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अल्नर कोलेटरल लिगामेंट रिकंस्ट्रक्शन एक प्रकार की सर्जरी प्रोसीजर है, जिसकी मदद से कोहनी के कोलेटरल लिगामेंट को टेंडन से बदल दिया जाता है। यह टेंडन शरीर के किसी अन्य हिस्से से निकाला जाता है। यूसीएल संयोजी ऊतकों का एक हिस्सा होता है, जो बांह के ऊपरी व निचली हड्डी को एक-दूसरे से जोड़ने का काम करते हैं। यदि चोट आदि लगने के कारण यूसीएल में कोई क्षति हो गई है, तो उसके कारण गंभीर दर्द और कोहनी को हिला न पाना आदि समस्याएं होने लगती हैं। जो लोग ऐसे काम करते हैं, जिसमें कोहनी को बार-बार एक ही गतिविधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, उन लोगों का अल्नर कोलेटरल लिगामेंट में क्षतिग्रस्त हो सकता है। उदाहरण के तौर पर खेल-कूद में भाग लेने वाले लोग जैसे क्रिकेट में गेंद फेंकना या टेनिस खेलना आदि। कुछ अन्य स्थितियां भी हैं, जिन के कारण यूसीएल क्षतिग्रस्त हो सकता है, जैसे कोई काम करते समय लंबे समय तक कोहनी को ऊपर उठा कर रखना।

यूसीएल रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी को जनरल एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाकर किया जाता है। इस सर्जरी को होने में 60 से 90 मिनट का समय लगता है और सर्जरी वाले दिन ही आपको अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। सर्जरी के बाद रिहेबिलिटेशन प्रक्रिया शुरू की जाती है, जिसकी मदद से अधिकतर लोग कोहनी को सामान्य रूप से इस्तेमाल करना सीख जाते हैं। हालांकि, खेल-कूद में भाग लेने वाले लोगों को सर्जरी के बाद विशेष शारीरिक थेरेपी की आवश्यकता पड़ती है, जिसकी मदद वे खेल-कूद जैसी गतिविधियों को फिर से शुरू किया जा सकता है। हालांकि, शारीरिक थेरेपी की मदद से खेल-कूद शुरू करने में भी लगभग एक साल लग जाता है।

(और पढ़ें - टेंडन में चोट लगने का कारण)

  1. यूसीएल रिकंस्ट्रक्शन क्या है - What is UCL reconstruction in Hindi
  2. यूसीएल रिकंस्ट्रक्शन क्यों किया जाता है - Why is UCL reconstruction in done in Hindi
  3. यूसीएल रिकंस्ट्रक्शन से पहले - Before UCL reconstruction in Hindi
  4. यूसीएल रिकंस्ट्रक्शन के दौरान - During UCL reconstruction in Hindi
  5. यूसीएल रिकंस्ट्रक्शन के बाद - After UCL reconstruction in Hindi
  6. यूसीएल रिकंस्ट्रक्शन की जटिलताएं - Complications of UCL reconstruction in Hindi

अल्नर कोलेटरल लिगामेंट रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी किसे कहते हैं?

यूसीएल रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी की मदद से अल्नर कोलेटरल लिगामेंट में होने वाली क्षति को ठीक किया जाता है। इस सर्जरी को “टॉमी जॉन सर्जरी” भी कहा जाता है।

अल्नर कोलेटरल लिगामेंट (यूसीएल) कोहनी में मौजूद एक लिगामेंट है, जो बांह के ऊपरी (ह्यूमरस) और निचली (अल्ना) हड्डी को कोहनी में जोड़ता है। लिगामेंट ऊतकों से बनी एक पट्टे जैसी संरचना होती है, जो दो हड्डियों को आपस में जोड़ने का काम करती है। ये लिगामेंट आमतौर पर शरीर के जोड़ों में ही पाए जाते हैं, ताकि हड्डियों के हिलने-ढुलने की गतिविधियों को नियंत्रित किया जा सके। अल्नर कोलेटरल लिगामेंट कोहनी के जोड़ को सुरक्षित रखता है, जिसकी मदद से बांह की दोनों हड्डियों को पर्याप्त सहारा मिलता है और बांह स्थिर रहती है। हालांकि, कोहनी में किसी प्रकार की चोट लगने से यूसीएल भी क्षतिग्रस्त हो सकता है, जिससे बांह के हिलने-ढुलने की क्षमता प्रभावित हो जाती है।

