वैरीकोसेल समस्या वैरीकोज वेंस की तरह होती है. अंतर बस इतना है कि यह पैरों में होने की जगह पुरुषों के टेस्टिकल्स यानी अंडकोष में होती है. यह समस्या पुरुषों की फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकती है. यह स्थिति तब होती है, जब खून को पंप करने में शामिल कुछ वॉल्व में खराबी आने से अंडकोष में सूजन आ जाती हैं.
आंकड़े बताते हैं कि वैरीकोसेल करीब 15% पुरुषों को प्रभावित करता है. अमूमन वैरीकोसेल टेस्टिकल के एक तरफ के भाग को प्रभावित करता है, वह भी बाईं ओर. वैरीकोसेल का इलाज तभी जरूरी होता है, जब उसकी वजह से दर्द और डिस्कंफर्ट, स्पर्म काउन्ट में कमी और इनफर्टिलिटी की समस्या होती है. वैरीकोसेल के इलाज में पतंजलि की दवाइयों के इस्तेमाल से मदद मिलती है.
आज इस लेख में जानेंगे कि पतंजलि की वैरीकोसेल की दवाएं कौन-कौन सी हैं-
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