क्या कहीं बाहर घूमने जाने का प्रोग्राम है? विदेश जा रहे हैं? या देश में कहीं हिल स्टेशन या समुद्री बीच पर? आपका प्रोग्राम जो भी हो उसकी तैयारी तो कई दिन पहले से ही करनी पड़ती है। अगर विदेश जा रहे हैं तो फ्लाइट टिकट बुकिंग से लेकर ट्रेवल एजेंट तक न जाने कितने ही काम महीनों पहले से करने पड़ते हैं। जिस देश में जा रहे हैं, वहां कि करेंसी लेना भी जरूरी होता है। इसके अलावा वीजा और पासपोर्ट की वैलिडिटी भी आपको देखनी होगी। देश में भी अगर अपनी कार से न जा रहे हों तो फ्लाइट या ट्रेन टिकट की बुकिंग और होटल बुकिंग आदि यात्रा से काफी पहले ही करनी होती है। ट्रैवल के दौरान क्या खाएंगे, क्या पहनेंगे और कैसे एंजॉय करेंगे, यह सब आप पहले से ही प्लान कर लेते हैं।
अब एक बार के लिए सोचें कि जैसा आपने सोचा है, प्लान किया है, सब कुछ वैसा ही नहीं हुआ तो? यात्रा के दौरान कोई एक्सीडेंट हो गया या आप बीमार पड़ गए तो? कुछ ऐसी स्थितियां बनीं कि आपको यात्रा अधूरी छोड़कर वापस आना पड़े या फिर आप यात्रा पर जा ही न पाएं तो? क्यों दिमाग घूम गया ना? ऐसे में फ्लाइट टिकट या ट्रेन टिकट, होटल बुकिंग और अन्य प्लानिंग पर जो खर्चा हुआ है वह सब बर्बाद हो जाएगा। यात्रा के दौरान बीमार पड़ने या एक्सीडेंट होने पर जो अतिरिक्त बोझ आपके सिर पर आएगा वह अलग। अब आप सोच रहे होंगे फिर क्या करें? जवाब है ट्रैवल इन्शुरन्स करवा लो।
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