यूसीएल में चोट आमतौर पर खिलाड़ियों की ही लगती है। विशेष रूप से जो खिलाड़ी ऐसे खेलों में भाग लेते हैं, जिनमें बार-बार गेंद फेंकने, बांह का जोर लगाने या कोहनी को एक ही गतिविधि में इस्तेमाल करने की आवश्यकता पड़ती है, उनको यूसीएल में क्षति होने का खतरा अधिक रहता है। इसके अलावा कोहनी का जोड़ खिसकने या पहले कभी कोहनी को सर्जरी हुई होने के कारण भी यूसीएल क्षतिग्रस्त हो सकता है। लिगामेंट में किसी चोट आदि के कारण अचानक से दरार आ सकती है या फिर बार-बार एक ही गतिविधि करने पर धीरे-धीरे लिगामेंट क्षतिग्रस्त होने लगता है। कुछ मामलों में क्षतिग्रस्त यूसीएल को टांके लगाकर फिर से जोड़ दिया जाता है, जबकि अन्य मामलों में ऐसा संभव नहीं होता है। यूसीएल में कितनी क्षति हुई है, उसकी गंभीरता के अनुसार निम्न श्रेणियों में विभाजित किया जाता है -

  • प्रथम श्रेणी क्षति -
    इसमें लिगामेंट में खिंचाव नहीं आता, लेकिन मरीज को दर्द महसूस होता है। (और पढ़ें - मांसपेशियों में खिंचाव के लक्षण)
     
  • द्वितीय श्रेणी क्षति -
    इसमें लिगामेंट में खिंचाव आ जाता है और उसे दर्द भी होता है, लेकिन मरीज फिर भी अपने हाथ को सामान्य रूप से हिला-ढुला पाता है।
     
  • तृतीय श्रेणी क्षति -
    इसमें लिगामेंट क्षतिग्रस्त हो जाता है और मरीज को गंभीर दर्द भी होता है। इस स्थिति में मरीज प्रभावित बांह को हिलाने-ढुलाने में असमर्थ हो जाता है।

यूसीएल रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी में यूसीएल को शरीर के किसी अन्य हिस्से से लिए गए टेंडन के साथ बदल दिया जाता है। टेंडन एक प्रकार का ऊतक है, जो मांसपेशियों को हड्डियों से जोड़ता है। क्षतिग्रस्त लिगामेंट को टेंडन के साथ बदलने की प्रक्रिया को ग्राफ्टिंग कहा जाता है। अल्नर कोलेटरल लिगामेंट को बदलने के लिए अधिकतर मामलों में पल्मारिस लोंगस टेंडन को लिया जाता है। पल्मारिस लोंगस टेंडन बांह के अगले हिस्से में मौजूद होता है। कुछ मामलों में टांग में मौजूद ग्रैसिलिस नामक टेंडन का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।

यूसीएल रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी की मदद से प्रभावित कोहनी फिर से सामान्य रूप से काम करने लगती है और मरीज को दर्द भी नहीं रहता है।

(और पढ़ें - चोट लगने पर घरेलू उपाय)

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अल्नर कोलेटरल लिगामेंट रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी किसलिए की जाती है?

