थाइमस ग्रंथि को निकालने वाली सर्जिकल प्रक्रिया को थाइमेक्टोमी कहा जाता है। थाइमस ग्रंथि छाती के अंदरूनी हिस्से में मौजूद होती है। यह ग्रंथि बच्चे के जीवन के पहले 5 से 6 सालों तक सक्रिय रहती है। यह ग्रंथि प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाने का काम करती है। उसके बाद जब प्यूबर्टी शुरू होती है, तो इस ग्रंथि का आकार छोटा पड़ने लगता है। हालांकि, वयस्क लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाने से संबंधी थाइमस ग्रंथि का कोई काम नहीं होता है।
थाइमेक्टोमी को मुख्य रूप से दो रोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जिन्हें मायस्थेनिया ग्रेविस और थाइमोमा (थाइमस ट्यूमर) के नाम से जाना जाता है। थाइमेक्टोमी सर्जरी के घावों को ठीक होने में आमतौर पर कुछ हफ्तों का समय लगता है। हालांकि, सर्जरी के प्रकार व मरीज की हालत के अनुसार इससे कम या ज्यादा समय भी लग सकता है। डॉक्टर आपको सर्जरी के बाद लगातार 6 हफ्तों तक चेकअप करवाने के लिए कह सकते हैं।
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