।
    • बैक्‍टीरिया को बढ़ने से रोकने वाली दवाएं।
    इलायची
    • वह दवा या तत्व जो बुखार में शरीर के तापमान को कम करने के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं।
    • सूक्ष्म जीवों को खत्म करने और उन्हें बढ़ने से रोकने वाले तत्व।
    त्रिफला
    • तनाव के कारण शरीर पर होने वाले हानिकारक प्रभावों को कम करने वाली दवाएं।
    • ये दवाएं रोगी की जागृत अवस्था को प्रभावित किए बिना दर्द को कम कर सकती हैं।
    • एजेंट या तत्‍व जो सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
    • दवाएं जो शरीर के तापमान को कम करके बुखार का इलाज करती हैं।
    • वे घटक जिनका इस्‍तेमाल फ्री रेडिकल्‍स की सक्रियता को कम करने और ऑक्‍सीडेटिव स्‍ट्रेस (मुक्त कणों के बनने और उनके शरीर के प्रति हानिकरक प्रभाव को न रोक पाने के बीच का असंतुलन) को रोकने के लिए किया जाता है।
    • वो दवा जो रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को कम करने में इस्तेमाल की जाती है। इस तरह यह दवा डायबिटीज के इलाज में उपयोगी है।
    • हाई ब्लड प्रेशर के प्रभाव को कम करने वाले तत्व।
    अभ्रक भस्म
    • वह एजेंट या दवा जो ब्‍लड शुगर लेवल को नियंत्रित कर डायबिटीज़ से बचने या इसके इलाज में इस्तेमाल की जाती है।
    • वो एजेंट जो हृदय से रक्तवाहिकाओं में रक्त प्रवाह को बेहतर करता है।
    • लिवर के कार्य को बढ़ाने और उसे हुए नुकसान को कम करने वाले पदार्थ।
    • वे दवाएं जो शारीरिक और मानसिक विकास के लिए शरीर को पोषण प्रदान करती हैं।
    • वो दवा जो खून बनाने के लिए उत्तेजित करती है और इसका उपयोग एनीमिया के उपचार में किया जाता है।
    लौह भस्म
    • ऐसे घटक जो हीमोग्लोबिन और लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाते हैं और एनीमिया का इलाज करते हैं।
    • बैक्‍टीरिया को बढ़ने से रोकने वाली दवाएं।
    मकोय (काकमाची)
    • ये दवाएं चोट के कारण होने वाली सूजन को कम करती हैं।
    • ये एजेंट मुक्त कणों को साफ करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
    प्रियांगू
    • खून में ग्लूकोज़ के स्तर को कम करने वाली दवाएं जो डायबिटीज के इलाज में भी उपयोग होती हैं।
    • बुखार के उपचार में उपयोग किए जाने वाले एजेंट।
    • वो तत्व जो वालेंटरी (जो मांसपेशियां हमारे नियंत्रण में हैं) और इनवालेंटरी (जो मांसपेशियां हमारे नियंत्रण में नहीं हैं) मांसपेशियों की ऐंठन व दर्द के इलाज में इस्तेमाल किये जाते हैं।

    Baidyanath Sariwadi Bati (80) के लाभ - Baidyanath Sariwadi Bati (80) Benefits in Hindi

    Baidyanath Sariwadi Bati (80) इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -

    अन्य लाभ



    Baidyanath Sariwadi Bati (80) की खुराक - Baidyanath Sariwadi Bati (80) Dosage in Hindi

    यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Baidyanath Sariwadi Bati (80) की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Baidyanath Sariwadi Bati (80) की खुराक अलग हो सकती है।

    आयु वर्ग खुराक
    व्यस्क
    • मात्रा: निर्धारित खुराक का उपयोग करें
    • खाने के बाद या पहले: कभी भी दवा ले सकते हैं
    • अधिकतम मात्रा: 2 टैबलेट
    • लेने का तरीका: दूध
    • दवा का प्रकार: टैबलेट
    • दवा लेने का माध्यम: मुँह
    • आवृत्ति (दवा कितनी बार लेनी है): दिन में दो बार
    • दवा लेने की अवधि: 3 महीने
    बुजुर्ग
    • मात्रा: निर्धारित खुराक का उपयोग करें
    • खाने के बाद या पहले: कभी भी दवा ले सकते हैं
    • अधिकतम मात्रा: 2 टैबलेट
    • लेने का तरीका: दूध
    • दवा का प्रकार: टैबलेट
    • दवा लेने का माध्यम: मुँह
    • आवृत्ति (दवा कितनी बार लेनी है): दिन में दो बार
    • दवा लेने की अवधि: 3 महीने


    Baidyanath Sariwadi Bati (80) के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स - Baidyanath Sariwadi Bati (80) Side Effects in Hindi

    चिकित्सा साहित्य में Baidyanath Sariwadi Bati के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Baidyanath Sariwadi Bati का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।



    इस जानकारी के लेखक है -

    Dr. Braj Bhushan Ojha

    BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
    10 वर्षों का अनुभव



    संदर्भ

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No - 105 - 106

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 2. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No - 125 - 126

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No - 151 - 152

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 2. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999 : Page No 109 - 110

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 36-37

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume- IV. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2004: Page No 54-56

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 2. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No 70-73

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 2. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No 151-152

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 4. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2004: Page No 111-112