हॉस्पिटल कैश पॉलिसी जिसे अस्पताल नकद पॉलिसी या हॉस्पिकैश इन्शुरन्स भी कहते हैं। यह तो आप जानते हैं कि अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान इलाज से संबंधित खर्चे अमूमन आपके बजट को प्रभावित करते हैं। इलाज के लिए जितने अच्छे और बड़े अस्पताल में जाएंगे, बिल भी उतना ही ज्यादा आएगा। क्योंकि अस्पताल में डॉक्टर की फीस, मेडिकल बिल, अस्पताल के कमरे का किराया और दवाइयां यह सभी ऐसे खर्चे हैं, जो आपकी बचत को पूरी तरह से खत्म कर सकते हैं। हालांकि, देखा जाए तो इस दौरान दोहरी मार झेलनी पड़ती है, क्योंकि अस्पताल में भर्ती होने के दौरान, आपको अपनी नौकरी से छुट्टी लेने की जरूरत होती है, जिसके लिए आपकी सैलरी कट सकती है या अगर आप व्यवसायी हैं तो बिजनेस कुछ दिनों के घाटे में जा सकता है या कमाई कम हो सकती है। कुल मिलाकर भर्ती होने के दौरान वित्तीय, स्वास्थ्य और मानसिक संबंधी परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं।