इरिडेक्टमी में आइरिस के छोटे से भाग को सर्जरी या लेज़र द्वारा निकाला जाता है। इस सर्जरी से आंखों पर पड़ने वाले दबाव को कम करने में मदद मिलती है जो कि मिलेनोमा या एंगल क्लोजर ग्लूकोमा की स्थितियों में आ जाता है। यदि किसी व्यक्ति ने पहले कई सारी इरिडेक्टमी सर्जरी करवाई है तो उसे यह सर्जरी करवाने के लिए मना किया जाता है।
सर्जरी से पहले डॉक्टर कुछ टेस्ट करेंगे जैसे टोनोमेट्री और गोनियोस्कोपी जिससे आपकी आंख के स्वास्थ्य का पता लगाया जाएगा। लेज़र इरिडेक्टमी के लिए ज्यादा तैयारी की जरूरत नहीं होती है हालांकि, यदि आप सर्जिकल इरिडेक्टमी करवा रहे हैं तो आपको प्रक्रिया से पहले आठ घंटे तक भूखे रहने को कहा जाएगा। किसी भी तरह के संक्रमण से बचने के लिए डॉक्टर आपको कुछ ऑय ड्राप देंगे और आपको एक ऑय पैच पहनने को कहेंगे। फॉलो अप आमतौर पर दो हफ्तों के बाद रखा जाता है लेकिन अगर आपको दिखाई देने में समस्या हो या फिर दर्द बढ़ता ही जाए तो इसके बारे में तुरंत डॉक्टर को सूचित करें।