हार्मोनल बदलाव की वजह से ओवुलेशन के दौरान सफेद डिस्चार्ज होता है। अगर डिस्चार्ज पतला हो रहा है तो यह नॉर्मल है और किसी संक्रमण का संकेत नहीं है। मासिक चक्र के दौरान किसी भी समय व्हाइट डिस्चार्ज बढ़ सकता है।
मासिक धर्म की शुरुआत और आखिर में हल्का और पतला डिस्चार्ज होना आम बात है। आमतौर पर व्हाइट डिस्चार्ज में खजुली नहीं होती है। अगर आपको सामान्य तौर पर डिस्चार्ज नहीं होता है और सिर्फ पीरियड खत्म होने के बाद ही ऐसा होता है और इसके साथ खुजली भी होती है तो आपको यीस्ट संक्रमण हो सकता है। इसके लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लें।
अगर आपको ईस्ट इंफेक्शन की वजह से पीठ के निचले हिस्से में दर्द और सफेद डिस्चार्ज हो रहा है तो डॉक्टर आपको एंटीफंगल ट्रीटमेंट की सलाह दे सकते हैं। अगर आपको बैक्टीरियल संक्रमण है जैसे कि बैक्टीरियल वेजिनोसिस तो डॉक्टर Flagyl नामक दवा प्रिस्क्राइब कर सकते हैं।
प्रेगनेंसी के दौरान नॉर्मल व्हाइट डिस्चार्ज होने को ल्यूकोरिया कहा जाता है और यह पतला, सफेद, दूधिया होता है जिसमें से हल्की गंध भी आती है। ल्यूकोरिया सामान्य बात है और आपको इसे लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। हालांकि, अगर आपको खुजली भी हो रही है या डिस्चार्ज बहुत ज्यादा होने लग गया है तो गायनेकोलॉजिस्ट से बात करें।
बैक्टीरिया में असंतुलन की वजह से योनि में जलन हो सकती है जिसे बैक्टीरियल वेजिनोसिस कहते हैं। इसके कई लक्षण होते हैं जैसे कि पेशाब में से दुर्गंध आना और पेशाब करते समय जलन होना। हो सकता है कि आपको बैक्टीरियल वेजिनोसिस की वजह से पेशाब के बाद व्हाइट डिस्चार्ज होता हो। वैसे तो महिलाओं में व्हाइट डिस्चार्ज होना नॉर्मल बात है लेकिन अगर आपको इसकी वजह से ज्यादा दिक्कत हो रही है तो स्त्री रोग विशेषज्ञ को दिखाएं।
प्रेगनेंसी में सफेद पानी ज्यादा आ रहा है तो योनि की सफाई के लिए लैक्टासिड वॉश का प्रयोग करें। अगर फिर भी प्रॉब्लम ठीक नहीं होती है तो गायनेकोलॉजिस्ट से अपनी जांच करवा लें।
संक्रमित ल्यूकोरिया को कंट्रोल करने के लिए गायनेकोलॉजिस्ट से मिलें और संतुलित आहार लें।
आमतौर पर बहुत ज्यादा व्हाइट डिस्चार्ज की प्रॉब्लम इन्फेक्शन की वजह से होती है। गायनेकोलॉजिस्ट से जांच और पैप स्मीयर टेस्ट भी करवाएं। तभी पता चल पाएगा कि आपको इतना ज्यादा व्हाइट डिस्चार्ज क्यों हो रहा है और इससे निपटने के लिए आपको किस तरह की डाइट लेनी चाहिए।