वेटिंग पीरियड के प्रकार निम्नलिखित हैं -
शुरुआती वेटिंग पीरियड
शुरुआती वेटिंग पीरियड को स्वास्थ्य बीमा में कूलिंग पीरियड के रूप में भी जाना जाता है। आमतौर पर सभी हेल्थ इन्शुरन्स प्लान में कम से कम 1 महीने और अधिकतम 90 दिनों का शुरुआती यानी इनिशियल वेटिंग पीरियड होता है। यानी किसी भी प्रकार का क्लेम करने के लिए ग्राहकों को पॉलिसी खरीदने के 30 से 90 दिनों तक इंतजार करना ही होगा। हालांकि, केवल एक्सीडेंट के मामले में आपके द्वारा किए गए क्लेम को स्वीकार किया जा सकता है, क्योंकि इसमें तत्कालिक रूप से अस्पताल में भर्ती होने और इलाज की जरूरी होती है। ध्यान दें, वेटिंग पीरियड एक बीमाधारक से दूसरे में भिन्न हो सकती है।
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पहले से मौजूद बीमारी के लिए वेटिंग पीरियड
इसमें कुछ बीमारियों के लिए एक विशेष वेटिंग पीरियड होता है, जिसे प्री-एग्जिस्टिंग वेटिंग पीरियड के रूप में जाना जाता है। इन्शुरन्स रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) के अनुसार, प्री एग्जिस्टिंग कंडीशन कोई भी ऐसी चोट या बीमारी हो सकती है, जिसका पॉलिसी खरीदने से 48 महीने पहले तक निदान किया गया हो। प्री-एग्जिस्टिंग डिजीज के कुछ उदाहरणों में थायराइड, हाई बीपी, सीओपीडी, अवसाद, आनुवंशिक विकार, किडनी रोग, हर्निया, हाइड्रोसील और डायबिटीज शामिल हैं। आमतौर पर स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी में पहले से मौजूद बीमारी के लिए प्रतीक्षा अवधि 1-4 वर्ष होती है, लेकिन यह बीमित व्यक्ति के साथ-साथ पॉलिसी के आधार पर बदलती रहती है।
विशेष रोगों के लिए वेटिंग पीरियड
हर्निया, ट्यूमर, आंख कान नाक संबंधी विकार, कैंसर, स्ट्रोक, हृदय रोग जैसी कई ऐसी बीमारियां हैं, जिनके लिए विशेष वेटिंग पीरियड होता है। हेल्थ इन्शुरन्स पॉलिसी की प्रतीक्षा अवधि आमतौर पर 2 से 4 वर्ष के बीच हो सकती है, लेकिन इसमें भी एक बीमाकर्ता से दूसरे में भिन्नता हो सकती है।
मैटरनिटी वेटिंग पीरियड
इंडिविजुअल और फैमिली हेल्थ इन्शुरन्स पॉलिसी के तहत, पॉलिसीधारक एड-ऑन कवर के रूप में मैटरनिटी इन्शुरन्स और न्यू बॉर्न बेबी कवर का लाभ ले सकता है। कई हेल्थ इन्शुरन्स पॉलिसी ऐसी भी होती है, जिनमें आपको अलग से गर्भावस्था को कवर करने की चिंता नहीं होती है, क्योंकि उनमें पहले से इस तरह की सुविधा होती है। लेकिन पॉलिसी कोई भी हो, आमतौर पर 2 से 4 साल का वेटिंग पीरियड पूरा करना जरूरी होता है। हालांकि, कुछ बीमा कंपनियां कम वेटिंग पीरियड का भी ऑफर दे सकती हैं, लेकिन इसका लाभ उठाने के लिए, पॉलिसीधारकों को एक्ट्रा प्रीमियम भरना पड़ सकता है।
बेरिएट्रिक सर्जरी के लिए वेटिंग पीरियड
कुछ स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियां बेरिएट्रिक सर्जरी को भी कवर करती हैं। बैरिएट्रिक सर्जरी पेट और/या आंतों की सर्जरी है, जो वजन कम करने में सहायक होती है। स्वास्थ्य बीमा में बेरिएट्रिक सर्जरी के लिए आमतौर पर 2 से 4 साल का वेटिंग पीरियड होता है। इस सर्जरी की जरूरत आमतौर पर उन लोगों को होती है, जिनका बीएमआई 40 से अधिक होता है और जिन्हें इसके कारण स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ना है।
कोरोनावायरस के लिए वेटिंग पीरियड
भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए, कई लोग अपने व अपने परिवार की सुरक्षा के लिए ऐसे हेल्थ इन्शुरन्स प्लान ले रहे हैं, जिसमें कोरोना को भी कवर किया जाए। लेकिन इन पॉलिसियों के तहत अस्पताल में भर्ती और उपचार जैसे कवरेज का लाभ उठाने के लिए बीमित व्यक्ति को 30 दिनों का वेटिंग पीरियड पूरा करने की आवश्यकता हो सकती है।
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एक्सीडेंटल हॉस्पिटलाइजेशन में वेटिंग पीरियड
दुर्घटना अचानक से कभी भी और कहीं भी हो सकती है और इनकी वजह से गंभीर चोटें व अन्य स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं। यही कारण है कि दुर्घटनाओं की वजह से जब भी व्यक्ति को अचानक से अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत होती है, तो ऐसे में स्वास्थ्य बीमा कंपनी वेटिंग पीरियड तय नहीं करती है। यहां तक कि इसमें 'शुरुआती वेटिंग पीरियड' भी लागू नहीं होता है। ऐसी स्थिति में कोई भी व्यक्ति हॉस्पिटलाइज्ड हो सकता है और बीमा कंपनी सम-इंश्योर्ड (बीमा राशि) तक इलाज का खर्चा उठाती है।