कुछ स्वास्थ्य समस्याएं पूरी तरह से अप्रत्याशित होती हैं, जो आपको प्रभावित करने से पहले कोई संकेत नहीं देतीं। आजकल जीवनशैली इतनी व्यस्त हो गई है, तो कोई भी व्यक्ति मानसिक व वित्तीय रूप से बीमारियों से निपटने के लिए तैयार नहीं है। इसी स्थिति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है हेल्थ इन्शुरन्स, जो मेडिकल इमरजेंसी में आपको वित्तीय मदद देता है। यदि कोई गंभीर रूप से बीमार है तो उसे कई दिनों तक अस्पताल में रखा जाता है, जिस प्रोसेस को हॉस्पिटलाइजेशन कहा जाता है। अधिकतर हेल्थ इन्शुरन्स कंपनियां हॉस्पिटलाइजेशन पर मेडिकल कवरेज देती हैं।
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वैसे तो हॉस्पिटलाइजेशन प्रोसेस को विभिन्न प्रकारों में बांटा गया है, लेकिन इसके प्रमुख दो प्रकार हैं जिन्हें प्लान्ड हॉस्पिटलाइजेशन और इमर्जेंसी हॉस्पिटलाइजेशन के नाम से जाना जाता है। प्लान्ड हॉस्पिटलाइजेशन वह है, जिसमें आप अपनी या डॉक्टर की इच्छा के अनुसार समय का चुनाव करके अस्पताल में भर्ती होते हैं, जबकि इमरजेंसी हॉस्पिटलाइजेशन वह है जिसमें किसी गंभीर रोग या दुर्घटना के कारण अचानक से अस्पताल में भर्ती होना पड़े। इस लेख में हम जानेंगे कि हेल्थ इन्शुरन्स में प्लान्ड हॉस्पिटलाइजेशन क्या है, तो चलिए आगे बढ़ते हैं -