गर्दन में दर्द का सबसे बेहतर इलाज फिजियोथेरेपी है, इसके लिए आप फिजियोथेरेपिस्ट से सलाह लें। इसी के साथ आप ऑफिस में अपने बैठने के पोस्चर पर ध्यान दें। कमर को सीधा रखकर बैठें, गर्दन की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए एक्सरसाइज करें, ऑफिस में लगातार एक ही पोस्चर या पोजिशन में बैठने की गलती न करें। आप दर्द को कम करने के लिए गर्दन पर बर्फ की सिकाई भी कर सकते हैं।
डॉक्टर को दिखाने से पहले आप अपनी कुछ आदतों में बदलाव करके देखें, जैसे कि सोते समय तकिए का इस्तेमाल न करें, गर्दन को सीधा रखकर सोएं और खूब सारा पानी पिएं। अगर तब भी आपको दर्द से राहत नहीं मिल रही है, तो एक बार ऑर्थोपेडिक डॉक्टर को जरूर दिखा दें।
आपको सोते समय गर्दन में दर्द होता है, तो एक बार ऑर्थोपेडिक डॉक्टर से मिलकर सलाह लें।
गर्दन में दर्द को कम करने के लिए आप गर्दन पर ठंडे या गर्म पानी की सिकाई करें और तिल के तेल से मालिश करें। दर्द के लिए Ibuprofen या Acetaminophen जैसी दर्द निवारक दवा लें। इसी के साथ आप रोजाना एक्सरसाइज करें, लेकिन साथ ही ऐसी गतिविधियों को करने से भी बचें, जिनकी वजह से आपको जोरदार झटके या दर्द महसूस होता है।
गर्दन में दर्द मांसपेशियों में ऐंठन या तंत्रिका में किसी तरह के दवाब या खिंचाव के कारण होता है। आपको काफी लंबे समय से दर्द हो रहा है, जो कि बहुत गंभीर भी हो सकता है। दर्द के कारण का पता लगाने के लिए आप अपने प्रभावित हिस्से का एमआरआई स्कैन करवा लें। अगर आपको दर्द कम है, तो डॉक्टर इसके लिए 'नेक कॉलर' का इस्तेमाल करने की भी सलाह दे सकते हैं। आप एक बार ऑर्थोपेडिक डॉक्टर से मिलकर सलाह लें।
ये समस्याएं शरीर में विटामिन की कमी की वजह से हो सकती है। एक बार डॉक्टर को भी दिखा लें और उनकी सलाह से विटामिन सप्लीमेंट लेने शुरू करें।
गर्दन में लगातार दर्द होना सिर और गले में कैंसर होने का संकेत देता है, लेकिन गर्दन में दर्द होना अन्य तरह की गंभीर समस्याओं का संकेत नहीं है, जबकि यह सिर और गले में कैंसर होने के लक्षणों में से एक है। इसके अन्य लक्षणों में सिर और गले में गांठ, सूजन, अचानक से दर्द और मुंह से खून आना शामिल हैं। इसी के साथ गले में कैंसर होने पर चबाने और निगलने में भी दिक्कत होने लगती है।
तनाव की वजह से गर्दन की मांसपेशियों पर भी शारीरिक प्रभाव पड़ता है। जब आप अधिक तनाव से पीड़ित हो जाते हैं, तो गर्दन की मांसपेशियों में खिंचाव आने लगता है, जिससे गर्दन में दर्द होता है। अगर आपको लंबे समय से गर्दन में दर्द है, तो आपको चिड़चिड़ापन, थकान और अवसाद जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जिसकी वजह से आप जीवन में बहुत ज्यादा तनाव महसूस कर सकते हैं।
अगर आपकी गर्दन में दर्द है, तो रात को सोते समय बहुत ऊंचे और सख्त तकिए पर न सोएं। क्योंकि यह पूरी रात गर्दन को लचीला बनाए रखता है जिसकी वजह से सुबह गर्दन में दर्द या गर्दन कठोर हो सकती है। अगर आप बिस्तर पर पेट के बल सोते हैं, तो अपनी रीढ़ को सीधा रखने के लिए अपनी गर्दन के नीचे एक तकिया लगाकर सोएं।
गर्दन में दर्द होना बहुत ही आम है। आमतौर पर, गर्दन में दर्द गंभीर नहीं होता है और 2 हफ्तों के अंदर दर्द कम होने लगता है। दर्द को पूरी तरह से गायब होने में 4 से 6 हफ्ते लगते हैं, लेकिन आपको गर्दन में दर्द एक साल से हो रहा है, तो आपको डॉक्टर से मिलकर जांच करवा लेनी चाहिए।