जिन लोगों का अल्नर कोलेटरल लिगामेंट किसी कारण से क्षतिग्रस्त हो गया है, उसे ठीक करने या बदलने के लिए यूसीएल रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी की जाती है। आमतौर पर निम्न लोगों की अल्नर कोलेटरल लिगामेंट रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी की जाती है -

  • किसी ऐसे कार्य या खेल-कूद में शामिल होना, जिसमें बार-बार कोहनी का एक ही प्रकार से इस्तेमाल होता है।
  • दवाओं, सिकाई और अन्य फिजिकल थेरेपी से भी समस्या में आराम न मिलना।

अल्नर कोलेटरल लिगामेंट क्षतिग्रस्त होने पर निम्न लक्षण देखे जा सकते हैं, जैसे -

  • कोहनी से असामान्य आवाज आना
  • कोहनी में दर्द होना
  • कोई चीज फेंकने के बाद तीव्र दर्द होना, जो लंबे समय तक रहता है
  • छोटी व उसके पास की उंगली में सुन्न या झुनझुनी महसूस होना
  • हाथ से चीजें पकड़ न पाना, (पकड़ कमजोर होना)
  • प्रभावित हाथ से पकड़ी हुई चीज अचानक से गिर जाना
  • बांह को तेजी से आगे की तरफ धकेल न पाना (जैसे गेंद या कोई अन्य चीज फेंकना)
  • बांह को कोहनी से मोड़ने व सीधा करने में गंभीर दर्द होना
  • कोहनी में चोट लगने के 24 घंटे बाद सूजन हो जाना

अल्नर कोलेटरल लिगामेंट रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी किसे नहीं करवानी चाहिए?

निम्न स्थितियों में सर्जन यूसीएल रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी नहीं करते हैं -

  • रेडियोकैपिटेलर या अल्नोट्रोक्लियर में अर्थराइटिस होना
  • सर्जरी के बाद रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया करने का इच्छुक न होना या किसी कारण से कर न पाना

(और पढ़ें - गठिया का घरेलू इलाज)

अल्नर कोलेटरल लिगामेंट रिकंस्ट्रक्शन से पहले की तैयारी?

सर्जरी से कुछ दिन पहले आपको अस्पताल बुलाया जाएगा, जहां पर कुछ जरूरी परीक्षण किए जाएंगे। परीक्षण के दौरान आपकी कोहनी व बाकी शरीर की करीब से जांच की जाएगी और आपके स्वास्थ्य संबंधी पिछली जानकारी लेने के लिए कुछ सवाल पूछे जाएंगे। आपको कुछ प्रकार के टेस्ट करवाने की सलाह दी जा सकती है, जिनमें मुख्य रूप से एमआरआई और एक्स रे आदि शामिल हैं। इन टेस्टों की मदद से कोहनी के अंदर लिगामेंट की स्थिति की जांच की जाती है। इसके बाद आपको सर्जरी की तैयारी करने के लिए कुछ विशेष दिशा-निर्देश दिए जाएंगे, जिनमें निम्न शामिल हैं -

  • यदि आप किसी भी प्रकार की दवा, हर्बल उत्पाद, विटामिन, मिनरल या अन्य कोई सप्लीमेंट ले रहे हैं, तो डॉक्टर को इस बारे में बता दें। यदि आप गर्भवती हैं तो डॉक्टर को बता दें। डॉक्टर कुछ दवाओं के सेवन को थोड़े समय के लिए बंद करवा सकते हैं। इनमें मुख्य रूप से रक्त को पतला करने वाली दवाएं शामिल हैं, जैसे एस्पिरिन, वारफेरिन और आइबुप्रोफेन आदि।
  • यदि आपको स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या है या फिर किसी चीज से आपको एलर्जी है, तो इन सभी के बारे में डॉक्टर को बता दें।
  • यदि आप धूम्रपान या फिर शराब का सेवन करते हैं, तो इस बारे में डॉक्टर को बता दें। डॉक्टर सर्जरी से कुछ समय पहले और बाद तक आपको शराब व धूम्रपान से परहेज करने की सलाह दे सकते हैं, ताकि सर्जरी के बाद आप जल्दी स्वस्थ हो सकें। (और पढ़ें - सिगरेट छोड़ने के घरेलू उपाय)
  • सर्जरी के लिए आपको खाली पेट अस्पताल जाना होगा। खाली पेट रहने के लिए डॉक्टर आपको सर्जरी वाले दिन से पहली आधी रात के बाद कुछ भी खाने या पीने से मना कर देंगे। यदि आप खाली पेट रहते हैं, तो सर्जरी के दौरान दिए गए एनेस्थीसिया के इंजेक्शन से आपको उल्टी या मतली जैसी समस्याएं नहीं होती हैं।
  • सर्जरी के लिए जाने से पहले नहा लें और कोई मेकअप न करें। यदि आपने कोई आभूषण या गैजेट (घड़ी, ब्लूटूथ), पहना है या नेल पॉलिस लगाया है तो उसे भी निकाल दें।
  • अपने साथ परिवार के किसी करीबी व्यक्ति या मित्र को ले जाएं, जो सर्जरी से पहले और बाद में आपकी मदद कर सके और आपको वापस घर लेकर आ सके।
  • यदि सर्जरी से एक या दो दिन पहले आपको बुखार, जुकाम या फ्लू जैसे लक्षण होने लगते हैं, तो डॉक्टर को इस बारे में बता दें। ऐसे में डॉक्टर सर्जरी की तारीख को कुछ दिनों के लिए टाल सकते हैं।
  • अंत में आपको सहमति पत्र दिया जाएगा, यदि आप सर्जरी से जुड़े लाभ व जोखिमों से सहमत हैं, तो उस पत्र पर हस्ताक्षर कर दें। सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करके ही आप सर्जन को सर्जरी करने की अनुमति देते हैं। हालांकि, हस्ताक्षर करने से पहले सहमति पत्र को एक बार अच्छे से पढ़ लेना चाहिए।

