बच्चों में निमोनिया का इलाज ठीक तरह से होना बहुत जरूरी है और इसके इलाज में समय भी लग सकता है। आपको इस मामले में कोई रिस्क नहीं लेना चाहिए। बिना कोई देरी किए उसे पीडियाट्रिशन को दिखाएं।
एंटीबायोटिक और उचित उपचार से निमोनिया बहुत जल्दी ठीक हो सकता है, लेकिन इसके लिए उन्हें अस्पताल में रहना पड़ेगा। उन्हें पूरी तरह से ठीक होने में 10 से 15 दिन का समय लग सकता है। इसके इलाज में डॉक्टर एंटीबायोटिक्स का इंजेक्शन भी देते हैं।
आपको इस मामले में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए और बच्चे में निमोनिया के कारण को जानने की कोशिश करें। पीडियाट्रिशियन को जरूर दिखाएं।
कोल्ड ड्रिंक जैसे कोका कोला और पेप्सी, निमोनिया में हानिकारक हैं क्योंकि इनमें अधिक मात्रा में फास्फोरिक एसिड होता है। इस तरह के पेय पदार्थ आपकी किडनी, पाचन तंत्र और मुख्य रूप से आपके लिवर को प्रभावित करते हैं। इनकी जगह जूस पी सकते है। अगर आपका दोस्त अब ठीक है और उसे निमोनिया नहीं है तो चिंता न करें लेकिन उन्हें कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन कम करने के लिए कहें।
शिशुओं, बच्चों और गंभीर निमोनिया वाले लोगों को इसके इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता हो सकती है। आमतौर पर निमोनिया का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं के साथ किया जाता है। निमोनिया लाइलाज बीमारी नहीं है।
निमोनिया आमतौर पर फेफड़ों को प्रभावित करता है, लेकिन इससे होने वाली समस्याओं के कारण शरीर के अन्य हिस्से भी प्रभावित हो सकते हैं। ये प्रभाव बहुत गंभीर और खतरनाक भी हो सकते हैं। इसके जोखिम, उपचार और ठीक होने में कितना समय लगता है, ये सब संक्रमण के कारण, मरीज की उम्र या निमोनिया होने से पहले किसी अन्य तरह की स्वास्थ्य समस्या होने पर निर्भर करते हैं।
निमोनिया को ठीक होने में समय लगता है। कुछ लोग एक हफ्ते के अंदर ही ठीक महसूस करने लगते हैं, जबकि कुछ लोगों को ठीक होने में एक महीना या उससे अधिक समय लग सकता है। कई लोगों को एक महीने तक थकान महसूस होती है।
निमोनिया को जल्दी ठीक करने के लिए सबसे पहले बुखार को कंट्रोल करना पड़ता है जिसके लिए Paracetamol और दर्द, बुखार एवं सूजन कम करने वाली दवाइयां ली जाती हैं। ज्यादा पानी पिएं जिससे बलगम पतला होकर बाहर निकल जाए और खांसी के लिए दवा भी डॉक्टर की सलाह से लें।
अगर बच्चे में तेज सांस लेने (कुछ मामलों में, यह एकमात्र लक्षण होता है), सांस लेने के साथ घुरघुराहट या घरघराहट की आवाज आने, सांस लेने में मुश्किल होने, नाक बहने, पसलियों के बीच की मांसपेशियों के हिलने, बुखार, खांसी, नाक बंद होने और ठंड से कंपकपी जैसे लक्षण दिख रहे हैं तो उसे निमोनिया हो सकता है।
बुखार निमोनिया का एक आम लक्षण है, यह बहुत ही दुर्लभ स्थिति हो सकती है कि आपको निमोनिया बुखार के बिना हो क्योंकि निमोनिया अक्सर बुखार के साथ ही होता है। यह किसी भी उम्र में हो सकता है जैसे कि छोटे बच्चे, वयस्कों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में और निमोनिया विभिन्न प्रकार के कीटाणुओं के कारण हो सकता है, जिनमें से कुछ संक्रामक होते हैं।