(और पढ़ें - फ्लू के घरेलू उपाय)

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अल्नर कोलेटरल लिगामेंट रिकंस्ट्रक्शन कैसे की जाती है?

जब आप सर्जरी के लिए अस्पताल पहुंच जाते हैं, तो दस्तावेजी कार्य पूरा होने के बाद आपको एक विशेष ड्रेस पहनने को दी जाती है, जिसे हॉस्पिटल गाउन कहा जाता है। इसके बाद आपकी बांह की नस में सुई लगाकर उसे इंट्रावेनस लाइन से जोड़ दिया जाएगा, जिसकी मदद से आपको सर्जरी के दौरान आवश्यक दवाएं व द्रव दिए जाएंगे। आपको जनरल एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाया जाएगा, जिससे आप सर्जरी के दौरान गहरी नींद में सो जाएंगे और आपको कुछ महसूस नहीं होगा। जब आप गहरी नींद में सो जाते हैं, तो सर्जरी की निम्न प्रक्रियाएं शुरू की जाएंगी -

  • सबसे पहले उस हिस्से में तीन चीरे लगाए जाएंगे, जहां से ग्राफ्ट के लिए टेंडन लेना है। ग्राफ्ट निकाल लेने के बाद उस भाग को बंद करके टांके लगा दिए जाते हैं।
  • इसके बाद कोहनी के बाहरी हिस्से में एक चीरा लगाया जाता है और क्षतिग्रस्त लिगामेंट के ऊपर से मांसपेशियों व ऊतकों को हटा दिया जाता है।
  • इसके बाद लिगामेंट के क्षतिग्रस्त हिस्से की जांच की जाती है और उसे ध्यानपूर्वक काटकर बाहर निकाल दिया जाता है।
  • अब ह्यूमरस और अल्ना हड्डियों में विशेष ड्रिल की मदद से छिद्र बनाया जाता है और फिर ग्राफ्ट टेंडन को क्षतिग्रस्त लिगामेंट की जगह पर लगा दिया जाता है।
  • छिद्रों से नए टेंडन को बांध दिया जाता है और फिर उसे स्थिर करने के लिए पेच या बटन लगा दिए जाते हैं।

यूसीएल रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी को करने में 60 से 90 मिनट का समय लगता है। सर्जरी के कुछ घंटों बाद एनेस्थीसिया का प्रभाव कम हो जाता है और आप जाग जाते हैं। जागने के बाद भी कुछ घंटों  तक आपको एनेस्थीसिया के साइड इफेक्ट महसूस हो सकते हैं, जैसे गले में दर्द, मुंह सूखना और बेचैनी आदि। आपको कोहनी को स्थिर व सुरक्षित रखने के लिए विशेष उपकरण दिया जाएगा। यदि आप स्वस्थ हैं और आपकी हृदय दर व बीपी सामान्य है, तो उसी दिन अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है।

(और पढ़ें - हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण)

अल्नर कोलेटरल लिगामेंट रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी के बाद की देखभाल कैसे की जाती है?

सर्जरी के बाद जब आप घर आ जाते हैं, तो आपको खुद की देखभाल करने के लिए कुछ विशेष सलाह दी जाती हैं, जिनमें निम्न शामिल हैं -

  • सर्जरी के बाद कुछ हफ्तों तक आपको ब्रेस पहनना होगा। यह ब्रेस विशेष रूप से कोहनी के लिए डिजाइन किया गया एक उपकरण होता है, जो कोहनी को एक ही पॉजिशन में स्थिर रखता है। इसकी मदद से कोहनी का सर्जरी वाला हिस्सा हिल-ढुल नहीं पाता है और परिणामस्वरूप जल्दी ठीक होता है।
  • कोहनी की गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम करने की सलाह दी जाएगी
    • रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम में सबसे पहले शारीरिक थेरेपी शुरू की जाएगी। फिजिकल थेरेपी में आपको कंधे, बाइसेप्स, कलाई और उंगलियों के लिए कुछ व्यायाम बताए जाएंगे। ऐसा आमतौर पर सर्जरी वाले हिस्से के ऊतकों को नष्ट होने से बचाने के लिए किया जाता है।
  • सर्जरी होने के एक या दो महीने बाद आपको थोड़ा-बहुत अपनी कोहनी को हिलाने की अनुमति दी जा सकती है, ताकि धीरे-धीरे आपकी कोहनी को गतिशील बनाया जा सके।
  • लगभग एक महीने में आप अपनी कोहनी को धीरे-धीरे पूरी तरह से सीधा करने और मोड़ने में सक्षम हो जाएंगे और एल्बो ब्रेस का इस्तेमाल करना भी बंद कर देंगे।
  • जो लोग सर्जरी के बाद फिजियोथेरेपी लेते हैं, उनमें से अधिकतर लोग सर्जरी के दो से चार महीनों के बाद कोहनी को सामान्य रूप से इस्तेमाल करने लग जाते हैं।
  • यदि आप खिलाड़ी है, तो सर्जरी होने के लगभग एक साल बाद आप खेलों में भाग ले सकते हैं। हालांकि, खेलों में भाग लेने से पहले आपको कुछ समय तक कठोर व्यायाम करके खुद को उसके लिए तैयार करना पड़ सकता है।

लगभग 80 से 90 प्रतिशत मामलों में अल्नर कोलेटरल लिगामेंट रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी सफल हो जाती है और इससे मुख्य रूप से निम्न लाभ होते हैं -

  • दर्द से पूरी तरह से या आंशिक रूप से राहत मिलना
  • कोहनी का जोड़ स्थिर हो जाना
  • कोहनी को पूरी तरह से हिलने-ढुलने में सक्षम बनाना

डॉक्टर को कब दिखाएं?

यदि आपको सर्जरी के बाद निम्न में से कोई भी समस्या हो रही है, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क कर लेना चाहिए -

(और पढ़ें - घाव जल्दी भरने के घरेलू उपाय)

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अल्नर कोलेटरल लिगामेंट रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी से क्या जोखिम हो सकते हैं?

यूसीएल रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी से निम्न जोखिम व जटिलताएं हो सकती हैं -

  • सर्जरी वाले स्थान पर संक्रमण हो जाना
  • शारीरिक रूप से कमजोरी महसूस होना
  • कोहनी सुन्न रहना या झुनझुनी होना
  • जहां से ग्राफ्ट निकाला था उस हिस्से में दर्द या अन्य क्षति होना
  • अल्ना हड्डी के पास की नस में दर्द रहना

इसके अलावा सर्जरी के दौरान दिए गए जनरल एनेस्थीसिया के इंजेक्शन से भी आपको कुछ जटिलताएं हो सकती हैं, जैसे -

(और पढ़ें - सुस्ती दूर करने के उपाय)

संदर्भ

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